समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा सांसद विजय बघेल ने मुख्यमंत्री द्वारा कांग्रेस के दो विधायकों का परफॉर्मेंस खराब होना बताये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि जिन दो कांग्रेस विधायक का प्रदर्शन खराब है, उनमें से एक तो स्वयं भूपेश बघेल हैं, दूसरा कौन है, यह उन्हें लगे हाथ स्पष्ट कर देना चाहिए। क्या वह विधायक भूपेश बघेल के नए नवेले उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव हैं या जिनसे कृषि विभाग छीन लिया गया, वे रविन्द्र चौबे हैं अथवा जिनके गृहमंत्री रहते छत्तीसगढ़ में कोई महिला सुरक्षित नहीं है, वे ताम्रध्वज साहू इस द्विसदस्यीय पैनल में शामिल हैं। यदि नहीं, तो क्या जनता का राशन ठिकाने लगवा देने वाले खाद्यमंत्री भगत, बेरोजगारों के आंकड़ों में फर्जीवाड़ा कराने वाले खेल युवा मंत्री पटेल, जल जीवन मिशन को बर्बाद करने का ठेका लिए बैठे पीएचई मंत्री गुरु या नगरनिगमों को कांग्रेस की जागीर बना देने वाले नगरीय प्रशासन मंत्री डहरिया या फिर जिनके विभाग में 2 हजार करोड़ का शराब घोटाला हो गया, वे कवासी लखमा या जिनकी सरपरस्ती में तुष्टिकरण चल रहा है, वे अकबर या जिनकी जमीन पर मदिरा दुकान खुली, वे महिला बाल विकास मंत्री भेड़िया अथवा मुख्यमंत्री की प्रियपात्र अफसर को भ्रष्ट बताने वाले जयसिंह में से कोई एक भूपेश बघेल के साथ इस सूची में शामिल है, यह छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है।

दुर्ग सांसद विजय बघेल जी ने भूपेश बघेल को याद दिलाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान आपने अपने मंत्री और विधायकों को अपने क्षेत्र में हारने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।  परंतु जब स्वयं अपने विधानसभा क्षेत्र पाटन में भाजपा के हाथों बुरी तरह हार मिली तो मौन साध लिए।

  दुर्ग भाजपा सांसद विजय बघेल ने कहा कि  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का यह दावा हास्यास्पद है कि कांग्रेस के केवल दो विधायकों का प्रदर्शन ठीक नहीं है बल्कि सच्चाई यह है कि पूरी कांग्रेस सरकार का परफॉर्मेंस खराब है।

उन्होंने कहा भूपेश बघेल पहले भी कई दफा कांग्रेस विधायकों के प्रदर्शन को लेकर टिप्पणी करते रहे हैं। प्रदर्शन के आधार पर टिकट कटने आगाह किया जाता रहा है। जब मोहन मरकाम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे, तब वे विधायकों के प्रदर्शन पर असंतोष जाहिर करते रहे। प्रदेश प्रभारी रहते पीएल पुनिया ने कांग्रेस विधायकों के कार्य प्रदर्शन पर सर्वे की बात कही तो मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पुनिया को जवाब दे दिया था कि उन पर कोई सर्वे लागू नहीं होता। वे किसी सर्वे को नहीं मानते। कांग्रेस में आधे से अधिक विधायकों की स्थिति को लेकर कांग्रेस की चिंता उजागर हो चुकी है और अब भूपेश बघेल बता रहे हैं कि सिर्फ दो ही ऐसे हैं। यह रातोंरात परफॉर्मेंस मापने का तरीका बदल गया, या फिर कांग्रेस में भूपेश बघेल को अपनी स्थिति का ज्ञान हो गया कि जब उनका ही प्रदर्शन सबसे घटिया है तो किसी और विधायक को कमजोर कैसे कह सकते हैं।

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