मुख्यमंत्री ने किया अत्याधुनिक इंडोर फायरिंग रेंज (लक्ष्य) का उद्घाटन, पाँच पुलिस रेंज में प्रारंभ हुये नये साईबर थाने !

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जिला रायपुर, बिलासपुर एवं बलरामपुर में पुलिस ट्रांजिट मेस, 16वीं वाहिनी नारायणपुर में 48 पुलिस आवास गृहों के निर्माण कार्यों की रखी गई आधारशीला.

पुलिस इकाइयों को 155 चार पहिया वाहन एवं महिला हेल्प-डेस्क हेतु 67 स्कूटी वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर मुख्यमंत्री द्वारा किया गया रवाना.

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

रायपुर :  माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा आज पीटीएस माना के समीप नवनिर्मित अत्याधुनिक इंडोर फायरिंग रेंज ‘लक्ष्य’’ के साथ 05 पुलिस रेंज में नये साईबर थाना एवं नवीन सुदृढ़िकृत थाना भवनों का उद्घाटन किया गया। इसके अलावा जिला रायपुर, बिलासपुर एवं बलरामपुर में पुलिस ट्रांजिट मेस, 16वीं वाहिनी नारायणपुर में 48 पुलिस आवास गृहों के निर्माण कार्यों की आधारशीला बटन दबाकर वर्चुअली रखी गई। पुलिस के कार्यो में सुगमता व गति लाने विभिन्न पुलिस इकाइयों को 155 चार पहिया वाहन एवं महिला हेल्प-डेस्क हेतु 67 स्कूटी वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा रवाना किया गया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज का दिन छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए महत्वपूर्ण है। स्वतंत्रता दिवस के पूर्व आज पुलिस विभाग को अनेक सौगातें मिली। आज के युग में जितने संसाधन व सुविधाएं  बढ़ेंगी, उतनी ही तेजी से अपराध को रोकने में सफलता मिलेगी। उन्होंने आगे कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग अपराधी भी करेंगे अतः इनसे निपटने के लिए पुलिस को दो कदम आगे रहकर अपराधों पर नियंत्रण करना होगा। उन्होंने उद्बोधन में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस का उपयोग पुलिसिंग हेतु करने के लिए पुलिस विभाग को प्रेरित किया। लक्ष्य इंडोर फायरिंग रेंज पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों के लिए काफी उपयोगी साबित होगा, क्योंकि खुले में फायरिंग प्रैक्टिस करने से दुर्घटना होने की संभावना रहती है, साथ ही इस फायरिंग रेंज में किसी भी मौसम में पुलिस अधिकारी/कर्मचारी फायरिंग कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारियों एवं जवानों द्वारा राज्य में कानून व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण के लिए जो काम किये गये हैं, वह महत्पूर्ण है। नक्सली समस्या कम हुई है, यह छत्तीसगढ़ पुलिस की सबसे बड़ी उपलब्धि है। प्रदेश की कानून व्यवस्था अन्य राज्यों से बेहतर है, यह सब पुलिस की कार्यकुशलता और कड़ी मेहनत से संभव हुआ है, यह पुलिस विभाग के लिये सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्हानें आगे कहा कि कम नुकसान पर अधिक सफलता की नीति पर हम काम कर रहे हैं। साथ ही शहीद वीर अधिकारी/जवानों के बलिदानों को भुलाया नहीं जा सकता। बस्तर के लोगों का छत्तीसढ़ शासन पर विश्वास बढ़ा है, जो छत्तीसगढ़ पुलिस के कार्यो से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारी/कर्मचारियों के लिए किट भत्ता में पिछले दिनों वृद्धि की गई है और पौष्टिक आहार भत्ते में वृद्धि पर विचार किया जाएगा। पुलिस के कल्याण और सुविधाओं में किसी प्रकार की कमी नहीं होगी। इस कार्यक्रम में पुलिस विभाग द्वारा प्रकाशित ‘‘कॉफी टेबल बुक’’ का अनावरण भी किया गया, इसमें पुलिस के विकास, विश्वास और सुरक्षा में पिछले 23 वर्षों के वीरता, बलिदान और शौर्य की कहानी है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय एवं विधायक रायपुर ग्रामीण श्री सत्यनारायण शर्मा मौजूद रहे। कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक योजना/प्रबंध श्री प्रदीप गुप्ता ने कहा आज इस कार्यक्रम के माध्यम से अधोसंरचना एवं विभिन्न सुविधाएं विभाग को समर्पित किया जायेगा, जिससे पुलिस के कार्यों में तेजी आयेगी। उन्होने कहा कि 16 नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुदृढ़िकृत थाने बनाये गये हैं एवं रेंज स्तर पर 05 साईबर थाने खोले जा रहे हैं, जिससे अपराध के विरूद्ध लड़ाई में पुलिस की क्षमता बढ़ेगी।

पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा ने अपने उद्बोधन में कहा कि लक्ष्य फायरिंग रेंज का उद्घाटन, साइबर थानों का लोकार्पण एवं तीन जिलों में ट्रांजिट मेस के निर्माण से छत्तीसगढ़ पुलिस की प्रगति में एक नया अध्याय जुड़ा है। इंडोर फायरिंग रेंज देश के गिने चुने आठ स्थानों में संचालित है, जिसमें “लक्ष्य” फायरिंग रेंज सबसे एडवांस है। इस आधुनिक फायरिंग का लाभ छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारी/कर्मचारियों को प्रशिक्षण में मिलेगा। पूरे देश में साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए खोले गये नये साइबर थाने बड़े ही उपयोगी हैं, जिससे अपराधों की विवेचना में विशेषज्ञता हासिल होगी एवं साइबर अपराधों पर अंकुश लगेगा। कार्यक्रम के अध्यक्ष गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश के हर क्षेत्रों में विकास हो रहा है, इसी कड़ी में आज पुलिस के उपयोग हेतु विभिन्न संसाधनों का उद्घाटन एवं आधारशीला रखी गई। राज्य में संचालित महिला हेल्प-डेस्क को सुविधा उपलब्ध कराने से महिला की सुरक्षा प्रभावी रूप सुनिश्चित हो सकेगी। इस अवसर पर प्रमुख सचिव- गृह, श्री मनोज पिंगुआ, सचिव-गृह, श्री अरूण देव गौतम, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री पवन देव, श्री हिमांशु गुप्ता, श्री एस.आर.पी कल्लूरी, श्री विवेकानंद सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक श्री आनंद छाबड़ा, श्री अजय यादव, श्री ओ.पी.पाल, श्री रतनलाल डांगी, श्री आर.पी.साय, डॉ. संजीव शुक्ला सहित अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे। अतिथियों का आभार प्रदर्शन उप पुलिस महानिरीक्षक श्री मनीष शर्मा ने किया।

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