साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक सम्पन्न : 28 मार्च को जिला अस्पताल जशपुर में लगाया जाएगा स्वास्थ्य शिविर, रायपुर एम्स के डॉक्टर मरीजों का निःशुल्क करेगें ईलाज – कलेक्टर
March 21, 2023हड्डी रोग विशेषज्ञ, हदय रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, नाक, कान, गला विशेषज्ञ और सर्जन रायपुर से आएंगें
कलेक्टर ने रीपा के कार्यो में प्रगति लाने के दिए निर्देश
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली। उन्होंने जिले में ब्लड स्टोरेज यूनिट, किसान क्रेडिट कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रगति, पेंशन, राशन कार्ड, कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण, मुख्यमंत्री घोषणाओं को अमल और जिले के लिए बजट में शामिल कार्यो की बिन्दुवार समीक्षा की और विभागीय अधिकारियों को टीएल के लंबित प्रकरणों का निराकरण गंभीरता से करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव, अपर कलेक्टर, सभी एसडीएम, जनपद सीईओ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने जिले में संचालित किए जा रहे ब्लड स्टोरेज यूनिट के संबंध में जानकारी लेते हुए यूनिट में पर्याप्त मात्रा में सभी ब्लड ग्रुप के रक्त की उपलब्धता रखने के लिए कहा और ई-रक्त कोष में ऑनलाईन अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में आगामी 28 मार्च को स्वास्थ्य शिविर का आयोजना किया जा रहा है। जहॉ रायपुर एम्स के डॉक्टर और विभिन्न बीमारियों के विशेषज्ञ उपस्थित रहेंगें और मरीजों का ईलाज करेगें। उन्होंने जनपद सीईओ को भी अपने ग्राम पंचायतों में स्वास्थ्य शिविर का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि अधिक से अधिक लोग स्वास्थ्य शिविर का लाभ उठा सकें। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल के स्वास्थ्य शिविर में हड्डी रोग विशेषज्ञ, हदय रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, नाक, कान, गला विशेषज्ञ और सर्जन रायपुर से आएंगें। उन्होंने कहा कि बीमारियों से प्रभावित मरीज 28 मार्च को जिला अस्पताल में आकर अपना निःशुल्क ईलाज करवाएं।
कलेक्टर डॉ. मित्तल ने सभी जनपद सीईओं को रीपा के कार्यो में प्रगति लाने के निर्देश दिए हैं और समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर विभिन्न रोजगार मूलक कार्यो से जोड़ने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि चिन्हांकित रीपा में निजी उद्योगों को भी जमीन उपलब्ध कराया जाना है। इसके लिए अपने गांव या आस-पास के ऐसे लोग जो उद्योग स्थापित करना चाहते हैं उनकी रूचि के अनुसार डीपीआर तैयार कर लें, ताकि अनुशंसा के उपरांत रीपा के तहत् जमीन उपलब्ध कराई जा सके।