कांग्रेस नेतृत्व भी बघेल को विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा बताने से परहेज कर रहा : भाजपा

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भाजपा ने कहा : ‘भरोसे का सम्मेलन’ की सियासी ड्रामेबाजी करने में मशगूल मुख्यमंत्री खुद आज पार्टी नेतृत्व का भरोसा खो चुके हैं

बैज ने चुनाव का चेहरा ‘हाथ का पंजा’ ही होगा कहकर माना ‘भूपेश है तो भरोसा है’ के राजनीतिक जुमले का कोई अस्तित्व नहीं रहा’

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी, हर वर्ग के साथ छलावे और धोखाधड़ी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार की विश्वसनीयता को इस कदर दाँव पर लगा दिया है कि अब कांग्रेस नेतृत्व भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी का चेहरा बताने से परहेज कर रहा है। भाजपा ने कहा कि शराब और कोयला घोटालों के खुलासे के बाद से ही कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री बघेल पर भरोसा नहीं कर पा रहा है कि वह कांग्रेस की सत्ता की वापसी करा पाएंगे।

भाजपा विधायकों शिवरतन शर्मा, रायपुर संभाग प्रभारी सौरभ सिंह, डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी और पुन्नूलाल मोहले ने कहा कि प्रदेशभर में कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं को बुलाकर ‘भरोसे का सम्मेलन’ की सियासी ड्रामेबाजी करने में मशगूल मुख्यमंत्री बघेल खुद आज अपनी पार्टी के नेताओं का भरोसा खो चुके हैं, यही पाँच साल के उनके शासनकाल की कुलजमा राजनीतिक नियति रही है। सत्तावादी अहंकार में चूर होकर भाजपा में नेतृत्व और मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर जब-तब बड़बोलेपन का परिचय देने वाले मुख्यमंत्री बघेल आज अपनी ही कांग्रेस में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर मुँह में दही जमाए बैठने को विवश हैं और सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बातें कर रहे हैं।

भाजपा विधायकों ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व का भरोसा खो चुकने के बाद मुख्यमंत्री बघेल तो अब अपने ही बनाए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का भी भरोसा खो चुके नजर आ रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बैज ने भी अब यह कहकर कि, प्रत्याशी चाहे जो हो, टिकट चाहे जिसे मिले, चुनाव का चेहरा ‘हाथ का पंजा’ ही होगा, सीधे-सीधे यह मान लिया है कि छत्तीसगढ़ में अब ‘भूपेश है तो भरोसा है’ के राजनीतिक जुमले का कोई अस्तित्व नहीं रह गया है।

भाजपा विधायकों ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बैज तो अब छत्तीसगढ़ के जनमानस के मन को पढ़ लें, यही कांग्रेस की राजनीतिक सेहत के लिए जरूरी है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भले ही अपना चेहरा हाथ का पंजा को बताए, प्रदेश की जनता यह बात अच्छी तरह समझ चुकी है कि छत्तीसगढ़ के विकास के सामने एक बहुत बड़ा पंजा दीवार बनकर खड़ा हुआ है। यह कांग्रेस का पंजा है। यह पंजा छत्तीसगढ़वासियों से उनका हक छीन रहा है। कांग्रेसी पंजे ने ठान लिया है कि वह छत्तीसगढ़ को लूट- लूट करके बर्बाद कर देगा। ऐसे दागदार हाथ के पंजे पर भी प्रदेश कतई भरोसा नहीं करने वाला है।

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