बस्तर दशहरा समिति की हुई बैठक : बलराम मांझी समिति के उपाध्यक्ष मनोनीत

Advertisements
Advertisements

बस्तर दशहरा की सभी परंपराओं के नियमानुसार पालन तथा इसके सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित आयोजन के लिए सुझाव दिए

बस्तर दशहरा के आयोजन के लिए इस वर्ष शासन से 85 लाख 75 हजार 500 रुपए की मांग की गई है

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, जगदलपुर

बस्तर दशहरा समिति की बैठक आज जिला कार्यालय के प्रेरणा कक्ष में आयोजित की गई। सांसद एवं बस्तर दशहरा समिति के अध्यक्ष दीपक बैज की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में संसदीय सचिव रेखचंद जैन, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप, नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, जगदलपुर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनिता पोयाम, माटी पुजारी बस्तर राजपरिवार के कमलचंद भंजदेव, कलेक्टर चंदन कुमार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित व्यास, बस्तर दशहरा समिति के सचिव पुष्पराज पात्र सहित मांझी, चालकी, मेम्बर, मेम्बरिन, पुजारी आदि उपस्थित थे।

बैठक में नए उपाध्यक्ष का मनोनयन किया गया। कर्रेकोट परगना के मंगरु मांझी ने बलराम मांझी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी मांझियों ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया। इस अवसर पर सांसद दीपक बैज ने नवनियुक्त उपाध्यक्ष को बधाई देते हुए कहा कि बस्तर दशहरा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है तथा इसे देखने आने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोरोना संक्रमण के कारण बस्तर दशहरा का आयोजन एक बड़ी चुनौती थी, किन्तु बस्तर दशहरा समिति के सदस्यों और जिला प्रशासन की सतर्कता के कारण यह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोरोना संक्रमण के कारण जो लोग बस्तर दशहरा में शामिल नहीं हो पाए, वे इस वर्ष निश्चित तौर पर बस्तर दशहरा में शामिल होंगे, जिससे भीड़ बढ़ेगी। ऐसी स्थिति में इसके सुव्यवस्थित आयोजन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि मावली परघाव के अवसर पर लोगों की उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इसके सजीव प्रसारण के व्यवस्था की आवश्यकता है। वहीं मावली मां की डोली का दर्शन इसके पश्चात् भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पुजारी, मांझी, चालकी, मेम्बर, मेम्बरिन के अनुभव का लाभ सदैव बस्तर दशहरा के आयोजन के समय मिलता रहा है तथा सभी जनप्रतिनिधि इसके बेहतर आयोजन के लिए सभी आवश्यक सहयोग प्रदान करने को तैयार हैं।

संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध बस्तर विभिन्न समुदायों की भागीदारी का अद्भुत उदाहरण है। यह हम सभी का पर्व है और इसे सफल बनाने के लिए सभी को सहयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि माईं दंतेश्वरी के आशीर्वाद से कोरोना संक्रमण के समय भी इसका सफलतापूर्वक आयोजन किया गया और बस्तर दशहरा की भव्यता अब निश्चित तौर पर बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई को देखते हुए इसके भव्य आयोजन में किसी प्रकार की कमी न हो इसके लिए शासन से अतिरिक्त राशि प्राप्त की जाएगी। इस अवसर पर माटी पुजारी कमलचंद भंजदेव ने बस्तर दशहरा की सभी परंपराओं के नियमानुसार पालन तथा इसके सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित आयोजन के लिए सुझाव दिए।

कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया कि 2021 में बस्तर दशहरा के आयोजन के लिए 73 लाख 5 हजार 693 रुपए प्राप्त हुए, जिसमें धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा 25 लाख रुपए, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा 10 लाख रुपए एवं बस्तर जिला प्रशासन द्वारा 38 लाख 5 हजार 693 रुपए प्रदान किया गया था। बस्तर दशहरा पर्व 2021 के आयोजन के लिए सभी फर्मों के भुगतान के पश्चात् 6 लाख 15 हजार 105 रुपए के देयक का भुगतान शेष है। 2022 में बस्तर दशहरा के आयोजन के लिए शासन से 85 लाख 75 हजार 500 रुपए की मांग की गई है।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!