सड़कों पर पशुओं के कारण हो रही दुर्घटना को रोकने के लिए सड़कों से घुमंतू पशुओं को हटाने के लिए प्रभावी तरीके से कार्य करने की जरूरत – मुख्य सचिव अमिताभ जैन

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– जिले में पशुओं के कारण दुर्घटनाजन्य सड़कों का चिन्हांकन करने और इसकी मानिटरिंग के लिए व्यवस्था बनाने कहा

– सड़कों से घुमंतू पशुओं को हटाने की दिशा में जनसहभागिता प्रशंसनीय

– जिले में अब तक कुल 3845 घुमंतू पशुओं को लगाया गया रेडियम बेल्ट

– अब तक पशुपालकों पर कार्रवाई करते हुए 83 हजार 100 रूपए का जुर्माना वसूली की गई

– मुख्य सचिव ने सड़कों पर पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के संबंध में ली कलेक्टर्स की बैठक

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, राजनांदगांव

मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने सड़कों पर पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के संबंध में कलेक्टर्स की बैठक ली। इस दौरान कलेक्टर श्री डोमन सिंह वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे। मुख्य सचिव श्री जैन ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में सड़कों पर पशुओं के कारण हो रही दुर्घटना को रोकने के लिए सड़कों से घुमंतू पशुओं को हटाने के लिए प्रभावी तरीके से कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिले में पशुओं के कारण दुर्घटनाजन्य सड़कों का चिन्हांकन करें और इसकी मॉनिटरिंग के लिए व्यवस्था बनाएं। साथ ही जिले में शिकायत को सुनने तथा निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुओं के कारण हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अच्छा कार्य हो रहा है, इसे आगे भी जारी रखने की जरूरी है। इसमें जनसहभागिता प्रशंसनीय है। पशुपालकों को समझाईश देने के साथ ही जनसामान्य को इसमें जोडऩे की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में भी पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटना का अध्ययन किया जा रहा है। मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने सड़कों पर पशुओं के कैचमेंट एरिया के ग्रामों व नगरीय क्षेत्रों का चिन्हांकन, ग्राम व नगरवार सड़कों पर आने वाले पालतू व आवारा पशु संख्या, पशुओं को रखने हेतु गौशाला, गौठान व कांजी हाऊस की मैपिंग, पशुओं को सड़क से हटाने की व्यवस्था, चिन्हांकित सड़कों से हटाए गए पशु संख्या, संबंधित गौठान, गौशाला व कांजी हाऊस की क्षमतापूर्ति की स्थिति, जुर्माना व वसूली तथा पशु नीलामी की स्थिति,चिन्हांकित ग्रामों व नगरीय क्षेत्रों में पशु मालिकों के बिहेवियर चेंज के प्रयास एवं कार्ययोजना, चिन्हांकित सड़कों पर पशुओं के आने संबंधित शिकायत एवं निराकरण की व्यवस्था, पशु अतिचार पर निगरानी की शासकीय व्यवस्था की समीक्षा की।

कलेक्टर डोमन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में पशुओं के कारण दुर्घटनाजन्य 132 सड़कों को चिन्हांकन किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में आवारा एवं घुमंतू पशुओं की संख्या 3745 है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में पशुपालकों से कार्रवाई करते हुए 83 हजार 100 रूपए का जुर्माना वसूली की गई है। अब तक कुल 3845 घुमंतू पशुओं को रेडियम बेल्ट लगया गया है। वहीं 1969 पशुओं को टैगिंग किया गया है तथा 807 पशुओं को विस्थापित किया गया है। पशुओं को रखने हेतु गौठान, गौशाला, कांजी हाऊस की मैपिंग की गई है। 341 स्थानों पर मवेशियों का रखा जा रहा है। राजनांदगांव, डोंगरगांव, डोंगरगढ़ एवं छुरिया विकासखंड में 34 स्टाफ के माध्यम से आवारा पशुओं पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी इस अभियान में लगाई गई है। ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पशु मालिकों को पशुओं को खुले में नहीं छोडऩे के लिए शपथ दिलाया जा रहा है। आदर्श ग्राम जिनमें सड़कों पर पशु नहीं पाए जाते एवं जहां के चरवाहों द्वारा आवारा पशुओं के लिए उत्तम प्रबंधन किया जा रहा है, उन्हें श्रीफल देकर सम्मानित किया जा रहा है। पशु कल्याण संगठन को सक्रिय करते हुए आम जनता में जागरूकता बढ़ाई जा रही है। नगरीय निकायों के माध्यम से शिकायतों के निराकरण करने की व्यवस्था की जा रही है। टोल फ्री नंबर 1100 के माध्यम से घुमंतू पशुओं के संबंध में जानकारी प्राप्त हो रही है। इस अवसर पर एसडीएम नगर निगम आयुक्त श्री अभिषेक गुप्ता, उप संचालक पशुधन विकास डॉ. अनूप चटर्जी, कार्यपालन अभियंता श्री चौहान, उप संचालक कृषि श्री नागेश्वरलाल पाण्डे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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