जशपुर कलेक्टर ने गौठानों में बाड़ी विकास की धीमी प्रगति पर 6 जनपद सीईओ को नोटिस जारी करने के दिए निर्देश, कार्य में लापरवाही बरतने वाले जनपद सीईओ बदले जाऐंगे
November 30, 2021अंग्रेजी एवं हिन्ही माध्यम स्कूल दो पाली में संचालित किए जाएंगे, कोई भी हिन्दी माध्यम स्कूल को बंद नहीं किया जा रहा
मिलर्स बारदाना जमा नहीं कर रहें हैं तो नोटिस देकर कार्यवाही करें,
समाज कल्याण अधिकारी को आगामी 03 दिसम्बर को विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर शिविर लगाने के निर्देश
रात्रि चौपाल में ग्रामीणजनों से सभी प्रकार के आवेदन लेने के लिए कहा गया
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,
जशपुर. कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने आज कलेक्ट्रोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक लेकर धान खरीदी की तैयारी, बारदाने की उपलब्धता, किसानों को टोकन जारी करने और ग्राम पंचायतों छूटे हुए लोगों का शत्प्रतिशत टीकाकरण के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने सभी एसडीएम, विपणन अधिकारी, खाद्य अधिकारी, सहकारी समिति के सहायक पंजीयक, कृषि अधिकारी एवं नोडल अधिकारियों को अपने-अपने विकासखण्ड के धान खरीदी केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करके तैयारी का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं। धान खरीदी के लिए किसानों का टोकन काटने के लिए भी कहा गया है। उन्होंने कहा कि टोकन काटते समय कोविड-19 के नियमों का भी पालन करें साथ ही ज्याद भिड़-भाड़ न होने पाए इसका भी विशेष ध्यान रखे। उन्होंने सभी धान खरीदी केन्द्र में बारदाने उपलब्धता की जानकारी ली और किसानों को धान खरीदी केन्द्र में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखने के लिए कहा गया है।
कलेक्टर ने धान खरीदी केन्द्रों में बारदाना, आर्द्रता मापी यंत्र, कांटा-बाट सहित अन्य व्यवस्था पूरी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राईस मिलर्स बारदाना जमा करने में लापरवाही कर रहें हैं तो नोटिस देकर कार्यवाही करें। धान खरीदी केन्द्रों में निरीक्षण करने के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। संबंधित नोडल अधिकारी अपने-अपने चिन्हांकित धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण करकें वहॉ की वस्तु-स्थिति की जानकारी प्रशासन को देंगें। केन्द्र में कोई भी समस्या आने पर तत्काल इसकी सूचना देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केन्द्रों की व्यवस्था देखना सभी नोडल अधिकारियों का दायित्व है।
कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान गौठानों में चारागाह और बाड़ी विकसित के कार्य को विकसित करने के निर्देश दिए हैं। सभी जनपद सीईओ को अपने-अपने विकासखण्ड के गौठानों में साग-सब्जी के उत्पादन करने के लिए खेतों की जोताई करने के लिए कहा है ताकि गौठान से जुड़ी स्व-सहायता समूह की महिलाएॅ साग-सब्जी उत्पादन करके अतिरिक्ति आमदनी प्राप्त कर सकें। समीक्षा के दौरान उन्होंने दुलदुला, कुनकुरी, फरसाबहार, कांसाबेल, बगीचा और पत्थलगावं के जनपद सीईओ को गौठानों में बाड़ी विकास के कार्य की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने सभी जनपद सीईओ कड़ी हिदायत देते हुए कहा है कि अपने-अपने कार्य में प्रगति लाए अन्यथा प्रभार बदल दिए जाएगे। उन्होंने एसडीएम और जनपद सीईओ को रात्री चौपाल के दौरान लोगों से उनकी समस्याएं, मांगें, राशन कार्ड, जाति, निवास, आय प्रमाण-पत्र, आयुष्मान कार्ड, श्रम कार्ड, बिजली बिल से संबंधित समस्या, दिव्यांग प्रमाण-पत्र सहित अन्य योजनाओं से संबंधित आवेदन लेकर लाभान्वित करने के निर्देश दिए हैं। समाज कल्याण अधिकारी को आगामी 3 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगजनों का स्वास्थ्य शिविर लगाकर उनका यूडी आईडी कार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने छूटे हुए दिव्यांगजनों का पेंशन एवं अन्य उपकरण में वैसाखी, ट्राईसायकल, श्रवण यंत्र सहित अन्य सामग्री भी उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।
कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान टीकाकरण के प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम पंचायतों में स्वास्थ्य विभाग, सरपंच, सचिव, मितानीन, रोजगार सहायक, पटवारियों, अधीक्षकों, शिक्षकों की सहायता लेकर छूटे हुए लोगों का प्रथम और द्वितीय डोज लगवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण दल को रूकने के लिए ग्राम पंचायतों में ही व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि उस गांव के शत्-प्रतिशत लोगों का टीकाकरण किया जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना टेस्ट अनिवार्य रूप से करें। विदेश से आने वाले लोगों की जानकारी मिलती है तो ट्रेस करके उनका भी कोरोना जांच अनिवार्य रूप से करें।
कलेक्टर ने बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ठ अंग्रेजी एवं हिन्दी माध्यम स्कूल भी सुचारू रूप से नियमित संचालित होते रहेंगें। दोनो पाली में स्कूल लगाकर बेहतर संचालन करें। उन्होंने कहा कि कोई भी हिन्दी माध्यम स्कूलों को बंद नहीं किया जा रहा है। इसकी जानकारी पालकों को अनिवार्य रूप से दें ताकि भ्रम की स्थिति निर्मित न होने पाए।