पुनर्गठित मौसम आधारित खरीफ फसल बीमा 31 जुलाई एवं रबी फसल बीमा 31 दिसम्बर तक

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फसल बीमा हेतु शासन द्वारा भारतीय कृषि बीमा कंपनी से किया गया है अनुबंध

समदर्शी न्यूज़ जशपुर, 16 जुलाई 2024/ राज्य शासन द्वारा साग-सब्जी की खेती करने वाले उद्यानिकी  कृषकों को प्रतिकूल मौसम से होने वाले क्षति से बचाने के लिए मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू की गई है। भारत सरकार की इस योजना को छत्तीसगढ़ सरकार के सहयोग से भारतीय कृषि बीामा कंपनी द्वारा खरीफ 2024 एवं रबी 2024-25 में छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों में संचालित की जा रही है। इनमें टमाटर, बैगन, मिर्च अदरक, केला, पपीता, एवं अमरूद तथा रबी फसल में टमाटर, बैगन, फूलगोभी, पत्तागोभी, प्याज एवं आलू शामिल हैं।

मौसम आधारित फसल बीमा योजना के खरीफ में पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2024 एवं रबि में पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा की अंतिम तिथि 31  दिसम्बर 2024 तक निर्धारित की गई है। जिस हेतु जिले के किसानों के फसल बीमा के लिये शासन द्वारा भारतीय कृषि बीमा कंपनी से अनुबंध किया गया है। इन अधिसूचित फसलों पर कृषकों को प्रीमियम राशि ( प्रति हेक्टेयर) देय होगी।  इस योजना में पुनर्गठित मौसम रबी वर्ष 2024-25 हेतु अधिसूचित फसल के लिए ऋणी कृषकों को अंतिम तिथि 31 जुलाई एवं 31 दिसम्बर से पहले निकटतम राष्ट्रीयकृत बैंक शाखा, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, जिला सहकारी बैंक, प्राथमिक सहकारी समितियां, लोक सेवा केन्द्र, भारत सरकार की बीमा पोर्टल, डाक विभाग के माध्यम से फसल बीमा करा सकते हैं। इसी तरह ऋणी किसान अपने बीमित फसालों में परिवर्तन करा सकते हैं इसके लिए खरीफ मौसम में नामांकन की अंतिम तिथि 31 जुलाई एवं रबी मौसम में नामांकन की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2024 से दो कार्य दिवस पूर्व इस बात की सूचना संबंधित बैंक शाखा में दे सकते हैं।

जिला प्रशासन ने किसान भाईयों से अनुरोध किया है कि अपना आधार खरीफ एवं रबी फसल के लिए समय से पूर्व बैंक में अपडेट करावें। फसल बीमा पोर्टल पर बिना आधार प्रणामीणकरण के बीमा मान्य नहीं होगा।

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