डिजिटल गिरदावरी के लिए जशपुर में पायलट प्रोजेक्ट शुरू, राजस्व रिकॉर्ड में आएगी पारदर्शिता, गिरदावरी कार्य में गांव के शिक्षित व्यक्तियों को शामिल करने कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए

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समदर्शी न्यूज़ जशपुर, 01 अक्टूबर 2024/ कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आज राजस्व अधिकारियों की बैठक ली और राजस्व अधिकारियों को लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत समय-सीमा के भीतर में राजस्व प्रकरणों के निराकरण में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने आरबीसी छह-चार के तहत पात्र हितग्राहियों को आर्थिक सहायता स्वीकृत करने के लिए कहा है और उनके नजदीकी के वारिसान को ही सहायत राशि देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने रिकार्ड दुस्तीकरण, व्यपवर्तन, डिजीटल हस्ताक्षर, आधार प्रविष्टि, अभिलेख शुद्धता, नक्शा नवीनीकरण, आविवादित खाता विभाजन आदि प्रकरणों की विस्तार से समीक्षा किए।

कलेक्टर डॉ. मित्तल ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को गिरदावरी कार्य में भी प्रगति लाने के लिए कहा है। इसके लिए गांव के ही शिक्षित व्यक्ति को सर्वेक्षण कार्य के लिए राजस्व टीम में शामिल करने और गिरदावरी कार्य के दौरान किसान के खेत में पटवारी, आर.आई., तहसीलदार को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।

जशपुर जिले में तीन विकासखण्ड जशपुर, कुनकुरी, दुलदुला में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत् डिजिटल गिरदावरी कार्य के लिए चिन्हांकन किया गया है और सामान्य गिरदावरी कार्य भी सतत् रूप से करने के निर्देश दिए हैं। इस अवसर अपर कलेक्टर प्रदीप कुमार साहू, सभी एसडीएम, तहसीलदर और नायब तहसीलदार उपस्थित थे।

विदित हो कि डिजिटल क्रॉप सर्वेक्षण में निजी सर्वेयर डिजिटल रूप से फसल का सर्वे सभी खेतों में जाकर किया गया है। निजी सर्वेयर प्रतिदिन 30 से 50 खेतों में जाकर ऐप्प में प्लॉट की स्थिति खसरा नंबर, क्षेत्र के मालिक का नाम डालते हुए लगी फसल एवं उसकी जिओ रिफ्रेन्सिंग के रूप में लॉन्गिट्यूट, लैटिट्यूट के साथ तीन फोटो अपलोड करते हैं। जिसका सत्यापन पटवारी और राजस्व निरीक्षक के द्वारा की जाती है जिसके जांचकर्ता के रूप में तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार कार्य करते हैं।

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