समदर्शी न्यूज़, रायपुर : प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि मैं बेहद आहत मन से यह पत्रकार वार्ता बुलाया हूं।

एआईसीसी की मीडिया कोर्डिनेटर राधिका खेड़ा ने मुझ पर बहुत सारे अनर्गल तथ्यहीन मिथ्या आरोप लगाये है। मेरी चरित्र हत्या करने का प्रयास किया है।

मुझ पर यह आरोप लगया कि मैंने उनको शराब ऑफर किया जबकि सारा छत्तीसगढ़ जानता है जो लोग मुझे जानते है वे विश्वास नहीं कर सकते कि मैंने कोई अभद्रता की होगी। जहां तक शराब ऑफर का सवाल है मैं तो क्या मेरे पूरे खानदान में किसी ने आज तक शराब नहीं पिया है।

हम खंडन करते है

ऽ वे झूठ बोल रही है कि हमने या हमारे साथी ने उनको शराब ऑफर किया।

ऽ हमने कभी उनका दरवाजा ठोका, यह भी भद्दा आरोप है।

ऽ हमारे द्वारा हमारे किसी साथी के द्वारा उनके साथ कोई गाली-गलौच नहीं किया।

ऽ केबिन में कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ।

ऽ पूरे विवाद का वीडियो उन्होंने बनाया था सार्वजनिक करें।

पार्टी मामले की जांच कर रही थी उनको पता था वे दोषी है, झूठ बोल रही है, जांच से सच्चाई सामने आयेगी इसलिये उन्होंने इस्तीफा देकर भाग गयी।

उनका यह कहना है कि मैंने और मेरे साथियों ने उनको कमरे बंद किया, सरासर झूठ है यह पूरा घटनाक्रम इस प्रकार है कि कांग्रेस मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पवन खेड़ा का 1 मई को रायपुर आने का कार्यक्रम बना था राधिका खेड़ा 30 मई को मेरे केबिन में आई उस समय हमारे कक्ष में वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा, नितिन भंसाली, मीडिया कोर्डिनेटर परवेज अहमद, दीपक पाण्डे उपस्थित थे। जब वे कमरे में आई तो मैंने उनसे बैठने को कहा कमरे में रखे सोफे पर बैठ गयी। मैंने उनसे पूछा पवन जी कल कितने बजे आएंगे, उनका क्या कार्यक्रम रखना है। उन्होंने कहा कल 11 बजे आ रहे है उसके विभिन्न मीडिया संस्थानों (6 संस्थानों का नाम बताया) में जाने का कार्यक्रम है। मैंने उनसे कहा कि सारे संस्थानों के प्रमुखों से बात कर लूं तो उन्होंने कहा सभी से बात हो गयी है। समय भी तय हो गया है, मैंने कहा कि यह काम तो मेरा है संचार विभाग के माध्यम से बात होती तो ज्यादा उचित होता, तो उन्होंने कहा कि मुझे क्या करना है तुम मत बताओ, मैं प्रभारी हूं, तब मैंने कहा जब मेरा कोई काम नहीं है तो मैं क्यों पद में हूं? मुझे हटवा दीजिये, तो उन्होंने चिल्लाते हुये कहा तुम अपने आप को क्या समझते, उन्होंने अपना मोबाइल निकाल कर कहा जो बोलना है कैमरे पर बोलो कि तुम प्रभारी की बात नहीं मानोगे, इस्तीफा देने की धमकी दे रहे उनके हल्ला करने पर पूरे स्टाफ के लोग दरवाजे पर आ गये तब नितिन भंसाली ने उन सबके वहां से जाने और दरवाजा से दूर होने को कहा, मैंने राधिका से कहा आप चिल्लाओ मत, वे चिल्लाते हुये नीचे चली गयी। इस पूरे वार्तालाप घटनाक्रम के दौरान मैं अपने कुर्सी से उठा भी नहीं था, उन्होंने जो वीडियो बनाया उसको सार्वजनिक करें। सभी चीजें सामने आ जायेगी मेरे सहित वहां उपस्थित किसी ने भी उनके साथ कोई अभद्रता गाली गलौच नहीं किया है। वे जान बूझकर घटना को गलत ढंग से प्रस्तुत कर रही है।

