कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक संपन्न : टीबी मुक्त पंचायत बनाने एवं शिशु सरंक्षण माह में लक्ष्य प्राप्ति पर रहेगा जोर.

कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक संपन्न : टीबी मुक्त पंचायत बनाने एवं शिशु सरंक्षण माह में लक्ष्य प्राप्ति पर रहेगा जोर.

August 23, 2023 Off By Samdarshi News

प्रतिवर्ष 24 मार्च को एक वर्ष की वैधता के साथ उक्त सूचकांक में सफल होने वाली पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत का प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, बलौदाबाजार-भाटापारा

बलौदाबाजार : सँयुक्त जिला कार्यालय के सभागार में कलेक्टर चंदन कुमार की अध्यक्षता में आज स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिशु सरंक्षण एवं टीबी मुक्त अभियान के अंतर्गत जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक संपन्न हुई। जिसमें कलेक्टर ने टीबी मुक्त पंचायत बनाने एवं शिशु सरंक्षण माह में लक्ष्य प्राप्त करनें पर जोर दिया। इसके साथ ही शासन द्वारा टीबी मुक्त भारत के लिए निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए टीबी मुक्त पंचायतों की स्थापना पर स्वास्थ विभाग एवं पंचायत विभाग को आपसी समन्वय से अति शीघ्र कार्यवाही करते हुए टीबी मुक्त पंचायत अभियान का क्रियान्वयन प्रारंभ करने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए है। उन्होंने यह भी कहा कि टीबी मुक्त भारत हेतु टीबी मुक्त ग्राम एक आवश्यक घटक हैं, यदि टीबी मुक्त पंचायत अभियान हमनें  अच्छे से कर लिया तो टीबी उन्मूलन का भी लक्ष्य आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।

इसी प्रकार 29 अगस्त से 29 सितंबर तक चलने वाले शिशु संरक्षण माह के अंतर्गत ड्यूलिस्ट के बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण किया जाए तथा निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति की जाए। इसके अतिरिक्त विटामिन ए सिरप आईएफए सिरप तथा बच्चों का वजन लेना, आयु के अनुरूप पालकों को आहार की जानकारी देना तथा अति गंभीर कुपोषित बच्चे जो एसएएम की श्रेणी में है, उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्रों में भर्ती करवाना सुनिश्चित किया जाए, जिसके माध्यम से शिशुओं के संरक्षण में तथा उनके शारीरिक मानसिक विकास में आसानी होगी।

गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक देश से टीबी उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके अंतर्गत टीबी मुक्त पंचायत बनाने का अभियान पूरे देश भर में संचालित किया जा रहा है। किसी पंचायत को टीबी मुक्त करने के लिए कुल 6 प्रकार के सूचकांक तय किए गए हैं। इस अभियान में पंचायत राज संस्थाओं एवं पंचायत राज प्रतिनिधियों की सहभागिता भी सुनिश्चित की जा रही है। प्रतिवर्ष 24 मार्च को एक वर्ष की वैधता के साथ उक्त सूचकांक में सफल होने वाली पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत का प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा।