समदर्शी न्यूज़, जशपुर : जशपुर जिले से आदिवासी महिला समूह के 5 महिलाओं का समूह कल सोनीपत, हरियाणा के लिए होगा रवाना। कुछ समय पूर्व जिले को निफ्टेम सोनीपत से 02 तकनीक, मिलेट से कूकीज और एनर्जी बार की तकनीक हस्तांतरित की गयी थी, उसी सिलसिले में मह्लिाओं का दल 03 दिन के प्रसिक्षण एवं 01 दिन के औद्योगिक अनुभव के दौरे पर जा रहा है। महिलाओं में अनेश्वरी भगत, नीतू ठाकुर, मीरा बाई, प्रभा साई एवं भारती भगत शामिल हैं।

महुआ सम्बंधित खाद्य प्रसंस्करण की मास्टर ट्रेनर अनेश्वरी भगत ने बताया का वो इससे पहले भी जिले का प्रतिनिधित्व अंतराष्ट्रीय मिलेट कांफ्रेंस में निफ्तेम सोनीपत में कर चुकी है और इस बार वे बाकि महिलाओं के साथ निफ्तेम मिलेट कूकीज और एनर्जी को बनाने के औद्यिगिक तरीके और गुणवत्ता बनाये रखने के लिए किये जाने वाले जरुरी कार्यों को सीखने जा रही हैं।

युवा वैज्ञानिक एवं खाद्य प्रसंस्करण सलाहकार समर्थ जैन ने बताया की पिछले साल जिला प्रशासन की पहल पर जब जिले की टीम निफ्तेम अंतरिस्त्र्य मिलेट कांफ्रेंस में गयी थी तो वहां पर आनी वाले लोगों और निफ्तेम के खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े वैज्ञानिकों की जिज्ञासा जशपुर में हो रहे प्रसंस्करण कार्यों की तरफ गयी एवं उन्होंने जिले के प्रयासों को बहुत सराहा, तब से कुछ ऐसे तकनीकों पर चर्चा एवं कार्य चालू हुआ जो की हमारे जिले के उप्तादों को और बेहतर बना पाए। इसी कड़ी में कुछ माह पहले निफ्तेम से कुछ शोध छात्र एवं वैज्ञानिक भी जशपुर दौरे पर आये थे, अब इस तकनीक के सीखने के बाद हमारा प्रयास इसमें महुआ एवं स्थानीय जड़ी बूटी की मिलकर और बेहतर उत्पाद बनाने की होगी।

कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने महिलाओं की टीम से मिलकर उन्हें  प्रेरित किया एवं इस औद्योगिकी प्रशिक्षण के महत्त्व पर चर्चा कर उनका उत्साहवर्धन किया।

महिला दल की प्रभा ने बताया की वे दो वर्षों से खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज पहली बार जशपुर से बहार इतनी बड़ी राष्ट्रीय संस्था में ट्रेनिंग पर जाने का मौका मिला है। कलेक्टर डॉ. मित्तल से चर्चा एवं उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करके महिलाओं का उत्साह दुगुना हो गया है। जशपुर वापस आकर वे बाकी सभी महिलाओं को ट्रेनिग देकर साथ में कार्य करेंगे।

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