थायराइड और लिपिड प्रोफाइल जैसे टेस्ट भी पाटन के हमर लैब में, इससे जांच में होने वाला लोगों का खर्च काफी घट गया

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डायबिटीज की जांच के लिए लगने वाला एचडीएवनसी टेस्ट भी हमर लैब में हो रहा, मधुमेह से ग्रस्त मरीज को हर तीसरे महीने में कराना पड़ता है टेस्ट, इसमें 900 रुपए खर्च आता है हमर लैब में निःशुल्क

अब तक 9 हजार से अधिक सैंपल टेस्ट किये गये, हब एंड स्पोक माडल की वजह से पाटन के आसपास के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में लोगों को मिली निःशुल्क जांच की सुविधा

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, दुर्ग

पाटन का हमर लैब किस तरह स्वास्थ्य के क्षेत्र में लोगों के लिए संजीवनी बनकर उभरा है। तीन उदाहरणों से इसे पुख्ता रूप से समझा जा सकता है।

केस 1- बटरेल की 65 साल की महिला हाट बाजार के मोबाइल यूनिट में पहुंची। बीपी की दवा लेती हैं। पैर सूजे हुए थे इसलिए किडनी के फंक्शन की स्थिति जानने के लिए रेनल टेस्ट हेतु सैंपल हमर लैब पाटन भेजा गया। इसमें रिपोर्ट आई कि किडनी की समस्या प्रारंभिक रूप से आरंभ हो गई है। जिला अस्पताल में उनका इलाज आरंभ हो गया जिससे प्रारंभिक रूप से ही चिन्हांकन होने से इलाज में आसानी हो रही है।

केस 2 – पाटन सीएचसी में डिलीवरी के पश्चात नवजात शिशु को पीलिया की समस्या देखी गई। लिवर फंक्शन टेस्ट हेतु तुरंत सैंपल भेजा गया। सैंपल के नतीजे अलार्मिंग थे। तुरंत फोटो थैरेपी मशीन के लिए अनुशंसित किया गया। बच्चे का तुरंत इलाज आरंभ हो गया और स्थिति नियंत्रण में आ गई।

केस 3 – औंधी में मोतियाबिंद के आपरेशन के लिए जो महिला हितग्राही चुनी गई। उसका सैंपल हमर लैब में भेजा गया। तुरंत रिपोर्ट आ गई। इसके बाद जिला आपरेशन में जब इलाज के लिए आगे भेजा गया तो फिर टेस्ट कराने की दिक्कत नहीं रही।

हमर लैब के आरंभ होने के बाद 9000 से अधिक सैंपल कलेक्ट किये जा चुके हैं और इनकी रिपोर्ट दी जा चुकी है। बीएमओ पाटन डा. आशीष शर्मा ने बताया कि हमर लैब हब एंड स्पोक माडल पर काम कर रहा है। यहां पाटन सीएचसी ही नहीं, आसपास के सभी स्वास्थ्य केंद्रों और मोबाइल मेडिकल यूनिट के सैंपल पहुंचते हैं। लिपिड प्रोफाइल, थायराइड जैसे टेस्ट होने की वजह से लोगों का एडवांस टेस्ट यहीं पर हो रहा है और ओपिनियन बनाने में डाक्टरों को काफी आसानी हो रही है। डॉ आशीष शर्मा ने बताया कि कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा के निर्देशानुसार हाट बाजारों में अधिकाधिक संख्या में हितग्राहियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है। डा. शर्मा ने बताया कि डायबिटीज में उपयोग होने वाला एचडीएवनसी टेस्ट की सुविधा भी यहां उपलब्ध है। डायबिटीज की स्थिति जानने मरीजों का यह टेस्ट हर तीसरे महीने कराया जाता है। इसकी कीमत लगभग 900 रुपए होती है लेकिन यह टेस्ट यहां पर निःशुल्क है। उन्होंने बताया कि टेस्ट की आसान सुविधा होने की वजह से और टेस्ट में वैविध्य होने की वजह से मरीज के मर्ज के संबंध में ज्यादा जानकारी रखी जा सकती है और इससे इलाज आसान हो गया है। उल्लेखनीय है कि हमर लैब में सबसे एडवांस पैथोलाजी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि रिजल्ट पूरी तरह से त्रुटिमुक्त हों।

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