विकसित छत्तीसगढ़ विजन-2047 : आंगनबाड़ी केंद्रों के सुविधाओं के विस्तार और बेहतर पोषण के लिए हुई बैठक

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विकसित छत्तीसगढ़ विजन-2047 के लिए सुझाए गए प्रस्ताव

आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए संपूर्ण पोषण का बनाया जाएं आधार: कमिश्नर डाॅ. अलंग

नए संहिता के लिए विशेषज्ञों के साथ मिलकर कार्यशाला आयोजित कर किया जाए जागरूकः कलेक्टर डाॅ. सिंह

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : संभागायुक्त डाॅ. संजय अलंग और कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने विकसित छत्तीसगढ़ विजन-2047 के परिचर्चा में आंगनबाड़ी में सुविधाओं के विस्तार और बेहतर पोषण पर कार्ययोजना तैयार करने को लेकर विचार-विमर्श की गई। इसके लिए कलेक्ट्रेट स्थित रेडक्राॅस सभाकक्ष में बैठक हुई। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री विश्वदीप, एडीएम श्री कीर्तिमान राठौर उपस्थित थे। इसमें विकसित छत्तीसगढ़ विजन-2047 के लिए कई प्रस्ताव सुझाए गए है। परिचर्चा के दौरान डाॅ. अलंग ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ के लिए बेहतर विजन तैयार करने की आवश्यकता है। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को संपूर्ण पोषण सुनिश्चित करने की जरूरत है। इसके लिए बेहतर तैयारियां की जाएं। डाॅ. अलंग ने कहा कि बेहतर पोषण से बच्चे और मां दोनों स्वस्थ रहेंगे।

कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने कहा कि महिलाओं व बच्चों का अधिकार दिलाने प्रत्यन किया जाए। इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जाए। 1 जुलाई से नई भारतीय न्याय संहिता-23 लागू हो जाएगी। कई विषयों परिवर्तित किए गए होंगे। इसके लिए विशेषज्ञों के साथ मिलकर कार्यशाला आयोजित कर जागरूक किया जाए। परिचर्चा के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों से चर्चा की गई और प्रस्ताव सुझाए गए है। बच्चों के पोषण और आंगनबाड़ी की सुविधाओं के विस्तार के लिए चर्चा की गई। साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए बेहतर पोषण के लिए चर्चा की गई।

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