मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना का किया वर्चुअल शुभारंभ, जशपुर के मंत्रणा कक्ष में आयोजित समारोह में विधायक एवं अतिथियों ने किया विकास कार्यों का शिलान्यास

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पहले चरण में जिले के 16 गौठानो में बनाया जाएगा ग्रामीण औद्योगिक पार्क

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास रायपुर में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी ‘‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘‘ का वर्चुअल शुभारंभ किया। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री और छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम में गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री रविंद्र चौबे, वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, संसदीय सचिव श्री चंद्रदेव प्रसाद राय ,राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राजेश्री रामसुंदर दास, राज्य नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष श्री राम गोपाल अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा उपस्थित थे। जशपुर जिले से जशपुर विधायक श्री विनय भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रायमुनी भगत, कलेक्टर श्री रितेश कुमार अग्रवाल, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री जितेन्द्र यादव, समाजसेवी श्री हीरू राम निकुुंज, श्री अजय गुप्ता, अन्य अधिकारीगण, जनप्रतिनिधि एव बड़ी संख्या में समूह की महिलाएं उपस्थित थे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि आज राष्ट्रपिता श्री महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है, मैं उन्हें नमन करता हूॅ। देश हमेशा इन दोनों महापुरूषों का ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि बापू के ग्राम स्वराज की सपने को साकार करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाडी योजना प्रारंभ की गई है। इसी योजना के अंतर्गत ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में चयनित गौठानों को आजीविका केन्द्र हेतु महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क  विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गौठानों का स्वरूप अब बदल रहा है। अब गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के साथ ही, मुर्गी-बकरी पालन, मशरूम उत्पादन, सब्जी उत्पादन, कृषि उत्पादों एवं वनोपजों के प्रसंस्करण का कार्य किया जा रहा है। महिलाएं गौठान से जुड़कर स्वावलंबी बन रही है। उनकी आय में वृद्धि होने के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो रहा है। श्री बघेल ने बताया कि प्रथम चरण में राज्य के 300 गौठानों का चयन किया गया है। चालू वित्तीय वर्ष में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के लिए 600 करोड़ का प्रावधान है। इसके अंतर्गत चयनित गौठानों में बजट राशि का एक चौथाई भाग 150 करोड़ का भुगतान महिला समूह को किया गया है। साथ ही प्रति वर्ष हर विकासखंड में दो नए रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क का विकास किया जाएगा।

शुभांरभ कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल ने महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के लोगो का विमोचन भी किया। साथ ही प्रदेश के विभिन्न जिलों की महिला समूहों से चर्चा कर उनकी योजनाओं की जानकारी ली। उन्होेंने सभी महिलाओं खूब तरक्की करने हेतु बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर जशपुर विधायक विनय भगत ने कहा कि प्रदेश सरकार आमजनों को केन्द्र में रखकर योजनाएं तैयार करती है। जिसका प्रत्यक्ष लाभ ग्रामीणों को मिलता है। गौठानों में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क बन जाने से महिलाएं मल्टी एक्टिविटी के माध्यम से आत्मनिर्भर बन रही है। उन्हें आय के स्त्रोत प्राप्त हुए है। श्री भगत ने गौठानों से जुड़ी सभी महिलाओं को शुभकामनााएं देते हुए कहा कि शासन की यह महत्वाकांक्षी योजना है। इसका लाभ गांव-गांव तक पहंुचाना होगा। इस हेतु इस कार्य में अधिकारियो एवं जनप्रतिनिधियों की सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने सभी को मिलकर इस क्षेत्र में कार्य करने की बात कही।

कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि गौठान के माध्यम से ग्रामीण महिलाएं स्वावलंबन के पथ पर अग्रसर हो रही है। जिले में महिलाएं जैविक खाद के साथ ही मुर्गी-बकरी पालन, मशरूम उत्पादन, मसाला प्रोसेसिंग, जैविक कीटनाशक, सहित अन्य उत्पाद तैयार कर रहे है। जशपुर जिला प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। यहां कटहल, लीची, स्ट्रॉबेरी, नाशपाती, चाय जैसे उपज प्रचूर मात्रा में होता है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के माध्यम से ग्रामीण महिलाएं इनका प्रसंस्करण कर अनेक उत्पाद तैयार कर सकती है। साथ ही उन्हें विक्रय के लिए बाजार भी प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत एवं सामाजिक रूप से सुदृढ़ बनेंगी।

सीईओ श्री यादव ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क बनाने के उद्देश्य के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जिले के चयनित गौठानों में महिलाओं द्वारा की जा रही गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि रिपा के माध्यम से समूह की महिलाएं आजीविका संवर्धन गतिविधियों से जुड़कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेंगी।

जिले के 8 विकासखंडों में 16 गौठानों में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क का शुभारंभ किया गया है। जिसके अंतर्गत जशपुर जनपद के घोलेंग, बालाछापर गौठान, दुलदुला के नोनियातला, कोरना,मनोरा के आस्ता, सोनक्यारी, बगीचा के जुरगुम, पंडरापाठ, कुनकुरी के गिनाबहार, फरसाकानी,फरसाबहार के बोखी, साजबहार, कांसाबेल के बगिया, चेटबा एवं पत्थलगांव के पालीडीह व बहनाटांगर गौठान शामिल है। जिले के इन 16 गौठानों हेतु 32 करोड़ का राशि स्वीकृत है। जिसका उपयोग अधोसंरचना निर्माण एवं महिलाओं को प्रशिक्षण, मशीनरी क्रय, कच्चा माल उपलब्ध कराने सहित अन्य कार्य किए जाएंगे।

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