प्रेमदास और उसके परिवार के लिए रोजगार के खुल गए नए द्वार

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, बलौदाबाजार-भाटापारा

बलौदाबाजार-भाटापारा : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से बने सिचाई कूप के द्वारा प्रेमदास और उसके परिवार के लिए रोजगार के नए द्वार खुल गए है। कूएं में उपलब्ध पानी से पेयजल समस्या का समाधान तो हो ही रहा है और साथ ही साथ बाड़ी में साग-सब्जी, लगाने के भी काम आ रहा है। पानी के आभाव में पहले प्रेमदास को बहुत परेशानिया हुआ करती थी। अपने छोटे से बाड़ी में साग-सब्जी नाम मात्र का ही हो पाता था जिससे थोड़ी बहुत घर की ही जरूरते पूरी होती थी। लेकिन अब विभिन्न प्रकार के हरी भरी सब्जियों से प्रेमदास की बाड़ी गुलजार हो रही है। बात हो रही है जिले के ग्राम पंचायत खर्वे कि जो की विकास खण्ड कसडोल क्षेत्र में है।

प्रेमदास महात्मा गांधी नरेगा योजना में पंजीकृत होकर कार्य करते रहे है। रोजी मजूरी ही काम का एक प्रमुख जरिया रहा है, लेकिन अपने आस-पास के क्षेत्रों में कुंआ बना देख प्रेमदास ने भी अपने बाड़ी में कुआं बनाना निश्चित किया, लेकिन पैसे का अभाव उनके इस काम में सबसे बड़ी रुकावट था। इनकी परेशानी का हल महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत सिंचाई कूप निर्माण कार्य स्वीकृति के रूप में छुपा था, जिसे ग्राम पंचायत खर्वे ने पूरा किया। ग्राम रोजगार सहायक ने बताया की वित्त वर्ष 2018-19 में 2 लाख 17 हजार रुपए की लागत से प्रेमदास के नाम से सिंचाई कूप निर्माण का कार्य महात्मा गांधी नरेगा योजना से स्वीकृत हुआ था। इस दौरान 717 मानव  दिवस रोजगार का सृजन भी हुआ है।

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