रोजरी की महारानी महागिरजा कुनकुरी में येसु जन्म का पर्व मना धूमधाम से, धर्मप्रांत मुख्यालय कुनकुरी में क्रिसमस पर्व को लेकर मसीह धर्मावलम्बियों में उत्साह का माहौल

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर/कुनकुरी. काथलिक धर्मप्रांतीय मुख्यालय कुनकुरी के रोजरी की महारानी महागिरजा में येसु जन्म का पर्व शुक्रवार की रात्री से प्रारंभ हुआ। इस धार्मिक अवसर पर सभी धर्म के लोगो की उपस्थिति रही। इस अवसर पर आयोजित धार्मिक विधान के मुख्य अनुष्ठाता एवं विशप एम्मानुएल केरकेट्टा डीडी ने अपने संबोधन में धार्मिक संदेश देते हुए कहा कि ईश्वर ने अपने इकलैते पुत्र येसु मसीह को इस संसार में भेजा ताकी वह मनुष्यों को पापो की गुलामी से बचा सके। ईश्वर उन्ही से प्रेम करते है जो धार्मिकता का जीवन जीता है। ख्रीस्त का मनोभाव जो अलौकिक है और जीवन भर चलता है। ख्रीस्त जयंती प्रेम, क्षमा, आनंद एवं भाईचारा का पर्व है। समाज को जोड़ने का काम करना है न कि तोड़ने का। और अपने अच्छे कार्यो मे आगे बढ़ना है। हमेशा कमजोर वर्ग के लोगो की सहायता करना है।

क्रिसमस के अवसर पर आयोजन के लिये चर्च की सफाई, चरनी निर्माण, धार्मिक गीतों की प्रस्तुति आदि में लगे सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया। ईसा मसीह के जन्म के अवसर पर मनाये जाने वाला मसीह धर्मावलम्बियों के सबसे बड़े पर्व क्रिसमस का प्रमुख आयोजन जशपुर धर्मप्रान्त के मुख्यालय कुनकुरी स्थित एशिया के दूसरे सबसे बड़े महागिरजाघर के रूप में प्रसिद्ध रोजरी की महारानी महागिरजा में 24 दिसम्बर शुक्रवार की रात्री लगभग नौ बजे से प्रारंभ हुआ। पाप स्वीकार अनुष्ठान के सम्पन्न होने के उपरांत मुख्य अनुष्ठाता एवं सहयोगियों द्वारा परिधान एवं धार्मिक चिन्ह धारण कर पवित्र जल से चरनी की आशीष धूप दर्शन के साथ सम्पन्न कराई गई। जिसके उपरांत नर्तक दल अगुवाई में नवजात प्रभु ईसा मसीह को महागिरजा में बनाई गई विशेष चरनी में लाया गया एवं आशीष प्रदान करने का विधान सम्पन्न किया गया।

वेदी पर स्थान ग्रहण कर मुख्य अनुष्ठाता विशप स्वामी एवं सहयोगियों द्वारा क्रिसमस पर्व के महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान पवित्र मिस्सा प्रारंभ किया गया। परम प्रसाद वितरण के उपरांत बालक येसू के चुमावन का विधान सम्पन्न कराया गया। कार्यक्रम में बाईबल से पाठों का पठन किया गया। जिसके उपरांत समाचार का पठन किया गया। धार्मिक गीतों का संचालन गायन दल द्वारा किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में पल्ली पुरोहित के आभार प्रदर्शन के साथ आयोजन का समापन किया गया। येशु जन्म के इस समारोह में महागिरजाघर का प्रांगण श्रद्धालु दर्शनार्थियों एवं भक्तों से खचाखच भरा हुआ था।

झांकीयों के माध्यम से दिया गया क्रिसमस का संदेश

क्रिसमस के अवसर पर महागिरजा प्रांगण में बाईबल से संबंधित प्रसंगों की झांकियों को निर्माण किया गया। ईसा मसीह के जीवन के विभिन्न घटनाक्रम एवं प्रसंगों के संबंध में बनी इन झांकियों को देखने के लिये श्रद्धालुओं एवं दर्शकों में विशेष उत्साह देखा गया। प्रवेश मार्ग के किनारे बनी ये झांकियां ईसा मसीह के संदेशो को प्रसारित करने का आकर्षक माध्यम बनी।

येसू जन्म का पर्व धर्मप्रांत की समस्त पल्लियों में श्रद्धापूर्वक मनाया गया

अंचल में क्रिसमस का महापर्व मसीह धर्मावलम्बियों द्वारा उत्साहपूर्वक श्रद्धा से मनाया गया। लगभग एक माह पूर्व से लोग गिरजाघरों की साफ सफाई साज सज्जा के साथ तैयारियां कर रहे थे इस पर्व का विशेष आकर्षण रहने वाली प्रभु ईशा मसीह के जन्म स्थल के रूप में जाने जाने वाली चरनी सभी गिरजाघरो में विशेष रूप से बनाई गई थी जहां श्रद्धालु आस्थापूर्वक विशेष प्रार्थना करते है। शांती, मेल मिलाप एवं भाई चारा के प्रतीक येशु जन्म के इस महापर्व पर विशेष प्रार्थना करने के साथ लोगों ने एक दूसरे को येशु जन्म की बधाई दी।

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