जशपुर में स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगी नई गति : कलेक्टर के निर्देश से बदलेगी जिले की तस्वीर

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समदर्शी न्यूज़ जशपुर,10 सितंबर/ कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने आज कलेक्टर सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक ली। बैठक में यूनिसेफ से डॉक्टर गजेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।  कलेक्टर ने बैठक में मौजूद सीएमओ, समस्त कार्यक्रम नोडल अधिकारी, बीएमओ, समस्त कार्यक्रम के जिला कंसलटेंट, बीपीएम और बीडीएम से जिले में चलाए जा रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं योजनाओं की जानकारी ली और इन स्वास्थ्य सेवाओं के क्रियान्वयन में जो कमियां है वहां सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अच्छा कार्य करने वाले स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारियों की सराहना भी की।

कलेक्टर डॉ मित्तल ने पिछले बार हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिए गए निर्देशों के परिपालन के संबंध में भी स्वास्थ्य अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने निर्धारित लक्ष्यों को समय सीमा पर पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया। कलेक्टर ने गैर संक्रामक रोग से संबंधित बीमारी हाइपर टेंशन के मरीजों के लिए जिन स्वास्थ्य केंद्रों में  ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल अब तक चस्पा नहीं हो सका वहां चस्पा करने के निर्देश दिए। ताकि मरीजों का सही इलाज हो सके। अधिकारियों ने बताया की गैर संक्रामक रोग के 95 प्रतिशत मरीजों का अब तक स्क्रीनिंग हो चुका है। कलेक्टर ने जिले में ब्लड बैंक की  प्रयाप्त उपलब्धता बनी रहे इसके लिए  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप कार्य प्राथमिकता के साथ आयोजित करने को कहा।

कलेक्टर ने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम अंतर्गत टीकाकरण कार्य का यू-विन पोर्टल में प्रोपर इंट्री करने के निर्देश दिए। उन्होंने आयुष्मान योजना के अंर्तगत कार्ड की संख्या बढ़ाने के लिए निर्देशित किया। कलेक्टर ने सिकल सेल एनीमिया के मरीजों तक पहुंच बढ़ाने और हाइड्रोक्सि यूरिया टेबलेट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर डॉ मित्तल ने राजस्व और स्वास्थ्य अमला के द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों में दौरे के दौरान जहां अव्यस्था पाई गई थी, जो कर्मचारी अनुपस्थित थे उनकी जानकारी मांगी है। कलेक्टर ने कहा की उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने सर्पदंश के खिलाप ग्रामीणों में जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की कुछ लोग झाड़-फूंक जैसे अंधविश्वासों की वजह के अपने जान गवां देते है। बैठक के दौरान लोदाम की स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी दी की झारखंड बॉर्डर एरिया होने की वजह से वहां के लोग लोदाम प्रसव कराने सहित अन्य जांच कराने यहां पर आते है।

कलेक्टर ने सीएससी, पीएससी, एचएचसी को निर्धारित मानक अनुरूप संस्थागत प्रसव कराने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा कलेक्टर मित्तल ने राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, क्षय नियत्रण कार्यक्रम, कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम सहित अन्य स्वास्थ्य योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को सभी स्वास्थ्य योजनाओं और कार्यक्रमों को प्राथमिकता के साथ समय सीमा पर पूर्ण करने को कहा।

बैठक में सीएमओ डॉ. जी. एस. जात्रा, सिविल सर्जन डॉ. विपिन इंदवार सहित समस्त कार्यक्रम नोडल अधिकारी, बीएमओ, समस्त कार्यक्रम के जिला कंसलटेंट, बीपीएम और बीडीएम मौजूद थे।

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