पढ़ई तुंहर दुआर में ‘हमारे नायक’ चुनी गई शिक्षिका ओमकुमारी पटेल, अनुभव अवधारणाओं के माध्यम से छात्र-छात्राओं में ज्ञान के सृजन का सराहनीय प्रयास किया, बच्चों के बहुमुखी विकास पर जोर देती है शिक्षिका
December 22, 2021समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
रायगढ़, शासकीय प्राथमिक शाला शंकरपाली, संकुल केन्द्र पुसल्दा, विकासखण्ड पुसौर जिला रायगढ़ में सहायक शिक्षिका एलबी के रूप में कार्यरत श्रीमती ओमकुमारी पटेल पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम अंतर्गत हमारे नायक चुनी गई हैं।
उल्लेखनीय है कि श्रीमती ओम कुमारी पटेल ने बच्चों को अनुभव आधारित शिक्षा देने व स्वयं अवलोकन कर सीखने के लिए ग्रामीण कृषि परिवेश में भ्रमण तथा अध्यापन के जरिए अनुभव आधारित शिक्षा देने का प्रयास किया। जिनके प्रयास से बच्चों ने किसान द्वारा निर्मित नेट हाउस के जरिए किस प्रकार अलग-अलग खेती द्वारा फल एवं सब्जियों के उत्पादन किया जाता है, इसका प्रत्यक्ष पर्यावरणीय अनुभव प्राप्त किया। शिक्षिका श्रीमती ओम कुमारी के इस सराहनीय प्रयास के जरिए जहां छात्र-छात्राओं ने नेट हाउस में लगे सब्जियों का अवलोकन किया वहीं नेट हाउस के महत्व व इसके जरिए किसानों को होने वाले लाभ से भी अवगत हुए। छात्र-छात्राओं ने स्वयं अवलोकन कर अनुभव प्राप्त करते हुए कृषि व्यवसाय से संबंधित ड्रिप सिस्टम के बारे में भी बहुत ही गहराई के साथ समुचित जानकारी प्राप्त की और जाना किया हम पानी के महत्व को समझते हुए पानी को कैसे बचा सकते हैं।
शिक्षक एक माली के रूप में ना केवल पौधों की तरह विद्यार्थियों को पोषित करता है बल्कि उन्हें एक बेहतर मनुष्य के रूप में संस्कार रूपी पुष्प खिलाकर गुणों की महक देता है हमारे सामाजिक और मानसिक स्तर को बेहतर बनाने में शिक्षक का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसी बात को चरितार्थ करते हुए श्रीमती ओम कुमारी पटेल ने छात्र-छात्राओं में अनुभव अवधारणाओं के माध्यम से इसे संज्ञान के रूप में और भाषा के माध्यम से ज्ञान के सृजन का प्रयास किया है। इनका मानना है कि सैद्धांतिक समझ के बावजूद बच्चों के मन में कौतूहल से बने रहती है किन्तु अनुभव अवधारणाओं के माध्यम से बच्चों में ज्ञान का सृजन होता है और बच्चे अपनी ज्ञान की संरचना स्वयं करते हैं। विकासखण्ड पुसौर की सहायक शिक्षिका एलबी श्रीमती ओम कुमारी पटेल के हमारे नायक चुने जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ श्री आर.पी.आदित्य, डीएमसी समग्र शिक्षा श्री रमेश देवांगन ने इस कार्य के लिए ओमकुमारी पटेल को बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।
कैसे होता है नायक का चयन
छत्तीसगढ़ शासन की वेबसाइट सीजी स्कूल डॉट इन जो कोरोना कॉल में ऑनलाइन कक्षा अध्यापन की सुविधा दी गई थी, उसमें विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य कर रहे शिक्षकों का प्रस्ताव राज्य के सभी जिलों से मंगाया जाता है फिर प्राप्त प्रस्ताव में से बेहतर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों का चयन प्रतिदिन किया जाकर वेबसाइट में प्रसारित किया जाता है, शिक्षकों का चयन राज्य स्तरीय टीम के द्वारा किया जाता है।
क्या कहती हैं श्रीमती ओमकुमारी पटेल
मैं हमेशा अपने अधिकारियों की प्रेरणा व उनके निर्देशानुसार काम करती रही हूं। इस कार्य में हमारे एपीसी समग्र शिक्षा श्री भुवनेश्वर पटेल, पुसौर बीईओ श्री दिनेश पटेल, बीआरसी सुश्री ज्योति श्रीवास्तव, श्री निरंजन पटेल, श्री आशीष रंगारी मेरे प्रेरणा स्त्रोत रहे। जिनसे मुझे सतत् मार्गदर्शन व प्रेरणा प्राप्त हुई। हमारे नायक चुने जाने पर मुझे एक सुखद अनुभूति हुई। मेरा मानना है कि जब आपको आपके कार्य क्षेत्र में आपके किए गए प्रयासों व कार्य के लिए प्रशंसा पहचान मिलती है तो निश्चित रूप से और भी अधिक सतत् कार्य करने की प्रेरणा और ऊर्जा प्राप्त होती है।