हमारे द्वारा कोई गाली गालौच नहीं किया गया यह हमारा न चरित्र है, और न ही संस्कार। उनके द्वारा जो रोने का वीडियो बनाया गया है वह भी स्क्रीप्टेड है वह पूरी तैयारी करके आई थी। स्क्रीप्ट उसी दिन तय हो गया था जिस दिन अरविन्दर लवली ने कांग्रेस छोड़ा था। यह पूरी पटकथा भाजपा के इशारे पर लिखी गयी है।

उनके तमाम आर्थिक हित राज्य की सरकार से जुड़े है।

वे अपना कॉल रिकार्ड स्वयं निकालकर सार्वजनिक करें पता चल जायेगा कि उन्होंने भाजपा के नेताओं से कब-कब बात किया? बात-बात में मीडिया विभाग के लोगों से बदतमीजी करना उनकी फितरत थी। वे कोर्डिनेटर थी लेकिन दबाव बनाती थी उनको प्रवक्ता और प्रभारी लिखा जाये। यहां तक कि प्रदेश के प्रभारी सचिव चंदन यादव जी के प्रेस कान्फ्रेंस उनसे बड़ी कैसे छप गयी, इन पर भी उनको आपत्ति थी।

वे जब से छत्तीसगढ़ आई थी लोकल मीडिया में कांग्रेस संचार विभाग को नीचा दिखाने स्वयं को बड़ा बनाने की कोशिश करती थी। मोदी-शाह के दौरे पर मैं ही रियेक्शन दूंगी, पीसीसी अध्यक्ष का बयान नहीं जाना चाहिये। एआईसीसी के मीडिया विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन खेड़ा जी का जब रायपुर आने का कार्यक्रम बना तो उन्होंने उसको भी संचार विभाग से छुपाया तथा विभिन्न मीडिया हाउस में उनके जाने का कार्यक्रम बिना संचार विभाग को बताये बनाया ताकि उनकी सुपीरियरटी दिखे। 2022 के गुजरात चुनाव में भी इसी तरह का बर्ताव उन्होंने किया था जिसके गवाह गुजरात के लोग है।

ऐन चुनाव के समय वे जानबूझकर विवाद कर पार्टी की छवि खराब करना चाहती थी। उनका भाजपा के लोगों से भी लगातार संबंध था। भाजपा का एक प्रवक्ता इनके कहने पर सब मामले का ट्वीट करता है तथा मेरे लिये अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करता है। इस पूरे मामले में कुछ भाजपा नेता भी संलिप्त है।

मैं पार्टी का पक्ष पूरी निर्भीकता से दमदारी से रखता हूं। पार्टी के नेताओं के ऊपर भाजपा के हमले का करारा जवाब देता हूं इसलिये मुझे निशाना बनाया गया। यह भी शोध का विषय है कि वे लंबे समय चार सालों से मेरियेट जैसे महंगे होटल में ठहरी है, इसका पूरा खर्चा भी भाजपा के द्वारा वहन किया जाता है।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि

ऽ वे झूठ बोल रही की मैंने उनको शराब ऑफर किया।

ऽ हमें यह भी नहीं पता कि वे कोरबा में कहां रुकी थी, तो रात को दरवाजा खटखटाने का सवाल ही नहीं आता।

ऽ हम तो रायगढ़ के कार्यक्रम के बाद भारत जोड़ो यात्रा में सीधे।

ऽ दूसरे दिन बरपाली गये थे जहां जयराम रमेश जी ने प्रेस कांन्फ्रेंस लिया था। उसके बाद हम सब अंबिकापुर गये थे।

ऽ वे छबि खराब कर रही हम संस्कारी लोग है। उनको छोटी बहन समझते थे लेकिन वे स्तरहीन राजनीति कर रही है।

