बिलासपुर रेंज साइबर थाना में दर्ज ऑनलाइन फायनेंशियल फ्रॉड के मामले में अंतर्राज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने में मिली सफलता : आरोपियों द्वारा अधिक लाभ दिलाने के नाम पर की गई थी 42 लाख रुपए की ठगी.
January 13, 2025डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज बिलासपुर के निर्देशन एवं श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर के मार्गदर्शशन में साइबर अपराधियों पर लगातार की जा रही कार्यवाही.
रेंज सायबर थाना टीम द्वारा सायबर ठगी करने वाले तीन फरार आरोपियों में से 01 को गिरफ्तार करने में मिली महत्वपूर्ण सफलता.
सोशल मीडिया के माध्यम से स्टॉक मार्केट में पैसे इनवेस्ट कर अधिक लाभ कमाने का विज्ञापन प्रसारित कर आम लोगों को अपने झांसे में लेकर अधिक लाभ दिलाने के नाम पर 42 लाख रुपए की ठगी, घटना थाना धरमजयगड़ जिला रायगढ़ क्षेत्र से है संबधित.
फर्जी सिम कार्ड व फर्जी बैंक खातों का आरोपी धोखाधडी करने में करते थे उपयोग.
आरोपियों द्वारा लोगों को ठगने के लिये इंडिया मार्ट प्लेटफार्म का करते थे उपयोग.
‘‘प्रीमियम बल्क डेटा’’ नामक वेबसाईट से ऑनलाईन ठगी करने के लिए लेते थे डाटा.
रेंज सायबर थाना बिलासपुर के अपराध क्रमांक 155/2024 धारा 420, 34 भा.द.वि. के प्रकरण में की गई कार्यवाही.
गिरफ्तार आरोपी –
चिरागजी ठाकोर पिता प्रवीण जी ठाकोर उम्र 21 वर्ष निवासी ठाकोर वास, मण्डाली थाना खैरालू जिला महेसाणा (गुजरात)
बिलासपुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी आनंद अग्रवाल पिता घनश्याम अग्रवाल उम्र 45 वर्ष निवासी नीचेपारा थाना धर्मजयगढ़ जिला रायगढ़ (छ.ग.) को स्टॉक मार्केट में स्टॉक लेने व खरीदने पर मार्केट मूल्य 3,48,40,000/- रूपये फायदा होना बताते हुए किश्तों में पैसा डालने बोल कर कुल 41,06,524/- रूपये ठगी करने के लिखित आवेदन-पत्र के आधार पर थाना धर्मजयगढ जिला रायगढ़ में नंबरी अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। प्रकरण में अग्रिम विवेचना हेतु पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज बिलासपुर के आदेशानुसार थाना रेंज साइबर बिलासपुर को प्राप्त होने पर विवेचना में लिया गया है।
विवेचना के दौरान प्रार्थी के साथ धोखाधडी करने वाले व्यक्तियों के संबंध में सायबर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल अद्यतन रिपोर्ट, ठगी की रकम प्राप्त करने में उपयोग किये बैंक खातों को चिन्हांकित कर बैंक खाता धारकों की जानकारी, ऑनलाईन ट्रांजेक्शन तथा घटना से संबधित तकनीकी जानकारी प्राप्त की गई। प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपी गुजरात प्रांत के विभिन्न शहर के निवासी होने की जानकारी प्राप्त होने पर टीम रवाना हुई थी, जिसमें पूर्व में 03 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल दाखिल किया गया है। प्रकरण में फरार मुख्य आरोपी चिरागजी ठाकोर एवं अन्य आरोपी मीतुल, गजेन्द्र का लगातार पता तलाश किया जा रहा था, इसी क्रम में वरिष्ठ अधिकारियों से अनुमति प्राप्त कर विशेष टीम निरीक्षक विजय चौधरी के नेतृत्व में गुजरात प्रांत रवाना की गई। टीम द्वारा जिला महेसाणा अहमदाबाद, गुजरात के क्षेत्रांतर्गत लगातार पांच दिनों तक आरोपियों के संबंध में पतासाजी कर स्थानीय पुलिस के सहयोग से मुख्य आरोपी चिरागजी ठाकोर को गिरफ्तार कर पुछताछ की गई, जिसने अपने अन्य साथियों के साथ अपराध करना स्वीकार किया।
