भौंरा, बांटी, बिल्लस, पिठुल और संखली खेलों में ग्रामीण प्रतिभागियों ने दिखाई प्रतिभा : जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल का हुआ शुभारंभ

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जांजगीर-चांपा

राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने प्रारंभ किये गये छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल का जिला स्तरीय आयोजन आज से जांजगीर-चांपा जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नं. 1 के खेल मैदान में प्रारंभ हुआ। जिले के अलग-अलग विकासखंडों से चयनित भौंरा, बांटी, बिल्लस, पिठुल और संखली खेलों के खिलाड़ियों ने मैदान पर अपनी प्रतिभा दिखाई।

जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल का शुभारंभ प्रतियोगिता में शामिल खिलाड़ियों के आकर्षक मार्चपास्ट और शपथ से प्रारंभ हुआ। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती यनिता यशंवत चन्द्रा ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इन खेलों के आयोजन से ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों की खेल प्रतिभाएं उभरकर कर सामने आएंगी। उन्होंने खेल शुभारंभ करने की औपचारिक घोषणा भी की।

ग्राम पंचायत स्तर और जिला स्तर पर विकसित होंगे खेल मैदान

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिले में भव्य आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि ग्रामीण स्तर पर खेल का आयोजन किया गया था। इन खेलों मे बेहतर प्रदर्शन कर बहुत से खिलाड़ी जिला स्तर पर चयनित होकर आज प्रतियोगिता में भाग ले रहें है। यहां तक पहुंचने वाले सभी खिलाड़ी को मै बधाई देते हुए उम्मीद करता हूं कि वे अपने बेहतर प्रदर्शन से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे और अपने गांव, अपने जिले तथा प्रदेश का नाम रौशन करेंगे। कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आयोजन कर भुला दिए गए पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया है। आयोजन में बहुत उत्साह के साथ बच्चें, महिलाएं, युवा एवं बड़े तथा समाज के सभी वर्ग के लोग शामिल हों रहें हैं। यह खेल मनोरंजन, एकता का भी परिचायक बन रही है।

कलेक्टर ने ग्रामीण स्तर पर खेल, प्रैक्टिस आदि गतिविधियों को बढ़ाने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर भी खेल मैदान विकसित करने और जिला स्तर पर भी सुविधाएं बढ़ाने की बात कही। महिला आयोग की सदस्य सुश्री शशिकान्ता राठौर ने राज्य में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने से आने वाली पीढ़ी का शारीरिक तथा मानसिक विकास होने की बात कही। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी मैदान पर खेल से दूर मोबाइल एवं टीव्ही की दुनिया में खेल व मनोरंजन पर व्यस्त हैं। छत्तीगसढ़िया ओलम्पिक जैसे खेल नई पीढ़ी को खेलों से जोड़ने के लिए प्रेरित करेंगी। कार्यक्रम में नगर पालिका के अध्यक्ष श्री भगवान दास गढ़ेवाल ने कहा कि यह बहुत सौभाग्य की बात है कि राज्य सरकार ने पारंपरिक खेलों को इस तरह आयोजन कर जन-जन से जोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि जांजगीर जिला पहले ही खेलों का गढ़ रहा है। इस क्षेत्र से अनुक खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर जिले का नाम रौशन किया है। आज के आयोजन में भाग लेने वाले खिलाड़ी खेल भावना से खेलते हुए बेहतर प्रदर्शन करेंगे यही उम्मीद है।

अपर कलेक्टर श्री एसपी वैद्य ने कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन करते हुए तीन दिवसीय खेल आयोजन को बेहतर ढंग से संचालित करने की बात कही। कार्यक्रम में श्रीमती पुष्पा पाटले सदस्य बाल संरक्षण आयोग, श्री रमेश पैगवार सदस्य अनुसूचित जाति आयोग, श्री नारायण खंडेलिया सदस्य जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड, पूर्व विधायक मोतीलाल देवागंन, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल, जिला पचायत सीईओ डॉ ज्योति पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

तीन दिवसीय आयोजन में डेढ़ हजार से अधिक खिलाड़ी लेंगे भाग

जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का आयोजन 24 से 26 नवम्बर तक हाई स्कूल खेल मैदान में आयोजित किया जा रहा है। प्रतियोगिता में प्रथम दिन संखली, बिल्लस, बांटी, पिठुल एवं भौंरा के लगभग 500 खिलाड़ी भाग ले रहें है। प्रतियोगिता के दूसरे दिन 25 नवम्बर को लंबी कूद, 100 मीटर दौड़, गिल्ली डंडा, कबड्डी और लंगड़ी दौड़, 26 नवम्बर को फुगड़ी, रस्साकसी, खो-खो, गेड़ी दौड़ का आयोजन किया जाएगा।

कलेक्टर-एसपी एवं अतिथियों ने भौंरा चलाकर खिलाड़ियों को किया प्रोत्साहित

जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के शुभारंभ अवसर पर कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा, एसपी पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल सहित अन्य अतिथियों ने मैदान में भौंरा चलाकर मौके पर उपस्थित खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।

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