ऽ भारत जोड़ो यात्रा के 4 महीने बाद वे झूठ बोल रही है। यदि हम सब इतने खराब थे तो उन्होंने इस बात को 4 महीने क्यों छुपाया। एआईसीसी ने उनको फिर छत्तीसगढ़ भेजा तो क्यों वहां नहीं बताया वे विक्टिम कार्ड खेल रही है।

ऽ राधिका खेड़ा के पत्र से साफ हो रहा है कि उन्होंने पहले से पार्टी छोड़ने का मन बना लिया था, वह अवसर की तलाश में थी।

ऽ छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार के समय से वह अपने प्रभाव का उपयोग करके जनसंपर्क विभाग, पर्यटन विभाग और सीएसआईडीसी में करोडो रुपए का काम करती थी. उनके माँ के नाम से एक फिल्म कंपनी है, उसी के नाम पर फ़िल्म बनाती है उनका  छ्ग शाशन क़े विभिन्न विभागों मे करोड़ों रुपए का बिल भी फंसा हुआ है। उनके कांग्रेस छोड़ने का यह भी एक बहुत बड़ा कारण है।

ऽ उनकी माँ की कम्पनी ने कौशल्या माता मंदिर पर भी जनसंपर्क क़े लिए 50 लाख  फ़िल्म बनाया था। जिसका प्रायोजक पर्यटन विभाग है।

ऽ सुशील आनंद शुक्ला हम सब तो सिर्फ एक मोहरा बने है।

ऽ ऐसा प्रतीत होता है इस विवाद की पूरे स्क्रिप्ट के पीछे भाजपा का साजिश और षड्यंत्र है। 

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि

ऽ 30 अप्रैल 2024 की शाम को हुये उस पूरे घटनाक्रम का वीडियो राधिका खेड़ा जी ने स्वंय ही अपने मोबाईल पर बनाया है। उस विडियो को सार्वजनिक कर दे तो किसी के बयान के जरूरत नहीं है, फिर आखिर क्यों उस विडियो को छुपाया गया है।

ऽ स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी के एजेंडे के तहत ही षडयंत्रपूर्वक, झूठे आरोप की कलई खुलने के डर से ही राधिका खेड़ा अपने मोबाईल पर बनाये उस विडियो को छुपा रही है।

ऽ राधिका खेड़ा के द्वारा अपने व्यवसायिक स्वार्थ में भाजपा के इशारो पर स्तरहीन आरोप लगाये गये है। गाली गलौज, धक्का मुक्की, रोकने, बंधक बनाने और घेर कर खड़े होने का आरोप पूरी तरह से झूठा है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है।

ऽ विगत 6 दिनों से राधिका खेड़ा खुद पूरे घटनाक्रम के साक्षी प्रवक्ताओं को बता रही थी, आज अचानक उन सबको अभद्रता का आरोपी बता रही है जो बेहद आपत्तिजनक है।

ऽ बेहद स्पष्ट है कि भाजपा के द्वारा लिखे गये स्क्रिप्ट को पढ़ कर तथ्यहीन आरोप लगा रही है। मैं पुनः निवेदन करता हूं कि पूरे घटनाक्रम का विडियो राधिका खेड़ा ने स्वंय ही अपने मोबाईल पर बनाया है, उसे जारी करे। किसी को भी कुछ कहने या पुछने की आवश्यकता नहीं होगी। भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर राधिका खेड़ा के द्वारा तय ऐजेंडा और षडयंत्र स्वंय प्रमाणित हो जायेगा।

ऽ घटना के दौरान संचार प्रमुख के केबिन में मैं सुरेन्द्र वर्मा, प्रवक्ता नितिन भंसाली, मीडिया कोऑर्डिनेटर दीपक पांडे और परवेज अहमद मौजूद थे।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि

ऽ कांग्रेस पार्टी महिलाओं का सम्मान करती है आज मैं 22, 23 साल से कांग्रेस पार्टी के विभिन्न पदों में रहकर काम कर रही हूं, कांग्रेस पार्टी में महिलाओं का मान और सम्मान को हमेशा से ध्यान में रखा है।

