22 लीटर दूध, 24 हजार की कमाई: जशपुर के झिक्की गाँव की रूणा के डेयरी फार्मूले ने बदली आर्थिक स्थिति, महिलाओं को दिया आत्मनिर्भरता का मंत्र!
December 31, 2024जशपुर, 31 दिसंबर 2024/ महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इससे जुड़कर महिलाएं न केवल अपने परिवार की सहारा बन रही है बल्कि अपने ग्राम में एक रोल मॉडल बनकर अन्य लोगों को रास्ता भी दिखा रही हैं।
ऐसी ही बगीचा ब्लॉक की ग्राम झिक्की की रहने वाली श्रीमती रूणा गुप्ता आज बिहान योजना से जुड़कर और मुद्रा लोन के माध्यम से अपना व्यवसाय खड़ाकर लखपति दीदी बन गई हैं। सामान्य परिवार से आने वाली श्रीमती रूणा का सपना था की वह भी अपने पैरो मे खड़ा होकर अपने परिवार का सहारा बने। अपने सपनों को पूरा करने के लिए वह बिहान योजना के तहत साई स्वसहायता समूह से जुड़ी।
समूह से जुड़ने के बाद बैंक लिकेज के माध्यम से अलग-अगल वर्षों में अब तक उनके समूह को 4.50 लाख रूपए मिला। इस पैसे से श्रीमती रूणा ने डेयरी व्यव्साय का काम शुरू किया। उन्होंने अपने लिए दो शाहीवाल व एक एच.एफ. नस्ल की गाय खरीदी और दूध के व्यवसाय के साथ दही और पनीर बना के विक्रय करने लगी। समय के साथ उन्हें इस काम में मुनाफा होने लगा और उन्होंने अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने की ठानी। इसके बाद श्रीमती रूणा ने मुद्रा लोन के माध्यम से एक लाख रूपए का लोन लिया।
उस पैसे से उन्होंने एच.एफ नस्ल की एक गाय खरीदी। आज श्रीमती रूणा के पास 4 गायें हैं। आज वर्तमान में 2 गाय से दिन भर में लगभग 22 लीटर दूध का उत्पादन हो जाता है। दूध के अलावा दही और पनीर बना कर भी विक्रय से उन्हें हर माह लगभग 24 हजार की आमदनी हो जाती है। उन्होंने बताया की इस पैसे से गायों के चारा, देखभाल और लोन चुकाने के बाद भी उन्हें हर माह लगभग 9 हजार से अधिक का शुद्ध मुनाफा हो जाता है।
श्रीमती रूणा गुप्ता को गाय पालन और दूध के व्यवसाय से मिले अनुभवों का फायदा अन्य कामों में भी मिलने लगा है। आज वह पशुक्रेडर के रूप में अपने ग्राम में बीमार गायों के देखभाल, इलाज और टीकाकरण का भी कार्य कर रही है। इससे उन्हें हर माह लगभग 2 हजार रूपए की आमदनी हो जाती है। इस तरह वह हर माह लगभग 11 हजार रूपए कमा लेती है। उन्होंने बताया की इस पैसे का उपयोग वह अपने बच्चों के लालन-पालन और पढ़ाई-लिखाई में कर रही है।
इसके साथ ही वह खेती का भी काम कर रही है। आज वह खुश होकर बताती है कि समूह से जुड़ने के बाद उन्हें रोजगार मिला है। वह और भी महिलाओं को प्रेरित कर रही है। श्रीमती रूणा को महतारी वदंन योजना का लाभ भी मिल रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देते हुए कहा है कि सरकार के द्वारा मिली मदद से आज वह इस मुकाम पर पहुंच पाई है।