वनांचल विकासखंड नगरी के प्राथमिक शालाओं के छात्रों की दक्षता का आंकलन करने दो दिवसीय राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एन.ए.एस.) 2022 सफलतापूर्वक सम्पन्न

April 7, 2022 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, नगरी -धमतरी

वनांचल क्षेत्र स्थित आदिवासी विकासखंड नगरी में दिनाँक 4 एवं 5 अप्रैल को  एस.सी.ई.आर.टी. के निर्देशानुसार नगरी विकासखंड के चयनित शासकीय एवं अशासकीय प्राथमिक शालाओं में  राष्ट्रीय महत्व के शैक्षणिक सर्वे राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एन.ए.एस.) 2022 सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ । शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्राथमिक शालाओं के छात्रों के सीखने की क्षमता का परीक्षण करने राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण(एन.ए.एस.) 2022 का आयोजन किया गया ।

इस दौरान  विकासखंड शिक्षा अधिकारी सतीश प्रकाश सिंह ने शालाओं का निरीक्षण कर स्कूल का वातावरण, शिक्षण प्रक्रियाओं, छात्रों के परिवार एवं वातावरण के बारे में जानकारी एकत्रित करने, छात्रों के सीखने के अंतराल का समाधान करने, शिक्षा नीतियों, सीखने तथा शिक्षण प्रथाओं को तैयार करने हेतु सम्बंधित सभी प्रधान पाठकों संकुल शैक्षिक समन्वयकों एवं सर्वेकर्ता एफ.आई. को निर्देशित किये | बी.ई.ओ.सतीश प्रकाश सिंह ने बताया कि  राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एन.ए.एस.) 2022सर्वेक्षण के निष्कर्ष अपने नैदानिक रिपोर्ट कार्ड के माध्यम से शिक्षकों, शिक्षा के विस्तार में शामिल अधिकारियों के लिये क्षमता निर्माण में मदद करते हैं।

नगरी विकासखंड अंतर्गत शासकीय-अशासकीय प्राथमिक शाला- बुड्रा, कोहिनपारा, एंजिल चिल्ड्रेन अकादमी नगरी, अर्जुनी,  डोंगरीपारा, बिरनपुर, सर्वोदय हिंदी माध्यम सांकरा, सर्वोदय इंग्लिश स्कूल सांकरा,  देवगांव, गढ़डोंगरी (मा), सरस्वती शिशु मंदिर सलोनी,  बिरनासिल्ली,  डीहीपारा सेमरा,  कुंगेरा,  श्री महामाई गुरुकुल विद्यालय फरसियां,  यूनिक रीड इंग्लिश स्कूल सेमरा,  प्रोविडेंस इंग्लिश स्कूल नगरी,  में 4 एवं 5 अप्रैल को राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण(एन.ए.एस.) 2022 की परीक्षा आयोजित की गई जहा प्राथमिक शालाओं में अध्ययनरत 178 बच्चे सम्मिलित हुए । राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एन.ए.एस.) 2022 को सफल बनाने में प्राचार्य डाईट डा. व्ही.पी.चन्द्रा, संकाय सदस्य श्रीमती हिममणि सोम, जोहन नेताम, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्रीमती महेश्वरी ध्रुव, बी.आर.सी.बी.एम्.साहू, प्राथमिक शालाओं के प्रधान पाठक तथा शिक्षक – शिक्षिकाओं का योगदान रहा |