ऽ कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील शुक्ला जी के साथ पिछले 7-8 साल से मैं काम कर रही हूं, मैंने देखा है कि सुशील शुक्ला जी हम महिलाओं का अपनी छोटी बहन जैसे मान और सम्मान देते आ रहे हैं।

ऽ जब भी कोई महिला सुशील शुक्ला जी के चेंबर में आती है तो उसे बड़े सम्मान के साथ आइये बहन जी कहकर के संबोधित करते हैं।

ऽ सुशील शुक्ला जी के पारिवारिक बैकग्राउंड को भी मैं व्यक्तिगत तौर पर जानती हूं, वह एक पति है और तीन पुत्रियों के पिता है तो महिलाओं का कैसा सम्मान करना चाहिए वह बहुत अच्छे से जानते हैं।

ऽ मैंने सुशील शुक्ला जी को आज तक किसी महिला के साथ ऊंची आवाज में बात करते नहीं देखा, अभद्रता, अपमान करते नहीं देखा।

ऽ राधिका खेड़ा जी अपना बयान हर दिन बदल रही है, पता नहीं आने वाले समय में और क्या-क्या बयान देगी? राधिका जी का जो बयान है वह बेहद निंदनीय है।  

प्रीति उपाध्याय ने कहा – यह कटु सत्य है कि पुरुषवादी समाज में आज भी महिलाएं राजनीति के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए संघर्षरत हैं एवं समाज परिवार में तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कड़ी मेहनत से आगे बढ़ रही हैं। राधिका खेड़ा ने महिला कार्ड का दुरुपयोग कर भारतीय जनता पार्टी के साथ साजिश कर झूठ बोला है और न केवल कांग्रेस पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं अपितु भारतीय जनता पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं समेत देश प्रदेश एवं पूरे विश्व की महिलाओं के साथ अन्याय किया है। तीसरे चरण के चुनाव के ठीक पहले बेरोजगारी, महंगाई सहित रेवन्ना मामले को दबाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के षड़यंत्र के तहत एवं अपने व्यक्तिगत आर्थिक हित के लिए राधिका खेड़ा द्वारा किया गया यह कृत्य घोर निंदनीय है। हमारे अग्रज पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने हमेशा नारी न्याय, नारी उत्थान एवं नारी सम्मान के लिए काम किया है। उनके खिलाफ की गई बयान बाजी कतई बर्दाश्त योग्य नहीं है। राधिका खेड़ा द्वारा संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला जी पर लगाए गए आरोप सरासर बेबुनियाद हैं एवं आरएसएस सहित भाजपा के इशारे पर लगाए गए हैं।

प्रगति वाजपेयी ने कहा

ऽ राधिका खेड़ा का आरोप मनगढंत बेबुनियाद है वह भाजपा के हाथों की कठपुतली बनकर भाजपा कार्यालय से प्राप्त स्क्रिप्ट को पड़ रही है।

ऽ राधिका खेड़ा छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के मीडिया प्रभारी बनाई गई हैं जब से प्रभारी बनकर आई कांग्रेस के खिलाफ कई बार सार्वजनिक बातें की। भाजपा की जीत और मोदी का गुणगान कर रही थी, कई बार सूचनाएं मिली की भाजपा नेताओ के साथ बैठक करती है।

ऽ कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाने को कई बार नकारात्मक बयान दी।

ऽ राधिका के बयान से कई बार पार्टी असहज हुई है।

ऽ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के सभा के दिन वह भाजपा नेताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर जनता का ध्यान भटकाई।

ऽ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता मैदान में भाजपा के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं उनके संघर्ष मेहनत पर कई बार पानी फेरने का प्रयास किया।

ऽ राधिका खेड़ा भारत न्याय यात्रा के दौरान अनाप-शनाप बयानबाजी की जिसके कारण फजीहत भी हुई।  

महिला प्रवक्ता करूणा कुर्रे, संगीता दुबे ने भी आरोपों को बेबुनियाद बताया।

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