पंचायत विभाग के अधिकारियों की कलेक्टर ने ली बैठक, कहा गाँवों की स्वच्छता और सुंदरता का ध्यान रखना प्राथमिकता

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संपूर्ण स्वच्छता माडल पर होगा काम, पहले चरण में 25 गाँवों में होगा काम

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, दुर्ग

जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देने और सभी गांवों को स्वच्छ सुंदर बनाने संपूर्ण स्वच्छता माडल पर काम होगा। पहले चरण में इसके लिए 25 गाँवों को लिया जाएगा और इसके पश्चात सभी ग्राम पंचायतों में इसका विस्तार किया जाएगा। कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने यह निर्देश पंचायत विभाग के अधिकारियों की बैठक में लिये। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री अश्विनी देवांगन भी मौजूद रहे।

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार सुराजी गांवों के महात्मा गांधी के विचार को लेकर चल रही है। शासन की मंशानुरूप ग्रामीण क्षेत्रों में प्रमुखता से स्वच्छता और सुंदरता को बढ़ावा देना अहम है। इसके लिए हमें संपूर्ण स्वच्छता माडल पर काम करना होगा। कलेक्टर ने इस मौके पर कहा कि संपूर्ण स्वच्छता माडल के अभियान के लिए युद्धस्तर पर जुटना है। इसके लिए केवल प्रशासनिक अमले की सक्रियता ही पर्याप्त नहीं है।

इस महती लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सामुदायिक भागीदारी भी बहुत जरूरी है। सबसे पहले यह देखना अहम है कि जल निकासी बेहतर तरीके से हो क्योंकि गंदगी सबसे ज्यादा जल निकाली की पुख्ता व्यवस्था नहीं होने से पनपती है। घरों में सोक पीट को बढ़ावा देकर यह कार्य किया जाएगा। इसके लिए जरूरी है कि सभी गाँवों में लोगों से मिले और ड्रेनेज को लेकर उन्हें सलाह दें। इसके साथ ही चैक चैराहों की सुंदरता भी अहम है।

कलेक्टर ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि दुर्ग जिले के अपने ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान मैंने देखा कि कुछ गाँव बहुत सुंदर और साफ सुथरे हैं और इसकी बड़ी वजह प्रशासनिक अमले की सक्रियता के साथ ही गाँव वालों की भागीदारी भी है। स्वच्छता अभियान आरंभ होने के बाद यहां पर चैक चैराहों को साफ किया गया। ऐसी जगहों पर जहां लोग गंदगी बिखेर देते थे वहां पर फूलों की क्यारियां लगा दी गईं, इससे ये जगह स्वतः ही सुंदर होती गई।

इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्री अश्विनी देवांगन ने कहा कि दुर्ग जिले में ग्रामीणों की जागरूकता और प्रशासनिक अमले की सक्रियता की वजह से स्वच्छता को लेकर अच्छा काम हुआ है। प्रशासन ने बर्तन बैंक जैसे प्रयोग आरंभ किये और पंचायतों ने उसे अपनाया है। साफ सुथरे गाँवों में बीमारियां कम पनपती हैं। बीमारियों के कम पनपने से स्वास्थ्य का स्तर तो बढ़िया ही रहता है बच्चों में कुपोषण आदि की दिक्कत भी नहीं आती। पंचायत विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने मनरेगा और एनजीजीबी योजना के अंतर्गत हो रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी ली और अमले को निर्देशित किया।

महिला मानव दिवस के क्षेत्र में बढ़िया काम करने बधाई दी- कलेक्टर ने पंचायत विभाग के अधिकारियों को महिला मानव दिवस के क्षेत्र में बढ़िया काम करने बधाई दी। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में महिला मानव दिवस मनरेगा के लिए अधिकतम संख्या में सृजित करने पंचायत विभाग ने अच्छा काम किया है।

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