जशपुर : जल एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन पर प्रशिक्षण सह कार्यशाला का हुआ आयोजन
January 9, 2025जल एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन की बेहतर समझ और प्रभावी योजनाएं बनाने के लिए सार्थक प्रयास पर किया गया चर्चा
जशपुर 09 जनवरी 2025/ जिला प्रशासन जशपुर की पहल और ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार के अध्यक्षता में जल एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य विकासखण्ड स्तरीय नोडल अधिकारियों को प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन की बुनियादी समझ और योजना बनाने की प्रक्रिया में प्रशिक्षित करना है।
कार्यशाला मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभिषेक कुमार ने सभी उपस्थित अधिकारियों को जमीनी स्तर पर एनआरएम योजना बनाने के लिए प्रेरित किया, जिसमें समुदाय के सदस्य जैसे व्हीओ सदस्य, सीएलएफ सदस्य, एनआरएलएम, मनरेगा एवं अन्य विभागीय योजनाओं के अभिसरण को शामिल किया जावे।
टीअरआईएफ टीम के अधिकारी श्री आशुतोष नंदा और पलाश अग्रवाल ने अपने उद्बोधन से कार्यशाला की शुरुआत की। श्री अशुतोष नंदा ने जीपीडीपी ग्राम पंचायत विकास योजना में एनआरएम योजनाओं के समावेश पर एक विस्तृत प्रशिक्षण दिया। जिससे गांव के समग्र विकास की दिशा में प्रभावी तरीके से कार्य किया जा सके।
प्रशिक्षण कार्यशाला के दौरान प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन की बुनियादी अवधारणाओं, मिट्टी, जल, वनस्पति और जैव विविधता जैसे संसाधनों के प्रकार, और गांव स्तर पर उनके प्रबंधन में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की गई। सहभागी ग्रामीण मूल्यांकन तकनीकों और पीआईएस तकनीक के उपयोग करते हुए एनआरएम योजना बनाने की प्रक्रिया पर समझ बनाई गई। इसके साथ ही मनरेगा, वन अधिकार अधिनियम और जल नीति जैसे नीतिगत ढांचे, ग्राम पंचायत और सामुदायिक संगठनों की भूमिका तथा सरकारी योजनाओं के साथ अभिसरण के अवसरों पर भी विचार-विमर्श किया गया। सत्र के दौरान समूह चर्चा और मॉक पीआरए अभ्यास के माध्यम से स्थानीय समस्याओं और उनकी आजीविका पर प्रभाव को रेखांकित किया गया।
कार्यशाला जशपुर जिले के विकासखण्ड स्तर के अधिकारियों को जल एवं प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन की बेहतर समझ प्रदान करने और उन्हें प्रभावी योजनाएं बनाने के लिए सशक्त करने का एक सार्थक प्रयास है। इस अवसर पर जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रदीप राठिया, सहायक परियोजना अधिकारी मनरेगा मिथलेश पैकरा, टीआरआईएफ के कंसल्टैंट अरुल सिंह, दिव्या प्रियदर्शनी सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।