जिसमें वह बताया कि PREMIUM BULK DATABASE COMPANY से शेयर ट्रेडिंग करने वालों का नंबर खरीदते थे, जिसमें 03 श्रेणियों में नंबर उपलब्ध कराये जाते थे, पहले श्रेणी में जो ट्रेडिंग करना चालू किया है, ऐसे लोगों के नंबर 10/- रूपये प्रति नंबर के हिसाब से खरीदते थे, दूसरे श्रेणी में ट्रेडिंग जो कर रहे हैं ऐसे लोगों का नंबर 05/- रूपये प्रति नंबर के हिसाब से खरीदते थे और तीसरे श्रेणी में ऐसे लोग जो काफी लंबे समय से ट्रेडिंग जो कर रहे हैं, ऐसे लोगों का नंबर 01/- रूपये प्रति नंबर के हिसाब से खरीदते थे। क्योंकि जिसमें लोगों के फंसने के चांस अधिक होते थे उन नंबर को अधिक कीमत पर खरीदते थे और कॉल कर लोगों को अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देकर ठगी करने का काम करते थे। आरोपियों द्वारा पूछताछ पर बताया गया कि इनके द्वारा फर्जी बैंक खाता खुलवा कर उसमें एटीएम कार्ड और रजिस्टर्ड्र मोबाईल नम्बर प्राप्त कर विभिन्न लोगों के नाम से फर्जी सीम कार्ड खरीद कर ठगी की रकम को इनके बैंक खाताओं में जमा करवाया जाता था तथा फर्जी सीम व एटीएम के माध्यम से ठगी की रकम का आहरण किया जाता था।
प्रकरण में अन्य फरार आरोपी मीतुल एवं गजेन्द्र के संबंध में जानकारी एकत्र कर लगातार पतासाजी की जा रही है।
उपरोक्त कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री राजेन्द्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ACCU) श्री अनुज गुप्ता, सीएसपी सिविल लाईन श्री निमितेष सिंह, सीएसपी कोतवाली श्री अक्षय प्रमोद सबाद्रा (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में प्रभारी रेंज सायबर थाना बिलासपुर निरीक्षक विजय चौधरी, प्रधान आरक्षक सैय्यद साजिद, आरक्षक विजेन्द्र मरकाम एवं मुकुंद नेताम का विशेष योगदान रहा।
बिलासपुर पुलिस की अपील
साइबर ठग आये दिन नये नये तरीकों के माध्यम से आम जनता से धोखाधड़ी करने का प्रयास करते है –
शेयर मार्केट में निवेश कर अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देने वाले अनजान कॉल से सावधान रहें एवं किसी भी प्रकार के व्हाट्सएप ग्रुप में न जुडे़ और न ही किसी प्रकार की जानकारी साझा करें।
कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को कस्टम विभाग, पुलिस अधिकारी, सी.बी.आई. अथवा ई.डी. का अधिकारी बता कर बताकर ठगी करने का प्रयास करते हैं, जिसमें पार्सल कैंसल हो गया है पार्सल में 11 नग एटीएम कार्ड ड्रग्स मिला है, जिसे कस्टम विभाग द्वारा जप्त किया गया है, कहकर ‘‘डिजीटल अरेस्ट’’ के नाम पर ठगी किया जा रहा है इस प्रकार के ठगी से सावधान रहे।
पार्सल के नाम पर मोबाईल नंबर पर कॉल करने कहा जाता है जिससे कस्टमर का कॉल फारवर्ड एक्टिवेट हो जाता है और कॉल तथा मैसेज की जानकारी ठगों के पास चली जाती है तो इस प्रकार के कॉल से सावधान रहे।
किसी भी लुभावने या सस्ती कीमतों पर मिलने वालों सामानों को खरीदते समय नगद, कैश, ऑन डिलीवरी) में लेन-देन करें।
अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाईल पर सेव नहीं है, उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी, बैंकिंग जानकारी, ओटीपी, आधार एप डॉउनलोड या सर्च करने से बचें।
कम परिश्रम से अधिक लाभ कमाने अथवा रकम दुगना करने का झांसा देने वाले व्यक्तियों से सावधान रहें, खुद को स्वयं होकर ठगों के पास न पहॅुचायें।
स्वयं की पहचान छुपा कर सोशल मिडीया फेसबुक, इन्स्टाग्राम, व्हाट्सएप इत्यादि के माध्यम से ईंटिमेट (अश्लील लाईव चैंट) करने से बचें।
परीक्षा में अधिक अंकों से पास करा देने का झांसा देने वाले व्यक्तियों खासकर +92 नम्बरों से होने वाले साइबर फ्रॉड की घटना घटित होने पर निम्न प्रकार से त्वरित रिपोर्ट दर्ज करा सकते है –
तत्काल नजदीकी थाना में अपनी शिकायत दर्ज करें –
हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क कर सहायता प्राप्त कर सकते है।
http://cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते है।