थाना खरसिया में अपराध क्रमांक 208/2024 धारा 457, 380 आईपीसी के अंतर्गत अपराध हुआ था पंजीबद्ध.
समदर्शी न्यूज़ – रायगढ़ : दिनांक 29 मार्च 2024 को थाना खरसिया में महिला समारीन उरांव (43 साल) द्वारा उसके घर से 96,250/- रूपये चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। रिपोर्टकर्ता बतायी थी कि गांव के दो व्यक्तियों को पूर्व में 80,000/-रूपये – 80,000/- रूपये दी थी, जिसे वे 20 मार्च को वापस लौटाए थे, जिसमें खर्च के बाद 96,250/- रूपये शेष बचे थे, जिन्हें अपनी अलमारी में रखी थी।
28 मार्च के रात को खाना खाकर सभी सोए थे, 29 मार्च को सुबह देखे तो अलमारी खुला हुआ था और अलमारी के अंदर लेडिस पर्स में रखे रुपए 96,250/- रूपये नहीं था, कोई अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया था। घटना की रिपोर्ट पर थाना खरसिया में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 208/2024 धारा 457, 380 आईपीसी के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। थाना प्रभारी खरसिया प्रशिक्षु आईपीएस श्री आकाश श्रीश्रीमाल के नेतृत्व में माल मुलाजिम की पतासाजी की गई। पतासाजी के क्रम में प्रार्थिया के पड़ोस में रहने वाले संदेही बालक को तलब कर पूछताछ किया गया। संदेही बालक एक साल पहले भी चोरी के अपराध में शामिल था। बालक पहले इस चोरी से इंकार किया, जिससे पुलिस टीम द्वारा वैज्ञानिक तरीकों से पूछताछ की गई, जिसमें उसने अलमारी से रुपए चोरी करना स्वीकार किया, जिससे चोरी की पूरी रकम 96,250/- रूपये बरामद कर जप्त किया गया है।
खरसिया पुलिस द्वारा विधि के साथ संघर्षरत बालक को कल किशोर न्याय बोर्ड रायगढ़ के समक्ष पेश कर न्यायालय आदेश पर बाल संप्रेषण गृह दाखिल किया गया है। मामले में त्वरित कार्यवाही में प्रशिक्षु आईपीएस श्री आकाश श्रीश्रीमाल, सहायक उपनिरीक्षक हेमंत कश्यप, सहायक उपनिरीक्षक लक्ष्मी राठौर एवं हमराह स्टॉफ की सराहनीय भूमिका रही है।