कलेक्टर श्री छिकारा ने जिले में मलेरिया रोकथाम के लिए वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक : मलेरिया रोकने आवश्यक उपायों पर गंभीरता पूर्वक अमल करने दिए निर्देश

कलेक्टर श्री छिकारा ने जिले में मलेरिया रोकथाम के लिए वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक : मलेरिया रोकने आवश्यक उपायों पर गंभीरता पूर्वक अमल करने दिए निर्देश

August 7, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, गरियाबंद

कलेक्टर आकाश छिकारा ने आज मलेरिया नियंत्रण के लिए राजस्व,  स्वास्थ्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, महिला एवं बाल विकास विभाग, मत्स्य विभाग सहित अन्य विभाग के अधिकारियों की अंतर्विभागीय सहभागिता के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली। उन्होंने जिले में मलेरिया नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य विभागों के अधिकारियों को मलेरिया रोकथाम के जरूरी उपायों पर गंभीरता पूर्वक अमल करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी देते हुए जिले में मलेरिया को जड़ से खत्म करने सक्रियता के साथ काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने मत्स्य पालन विभाग को गम्बोजिया मछली की व्यवस्था करने को कहा जिसका उपयोग जमे पानी में मच्छरों के लार्वा नष्ट करने के लिए किया जा सके। साथ ही ऐसे स्थानों में लार्वा के पनपने की संभावना अधिक होती है। ऐसे स्थानों पर मितानिनों के सहयोग से लार्वा को नष्ट करने के लिए आवश्यक उपाय करने और पानी इकठ्ठा नहीं होने देने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने के निर्देश दिए।  इसका प्रत्येक सप्ताह गुरूवार की शाम तक स्वास्थ्य विभाग, पंचायत विभाग तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रमाणीकरण करते हुए रिपोर्ट देना होगा। जिससे यह निश्चित हो जाये कि मलेरिया के प्रकरण के रोकथाम के लिए संबंधित ग्राम पंचायत, ग्रामों के मच्छर एवं लार्वा पनपने की संभावना को खत्म किया जा चुका है। इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव, अपर कलेक्टर श्री अविनाश भोई, संयुक्त कलेक्टर श्री नवीन भगत, सीएमएचओ डॉ. के.सी उराव, डीपीएम श्रीमती सोनल ध्रुव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर श्री छिकारा ने कहा कि प्रत्येक ग्राम जहां पर मलेरिया के पॉजिटिव प्रकरण है, ऐसे मरीजों के बेहतर इलाज के लिए उन्हें आवश्यकतानुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल में भर्ती कराएं। इसके अलावा संबंधित ग्रामों में यदि कोई बुखार, दस्त, सिरदर्द या उल्टी के मरीज पाये जाते है तो उन्हें अनिवार्य रूप से नजदीकी अस्पताल में भर्ती करायें। प्रत्येक ग्राम के स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, मितानिन के साथ घर-घर भ्रमण कर मलेरिया के बीमारी के लक्षण, मलेरिया के रोकथाम और मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के कार्य को प्राथमिकता दे। उन्होंने कहा कि किसी भी ग्राम में मलेरिया के प्रकरण नहीं मिलने चाहिए। कलेक्टर ने प्रत्येक ग्राम में मलेरिया के नियंत्रण के लिये पर्याप्त दवाईयॉ का वितरण करने एवं रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करने प्रचार-प्रसार करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को मलेरिया के अब तक पाये गए प्रकरणों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने स्कूलों के आसपास मच्छर को पनपने नहीं देने के लिये पानी इकठ्ठा होने वाले क्षेत्रों का चिन्हांकन कर उसमें मलेरियारोधी रासायनिक पदार्थाे का छिड़काव करके मलेरिया के रोकथाम करने एवं नियमित रूप से स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये खण्ड चिकित्सा अधिकारी से संपर्क बनाये रखने के निर्देश दिये।