प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों की टीम जशपुर जिले के ग्रामीणों से कर रही सीधा संवाद : गांवों में जाकर विकास कार्यों का कर रहे हैं अध्ययन
August 31, 2023पहाड़ी कोरवा बस्ती, कोठीपाठ और कन्या आश्रम, चुन्दापाठ का किया भ्रमण
आगामी 02 सितम्बर तक जिले का करेंगे भ्रमण
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों ने का जिला भ्रमण कार्यक्रम जारी हैं। जिला भ्रमण पर पहुंचे 14 प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी बगीचा विकासखंड के अलग-अलग ग्राम पंचायतों का दौरा कर कर रहें हैं और घूम-घूम कर विकास योजनाओं का जायजा ले रहे हैं। आज दोनों समूह द्वारा कई बगीचा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले कई ग्राम पंचायतों का भ्रमण किया गया । भ्रमण के दौरान प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों का सभी गावों में पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। .
इस दौरान प्रशिक्षु अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों की विभिन्न गतिविधियों सहित शासकीय योजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त किए। . प्रशिक्षु अधिकारी आगामी 02 सितम्बर तक जिले का भ्रमण करेंगे। साथ ही ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों का आवलोकन करते हुए अपने अध्ययन को पूर्ण करेंगे। आज भ्रमण के दौरान प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों का एक दल पहाड़ी कोरवा बस्ती, कोठीपाठ छिछली अ, पहुंचकर टीम ने गांव से जुड़े स्वास्थ्य, पंचायत,कृषि, बाल विकास परियोजना सहित अन्य योजनाओं की जमीनी स्थिति का अवलोकन किया। संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मियों से गांव में उनके विभाग की ओर से किए गए कार्यों, चल रही योजनाओं के बारे में जानकारी ली। इसके बाद इन प्रशिक्षुओं ने गांव के अलग-अलग हिस्सों में जाकर ग्रामीण जीवन का बारीकि से अध्ययन किया। पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोगों से, ग्रामीणों से गांव की आबादी, गांव के इतिहास, गांव में रहने वाले लोगों की आजीविका, फसल, स्थानीय समस्याओं एवं उनके समाधान को लेकर चर्चा की।
इस तरह बगीचा विकासखंड के पंडरापाठ में भी दूसरा दल ने शासकीय अनुसूचित जनजाति कन्या आश्रम, चुन्दापाठ सहित कई ग्रामों का भ्रमण किया और ग्रामीणों से गांव की आबादी, गांव के इतिहास, फसल, स्थानीय समस्याओं एवं उनके समाधान को लेकर चर्चा की। इसके आलावा समूह द्वारा सामाजिक परंपरा, संस्कृति रीति रिवाज की बारीकी से अध्यन किया गया। प्रशिक्षु अधिकारी आगामी 02 सितम्बर तक जिले का भ्रमण करेंगे। 7-7 अफसरों की दो टीम बनाई गई है जो ग्राम छिछली-अ सन्ना, एवं पंडरापाठ, बगीचा में रहकर विभिन्न योजनाओं एवं उनके क्रियान्वयन के संबंध में अध्ययन भ्रमण कर रहे हैं । साथ ही जिले के भौगोलिक स्थिति, सामाजिक परंपरा, संस्कृति रीति रिवाज, पर्यटन स्थल, ऐतिहासिक स्थल, खेती सहित अन्य क्षेत्रों का भ्रमण कर अध्ययन कर रहे हैं ।