सभी गोठानों में आजीविका मूलक गतिविधियां संचालित हो-कलेक्टर श्री बंसल, समय-सीमा की बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश

August 31, 2021 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ जगदलपुर

कलेक्टर रजत बंसल ने बस्तर जिले के सभी गोठानों को बहुउपयोगी केन्द्र के रूप में विकसित करते हुए वहां पर अनिवार्य रूप से आजीविका मूलक गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए हैं। जिससे की गोठानों में पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित होने के साथ-साथ ग्रामीणों को स्वरोजगार भी उपलब्ध हो सके। कलेक्टर श्री बंसल कलेक्टोरेट जगदलपुर के प्रेरणा कक्ष में आज आयोजित साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों तथा कृषि, पशुपालन एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को उक्ताशय के निर्देश दिए हैं। बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा, जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, अपर कलेक्टर अरविंद एक्का एवं राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों के अलावा विभाग प्रमुखगण उपस्थित थे।

श्री बंसल ने सभी गोठानों में गोठान समितियों का अनिवार्य रूप से गठन करने एवं गोबर खरीदी के कार्यों को प्राथमिकता के साथ कराने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने चारागाहों में नेपियर घास लगाने के भी निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने ईको-टूरिज्म के कार्यों के अन्तर्गत होम स्टे निर्माण के कार्यो की समीक्षा करते हुए इस कार्यो को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण ढंग से सभी होम स्टे का निर्माण सुनिश्चित करने को कहा है। जिला शिक्षा अधिकारी से स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लिए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया संबंध में जानकारी लेते हुए इस कार्य को पूरी पारदर्शिता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने एसडीएम बस्तर श्री गोकुल रावटे से भानपुरी में नये तहसील कार्यालय प्रारंभ करने के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने श्री रावटे को 15 दिन के भीतर भानपुरी में तहसील कार्यालय शुरू कराने हेतु सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में कलेक्टर ने मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होंने इसके सफल संचालन हेतु सभी हाट-बाजारों में चिकित्सा कर्मियों के बैठक हेतु चबूतरों एवं शौचालय निर्माण सहित सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने सभी स्कूलों एवं आंगनबाड़ियों में शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।