जशपुर जिले के ग्राम पंचायत पोरतेंगा के सरपंच घर-घर जाकर दिव्यांग, वृ़द्धजनों को पेंशन का भुगतान बीसी सखी के माध्यम से करा रहे :कलेक्टर ने सरपंच के कार्यो की सरहाना करते हुए दी शाबाशी

Advertisements
Advertisements

सरपंच ने कहा जरूरतमंद लोगों को समय पर मदद पहुंचाने पर बहुत खुशी महसूश होती है

सात कुपोषित बच्चे को भी लिया गया है गोद और हर सप्ताह दूध, केला, अण्डा वितरण किया जा रहा

मरीजों के साथ गर्भवती माताओं को संस्थागत् प्रसव का समय पर लाभ मिले इसके लिए एक वाहन देना की है इच्छा

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने आज अपने कलेक्टोरेट कक्ष से जशपुर विकासखण्ड के पोरतेंगा निवासी सरपंच रोहित खलखो से बात करके योजनाओं के संबंध में जानकारी ली और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यो की सराहना करते हुए अन्य सरपंचों को भी कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।

सरपंच रोहित खलखो ने बताया कि वे पहली बार सरपंच बने हैं और अपने ग्राम पंचायत क्षेत्र में लोगों की छोटी-मोटी हर जरूरतों पूरा करने का भरभूर प्रयास करते हैं। उन्हें बताया कि वे बी.एस.सी पास हैं। उनसे पहले उनकी माता भी सरपंच रह चुकी है। अच्छे कार्य करने के कारण इस बार गांव वालों ने उन्हें सरपंच चुना गया है।

कलेक्टर ने रोहित खलखो से उनके कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी ली। सरपंच ने बताया कि उनके ग्राम पंचायत क्षेत्र में लगभग 171 पेंशनधारी हितग्राही है। उनका प्रयास रहता है कि प्रत्येक माह दिव्यांग, वृद्धजन और 60 वर्ष के अधिक उम्र के पात्र हितग्राहियों को पेंशन समय पर मिल जाए। उन्हें बताया कि पेंशन भुगतान करने के लिए बी.सी. सखी के माध्यम से घर-घर जाकर हितग्राहियों का पेंशन भुगतान किया जाता है और किसी भी प्रकार की समस्या आने पर जनपद पंचायत कार्यालय में खाता नम्बर और आधार कार्ड स्वयं ले जाकर संबंधित हितग्राही का पेंशन भुगतान कराया जाता है।

उन्होंने बताया कि किसी हितग्राही का अधिक उम्र हो गया है और आधार कार्ड में कम उम्र दर्ज हो जाता है ऐसे हितग्राहियों का भी समाधान करने के लिए ग्राम पंचायत में शनिवार और रविवार को पेंशन शिविर लगाया जाता है और उनके आधार में दर्ज उम्र को सुधार कराया जाता है। ताकि उन्हें भी पेंशन का लाभ मिल सके।

उन्होंने बताया कि अपने गांव को कुपोषण से मुक्त बनाने के लिए भी सात बच्चों को गोद लिया गया है और उन्हें गुरूवार को स्वयं के व्यय से अण्डा, दूध, केला और फल-फूल वितरण किया जाता है। ताकि अपने ग्राम पंचायत के बच्चे सुपोषित हो सके। अगर उनके ग्राम पंचायत में कोई निर्धन वृद्धजन या जिनका कोई देखरेख करने वाले नहीं हैं ऐसे बुजुर्ग व्यक्तियों के खत्म हो जाने पर स्वयं के व्यय पर क्रियाक्रम का खर्च उठाया जाता है। उन्होंने बताया कि जरूरतमंद लोगों को समय पर मदद पहुंचाने पर बहुत खुश महसूश होती है।

रोहित खलखो ने बताया कि वे अपने ग्राम पंचायत में किसी प्रकार की दुर्घटन या कोई बीमार पड़ जाता है तो वाहन की आवश्यता पड़ती है ऐसे स्थिति में स्वयं मरीज को अस्पताल लेकर जाते हैं और ईलाज कराते हैं। उन्होंने बताया कि वे अपने ग्राम पंचायत को स्वयं की इच्छा और राशि से एक छोटी ओमीनी वाहन मरीजों की सुविधा के लिए देने चाहते हैं। मरीजों के लिए एक बेड लगाया जाएगा और उसमें एक सैलेंण्डर की भी व्यवस्था की जाएगी। ताकि उस वाहन का उपयोग ग्राम पंचायत के आस-पास के मरीजों और गर्भवती माताओं के लिए किया जाएगा और महिलाओं को संस्थागत् प्रसव का लाभ दिया जा सके।

कलेक्टर ने सरपंच की सरहाना करते हुए शाबाशी दी और खुशी जाहिर करते हुए उनका उत्साह वर्धन भी किया।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!