95 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों व जवानों का पलमोनरी रिसिसटैशन जागरूकता शिविर

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जागरूकता शिविर में प्रशिक्षण एवं उचित जानकारी प्रदान की गयी

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर                  

अनिल कुमार बृक्ष, कमांडेंट 95 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के मार्गदर्शन में डा. शिव शक्ति प्रसाद द्विवेदी (राज्य चिकित्सा अधिकारी ) द्वारा 95 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों व जवानों को कार्डियो पलमोनरी रिसिसटैशन जागरूकता शिविर, प्रशिक्षण एवं उचित जानकारी प्रदान की गयी।

सीपीआर एक आपातकालीन स्थिति में प्रयोग की जाने वाली प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति की धड़कन या सांस रुक जाने पर प्रयोग की जाती है। सीपीआर में बेहोश व्यक्ति को सांसें दी जाती हैं, जिससे फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलती है और साँस वापस आने तक या दिल की धड़कन सामान्य होने तक छाती को दबाया जाता है जिससे शरीर में पहले से मौजूद ऑक्सीजन वाला खून संचारित होता रहता है।

हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, डूबना, सांस घुटना और करंट लगना जैसी स्थितियों में सीपीआर की आवश्यकता हो सकती है।

अगर व्यक्ति की सांस या धड़कन रुक गई है, तो जल्द से जल्द उसे सीपीआर दें क्योंकि पर्याप्त ऑक्सीजन के बिना शरीर की कोशिकाएं बहुत जल्द खत्म होने लगती हैं। मस्तिष्क की कोशिकाएं कुछ ही मिनटों में खत्म होने लगती हैं, जिससे गंभीर नुकसान या मौत भी हो सकती है।

अध्ययनों से पता चलता है कि अगर अधिक लोगों को सीपीआर देना आ जाए तो कई जानें बचाई जा सकती हैं, क्योंकि सही समय पर सीपीआर देने से व्यक्ति के बचने की सम्भावना दोगुनी हो सकती है।

इस कार्यक्रम में कृष्ण जायसवाल मुख्य चिकित्सा अधिकारी, नितिद्र नाथ द्वितीय कमान अधिकारी, महेन्द्र मिश्रा उप कमांडेंट, उमाकांत ओझा उप कमांडेंट एवं भारी संख्या में जवानों ने भाग लिया।

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