समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कांसाबेल : रेशम उत्पादन एक ग्रामीण कृषि आधारित उद्योग है जो कि विश्व स्तर पर अपनाया जा रहा है। इससे बहुत ही अधिक मांग में रहा प्राकृतिक रेशम जो कि वस्त्रों की रानी भी कहलाता है। यह ग्रामीण कृषकों के लिए उत्तम है और निर्धनों को पर्याप्त आय व रोजगार का अवसर प्रदान करता है। जिससे कम समय में अधिक रोजगार और आकर्षक आय प्राप्त होती है।

पीपीसी केन्द्र कांसाबेल में 72 हेक्टयर वन भूमि में विभाग द्वारा साजा ,अर्जूना टसर खाद्य पौधरोपण कराया गया है । ग्राम के 45 हितग्राही टसर कीट पालन कर अपना आर्थिक लाभ प्राप्त कर रहे है, वर्ष 2022-23 में ग्राम कांसाबेल के हितग्राहियों द्वारा कीटपालन कर अच्छा उत्पादन किया जा रहा है सीएसबी बोईरदादर जिला-रायगढ़ द्वारा यहाँ के कीटपालक हितग्राहियों को अच्छे स्वडिम्ब समूह प्रदाय किया जाता है जिससे यहाँ के हितग्राहियों द्वारा अच्छा उत्पादन कर आमदनी अच्छा प्राप्त कर रहे है।

रेशम विभाग के सहायक संचालक ने बताया कि यहाँ समूह में पांच पांच सदस्यों का ग्रुप है जो विगत कई वर्षों से कीटपालन कर रहे है यहाँ का कोसाफल निर्धारित मूल्य में विक्रय होता है। देवसाय टोप्पो पिता स्व० जूलयूस टोप्पो द्वारा प्रथम व द्वितीय फसल में 30300 नग कोसाफल का उत्पादन किया जिसकी राशि लगभग 60990  रूपये है जिसका भुगतान रेशम उद्योग सहकारी संस्था मर्यादित कांसाबेल के माध्यम से हितग्राहियों को कोसाफल की राशि चेक द्वारा भुगतान किया जाता है।

यहाँ के हितग्राहियों द्वारा कोसाफल उत्पादन कर अच्छा आय अर्जित किया जा रहा है कोसाफल उत्पादन कर यहाँ के हितग्राहियों को आर्थिक लाभ मिल रहा है एवं सामजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार हेतु बनांचलों में बसे गरीब स्तर परिवार के लिये इस प्रकार से अन्य कई योजनाओं से जोड़कर लाभांवित किया जा रहा है, तथा जिले के सहायक संचालक श्याम कुमार के द्वारा आर्थिक स्थिति से कमजोर परिवारों को इस योजना से जोडने का अथक प्रयास किया जा रहा है तथा ग्रामोद्योग संचालनालय (रेशम प्रभाग) के योगदान से कई योजना लागू कर लोगों की गरीबी दूर किया जा रहा है।

श्याम कुमार सहायक संचालक रेशम के द्वारा बताया गया कि शासन की इस योजना से लोगों को जोड़कर उनके आर्थिक स्थिति में सुधार किया जा रहा है, निश्चित तौर पर आने वाले समय में वनांचल में बसे गरीब परिवार अपने सपनो को सकार करगें तथा समाज में अपना एक अलग पहचान होगा ।

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