पॉपुलर सर्च इंजन पर साइबर ठगों ने डाल रखे हैं फर्जी कस्टमर केयर नंबर, आधिकारिक वेबसाइट पर ही दर्ज कराएं कंप्लेन….!
November 5, 2023फर्जी कस्टमर केयर ने रूपये रिफंड करने के नाम पर मोबाइल में एप डाउनलोड कराकर अकाउंट से निकाले 1.44 लाख रूपये…
पीड़ित ने ATM से कैश नहीं निकलने और अकाउंट से रूपये कट जाने पर कस्टमर केयर में किया था ऑनलाइन कंप्लेन, कोतवाली क्षेत्र का मामला…..
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायगढ़
रायगढ़ : फर्जी कस्टमर केयर नंबर के जरिए ऑनलाइन ठगी का मामला नया नहीं है। इस तरह के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। साइबर ठगों ने पॉपुलर सर्च इंजन पर फर्जी कस्टमर्स केयर नंबर डाल रखे हैं, जिन्हें लगाकर ग्राहक ठगी के शिकार बन जाते हैं। ऐसा ही एक मामला थाना कोतवाली रायगढ़ क्षेत्र में रहने वाले व्यक्ति के साथ घटित हुआ। पीड़ित ने बताया कि 31 अक्टूबर को उसने SBI ATM से 10,000/- रूपये निकालने का प्रयास किया, किन्तु ATM से रूपये नहीं निकले और अकाउंट से रूपये डेबिट का मैसेज आया। 3 दिन तक रूपये नहीं आने की स्थिति में पीड़ित द्वारा पॉपुलर सर्च इंजन गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर ढूंढकर कस्टमर केयर से बात कर अपनी कंप्लेन दर्ज कराया। कस्टमर केयर (फर्जी) द्वारा अपने सीनियर अधिकारी से बात कराया, जिसने अकाउंट से कटे रूपये रिफंड कराने के नाम पर व्हाटसअप पर एक एप भेजकर ऑनलाइन एप में डिटेल भराया, जिसके बाद पीड़ित के यूनियन बैंक रायगढ तथा एचडीएफसी बैंक रायगढ शाखा से 11 बार में कुल 1,44,968/- रूपये निकाल लिया गया। पीड़ित के आवेदन पर अज्ञात मोबाइल नंबर के धारक के विरूद्ध थाना कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
यहां यह बताया जरूरी है कि कई बार कैश एटीएम मशीन में फंस जाता है, जिसके कारण कैश ग्राहक को नहीं मिल पाता और ग्राहक को अकाउंट से रूपये कट जाने का मैसेज प्राप्त होता है। ऐसे में घबराए नहीं, जानकारी के मुताबिक ऐसे ट्रांजेक्शन पर रूपये रिफंड के लिए बैंक द्वारा ट्रांजेक्शन वाले दिन + 5 दिनों की समय सीमा तय की गई है। नियमानुसार सभी बैंकों को कटा हुआ पैसा तय की गई अवधि में ग्राहक के अकाउंट में वापस करना होता है, ऐसा नहीं होने पर बैंक द्वारा ग्राहक को हर दिन के हिसाब से जुर्माना देने का प्रावधान है। ऐसे में ग्राहकों को बैंकिग शिकायतों के लिए अपने बैंक जाकर ही शिकायत करनी चाहिये या बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से ही कस्टमर केयर का नंबर प्राप्त कर कंप्लेन कराना चाहिए। इसके अलावा गोपनीय बैंकिंग जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें, ना ही अंजान व्यक्ति द्वारा मोबाइल पर भेजे गये एप को अपने मोबाइल पर इंस्टाल करें।