मुख्यालय के कलेक्ट्रेट रोड में खुल रहा है ’’गढ़कलेवा’’-मिलेट्स कैफे : मिलेट्स से बने व्यंजनों का भी स्वाद ले सकेंगें लोग

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’’गढ़कलेवा’’ निर्माण कार्य का कलेक्टर ने किया निरीक्षण

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, नारायणपुर

जिला कार्यालय जाने वाले मार्ग पर जिला प्रशासन द्वारा बनाये जा रहे ’’गढ़कलेवा’’ स्वल्पाहार भवन का निर्माण लगभग पूर्णता की ओर हैं।  ज्ञातव्य है कि उक्त ’’गढ़कलेवा’’ में आम खान पान के अतिरिक्त मिलेट्स से बने व्यंजन जैसे रागी के अलावा अन्य मोटे अनाजो से निर्मित दोसा, लड्डू, पकौड़ा, ईडली, कुकीज आदि खाद्य सामग्री भी उपलब्ध रहेगी और इसे कृशि विज्ञान केन्द्र के स्व सहायता महिला समूहों द्वारा संचालित किया जाएगा। इस क्रम में आज कलेक्टर श्री अजीत वसन्त द्वारा ’’गढ़कलेवा’’ निर्माण स्थल का निरीक्षण किया गया। इस मौके पर उन्होने निर्माण कार्य को निर्धारित समयावधि में बनाने के अलावा दरवाजे, टाईल्स, रोशनदान, पानी निकासी, प्रसाधन कक्ष एवं ग्लोसाइन बोर्ड के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री देवेश कुमार ध्रुव सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है प्रदेश के अन्य जिलो भी मिलेट्स कैफे खोले जा रहे है। इस संबंध में मोटे अनाजों के उत्पादन और उपभोग को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट ईयर के रूप में मनाया जा रहा है।  गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में रागी, कोदो, कुटकी जैसे मोटे अनाजों और लघु धान्य फसलों की पैदावार बढ़ाने, इनकी खरीदी की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित करने और इनकी प्रोसेसिंग कर इन्हें शहर के बाजारों तक पहुंचाने के लिए मिशन-मिलेट शुरू किया गया है। राज्य सरकार ने कोदो, कुटकी और रागी का समर्थन मूल्य तय करने के साथ-साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दायरे में इन्हें भी शामिल किया है। मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए गौठानों में विकसित किए जा रहे रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में मिलेट्स प्रोसेसिंग प्लांट लगाए जा रहे हैं। प्रदेश के 14 जिलों को इस मिशन में शामिल किया गया है। इसके लिए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च हैदराबाद से एमओयू किया गया है। एमओयू के अंतर्गत इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च हैदराबाद छत्तीसगढ़ में कोदो, कुटकी एवं रागी की उत्पादकता बढ़ाने, तकनीकी जानकारी, उच्च क्वालिटी के बीज की उपलब्धता और सीड बैंक की स्थापना के लिए सहयोग और मार्गदर्शन दे रहा है।

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