मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 14 सितम्बर को चन्द्रनाहूं कुर्मी समाज के महाधिवेशन एवं करमा तिहार में होंगे शामिल, आराध्य माता करमा देवी की पूजा-अर्चना कर प्रदेश वासियों के सुख-समृद्धि लिए मांगेंगे आशीर्वाद
September 13, 2024समदर्शी न्यूज़ रायपुर, 13 सितंबर/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 14 सितम्बर को कवर्धा कॉलेज ग्राउंड में आयोजित चन्द्रनाहूं कुर्मी क्षत्रिय समाज कवर्धा राज के 53वें महाधिवेशन में तथा रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मण्डपम में आयोजित करमा तिहार में शामिल होंगे।
जारी कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री रायपुर पुलिस परेड ग्राउंड से हेलीकॉप्टर से प्रस्थान कर 12.50 बजे कवर्धा पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री कवर्धा के कॉलेज ग्राउंड में आयोजित चन्द्रनाहूं कुर्मी क्षत्रिय समाज कवर्धा राज के 53वें महाधिवेशन दोपहर 01 बजे से 2 बजे तक शामिल होंगे। मुख्यमंत्री कवर्धा से 3.10 बजे पुलिस परेड ग्राउंड रायपुर लौट आएंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय संध्या 6.10 बजे से 7.10 बजे तक इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मण्डपम में आयोजित करमा तिहार में शामिल होने के पश्चात वहां से प्रस्थान कर रात्रि 7.50 बजे मुख्यमंत्री निवास आएंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 14 सितंबर को करमा तिहार में होंगे शामिल
प्रति वर्ष भादो एकादशी को मनाया जाता है प्रकृति का पर्व करमा तिहार
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कल 14 सितंबर को राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित कृषि मंडपम में आयोजित प्रकृति पर्व भादो एकादशी व्रत करमा तिहार में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री श्री साय आराध्य माता करमा देवी की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि एवं उन्नति के लिए आशीर्वाद मांगेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष कंवर समाज हरि हरवंश सिंह मिरी करेंगे। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति आयोग, नंदकुमार साय, अध्यक्ष महिला प्रभाग अखिल भारतीय कंवर समाज पमशाला, जशपुर श्रीमती कौशल्या साय और संरक्षक छत्तीसगढ़ कंवर समाज विकास समिति टाटीबंध रायपुर, श्रीमती उर्मिला जे.एल. पैकरा तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ट सामाजिक प्रतिनिधि गण डी.डी. सिंह, नकुल चंद्रवंशी टीकाराम कंवर, भीम सिंह कंवर, विनोद साय, जयप्रकाश साय, आर.एन. साय, मनोहर सिंह पैकरा, शिवकुमार कंवर, तिमीरेंदु शेखर सिंह कंवर, महिपाल सिंह कंवर और संकेत साय पैकरा शामिल होंगे।
गौरतलब है कि प्रति वर्ष भादो मास एकादशी को प्रकृति का यह करमा तिहार मनाया जाता है। प्रकृति के इस पर्व में करम डार का विधि विधान के साथ स्वागत एवं पूजा की जाती है तथा करम कहानी का बखान किया जाता है। इस पारंपरिक मौके पर सामूहिक रूप से पारंपरिक सामूहिक करमा नृत्य एवं करमा गीत का भी आयोजन किया जाता है। यह कार्यक्रम का आयोजन रात भर चलता है। सुबह के समय करमा डार के विसर्जन के साथ कार्यक्रम का समापन होता है।