जशपुर जिले के मॉडल गोठान बगिया की चम्पा स्व सहायता समूह की महिलाएं सामुदायिक बाड़ी से बन रही है स्वावलंबी, समूह को सीजन अनुसार 70 हजार तक हो रहा आर्थिक लाभ

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10 महिलाओं की टीम टमाटर, बैंगन, मिर्च, कद्दूवर्गीय, आलू, मसाला, हल्दी, अदरक की खेती कर रही

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

जशपुर. कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल के दिशा निर्देश में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाडी योजना और गोधन न्याय योजना का जिले में बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिले के गोठानों को मॉडल गोठान का रूप दिया जा रहा है। जहां महिलाएं अनेक गतिविधियां संचालित कर रही है। उद्यान विभाग के सार्थक प्रयास से कांसाबेल विकासखंड के मॉडल गोठान बगिया में सामुदायिक बाड़ी में स्व-सहायता समूह की महिलाएं साग-सब्जी उत्पादन करके  आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैै।

मॉडल गोठान रजौटी ग्राम पंचायत बगिया में मल्टीएक्टिवीटी के तहत् चम्पा स्व-सहायता समूह की महिलाओं को गोठान में सामुदायिक बाड़ी की सुविधा उपलब्ध कराया गया है जहां महिलाएं साग-सब्जी, मसाला उत्पादन कार्य, टमाटर, बैंगन, मिर्च, कद्दूवर्गीय, आलू, हल्दी, अदरक एवं अन्य प्रकार के सब्जी का रोपण किया गया है। उद्यान विभाग के सहायक संचालक श्री आर.एस.तोमर ने बताया कि समूह की महिलाओं को उद्यान एवं एनआरएलएम के माध्यम से प्रशिक्षण भी दिया गया है ताकि महिलाएं गोठान में उन्नत तकनीकी और कम लागत से अच्छी  साग-सब्जी का उत्पादन करके आर्थिक आमदनी अर्जित कर सके। समूह की महिलाओं ने बताया कि मसाला के खुदाई का कार्य शेष है। लगभग 20 क्विंटल होने की संभावना है और आलू से 25 हजार एवं अदरक एवं हल्दी से लगभग 50 हजार तक  की आमदनी हो जाएगी।

महिलाओं ने छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रशासन के सहयोग से आज बगिया गोठान में चम्पा स्व-सहायता समूह की 10 महिलाएं मिलकरके खेती कर रही है और सामुदायिक बाड़ी से अनेक प्रकार की साग-सब्जी की फसल लगभग 30 क्विंटल उत्पादन होने का संभावना हैै। उन्होंने बताया है कि वह स्वयं के उपयोग के लिए 5 क्विंटल फसल रखी है। शेष फसल को स्थानीय हाट-बाजार में विक्रय कर देती है। जिससे महिलाओं को सीजन अनुसार कुल 70 हजार तक आर्थिक लाभ प्राप्त हो रहा है।

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