समूह की महिलाओं को बाड़ी में साग-सब्जी का उत्पादन करने के लिए कहा गया

गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गौठानों को आजीविका केन्द्र के रूप में बनाया जा रहा

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने आज जशपुर विकासखंड के गिरांग, पोरतेगा और झोलंगा के गोठान का आकस्मिक निरीक्षण करके गोठान की गतिविधियों की ली जानकारी ली। उन्होंने समूह की महिलाओं को नियमित गोबर खरीदी और वरमी कम्पोस्ट खाद बनाने में प्रगति लाने के निर्देश दिए हैं। समूह की महिलाओं को रोजगार गतिविधियों का बेहतर संचालन करने के लिए कहा गया है।

कलेक्टर ने समूह की महिलाओं को मुर्गी पालन, बकरी पालन और गोठान के बाडी में साग-सब्जी का उत्पादन करने के  निर्देश दिए हैं, ताकि महिलाओं अतिरिक्त आमदनी हो सके। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गौधन न्याय योजना के तहत् गांव की गौठानों को मिनी औद्योगिक केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। जहां एक ही जगह पर अनेक स्व सहायता समूह की महिलाएं सभी प्रकार के आजीविका मूलक गतिविधियॉ कर सकें। समूह द्वारा मछली पालन, बांस से टोकरी, अगरबती, मोमबती, पोल का निर्माण, चैन फिनिंग कार्य सहित अन्य गतिविधियॉ भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि गांव में लोगों में ही लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके इसके लिए गौठानों को सुविधायुक्त बनाया जा रहा है। जिले के सभी चिन्हांकित गौठानों में बाड़ी विकास, चरागाह, छोटे-छोटे मशीनें समूह को उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि महिलाएं उसका उपयोग कर सकें।

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