स्काउट एंड गाइड छात्र-छात्राओं के द्वारा सर्व धर्म प्रार्थना, शांति पाठ, प्रभात फेरी, ध्वजरोहण, पिरामिड, सेल्यूट, माइम  सांस्कृतिक कार्यक्रम की दी गई प्रस्तुति

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जशपुर

जशपुरनगर : स्काउट के जन्मदाता लार्ड बेडेन पावल का जन्मदिन जशपुर जिले में हर्षोल्लास के साथ विश्व चिंतन दिवस के रूप मनाया गया. आज सेंट जेवियर हायर सेकेण्डरी शांति भवन उच्चतर माध्यमिक शाला जशपुर में आयोजित कार्यक्रम में स्काउट गाइड एवं स्कूली के छात्र छात्राएं सम्मिलित हुए।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सहायक संचालक सरोज खलखो, संयुक्त सचिव सरीन राज, डीओसी टुमन गोंसाई, डीओसी गाइड प्रीति सुधा केरकेट्टा को स्काउट गाइड स्कार्फ बांध कर स्वागत किया गया. इस कार्यक्रम में संस्था प्रमुख फ़ादर अजय केरकेट्टा, फ़ादर अलेक्स लकड़ा प्राचार्य, सिस्टर नीलम, सिस्टर मोदस्ता, चंदा रानी बघेल, अंजना कुजूर, आइलीन लकड़ा, दीपिका टोप्पो, भावना सिँह, सुगंती निकुंज, आनंद तिर्की, फेडरिक कुजूर, अमरदीप एक्का एवं संस्था के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे.

इस अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत में स्काउट गाइड के छात्र-छात्राओं के द्वारा सर्वधर्म प्रार्थना आयोजित की गई जिसमें सभी धर्म की प्रार्थना की गई। समाज को सार्थक सन्देश देने का प्रयास किया गया, साथ ही साथ शांति पाठ भी किया गया. स्काउट एंड गाइड छात्र-छात्राओं के द्वारा सवधर्म प्रार्थना  के साथ प्रभात फेरी, ध्वजरोहण, जीवन परिचय तंबू निर्माण, पिरामिड, सेल्यूट, माइम, देशभक्ति नृत्य, छत्तीसगढी नृत्य, सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गईं। स्काउट गाइड के विद्यार्थियों ने बैंड दल के साथ बेहतरीन बैंड की प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम में स्काउट गाइड के छात्र-छात्राओं एवं स्कुल बैंड के द्वारा मार्च पास्ट किया गया। कलर ग्रुप के द्वारा स्काउट गाइड का झंडोतोलन किया गया, तत्पश्चात सहायक संचालक सरोज खलको के द्वारा स्काउट के जन्मदाता लार्ड बेडेन पावल के चित्र पर माल्यार्पण किया गया. कार्यक्रम में सहायक संचालक सरोज खलखो ने कहा कि बड़ों के प्रति आदर व छोटों के प्रति स्नेह की भावना पैदा करने, कम खर्च में जीवन के कार्यों को करने की आदत बनाने, मानसिक शांति के लिए स्काउट का महत्व है.

इस अवसर पर संयुक्त सचिव सरीन राज ने सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्व चिंतन दिवस पर एक थीम निर्धारित की गईं है “हमारी दुनिया, शांतिपूर्ण भविष्य” को आधार मान कर समाज के बीच चलना है। लोगों को चिंतन के लिए प्रेरित करना है, जिससे विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास के साथ समाज में बेहतर नागरिक की भूमिका निभा सकें. उन्होंने कहा कि अपना काम स्वयं करने की आदत डालने, खुली हवा व प्रकृति के महत्व को समझाने के आलस्य, उदासी व निष्क्रियता दूर कर मुस्कुराना, व्यापक दृष्टिकोण पैदा करने, शिविर व हाइक द्वारा साहसी जीवन बनाने मिलकर काम करने व आपसी समायोजन सिखाने, सब धर्मों के प्रति समभाव को जगाने, युवाओं में आंतरिक अनुशासन पैदा करने, सामाजिक कुरीतियों व अन्धविश्वासों को दूर करने, राष्ट्रीय विकास के कार्यों में सक्रिय सहयोग प्रदान करने के लिए आवश्यक है, जिसका हम सबको पालन करना है.

डीओसी टुमन गोंसाईं ने कहा कि बालक-बालिकाओं को सुनागरिक तथा देशभक्त के रूप में तैयार करने, सर्वागीण विकास करने के लिए, पीड़ितों व जरूरतमंदों के प्रति संवेदना व समाज सेवा समर्पण भाव सिखाने, उनके चरित्र व संस्कारों में सुदृढ़ता लाने के दिशा में आगे बढ़ना है.

मुख्य आयुक्त डीओसी प्रीति सुधा करकेट्टा ने कहा कि स्काउट एवं गाइड का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में पूर्ण शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक क्षमताओं का विकास करना है, जिससे कि वे एक ज़िम्मेदार नागरिक के रूप में अपनी क्षमताओं के द्वारा स्थानीय, राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर योगदान कर सकेंगे.

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