अमृत सरोवर अभियान के अन्तर्गत डोभ में तालाब का हुआ जीर्णाद्धार
September 7, 2023तालाब के जीर्णाद्धार से किसानों को मिलेगा सिंचाई हेतु पर्याप्त पानी
सरोवर का प्रयोग निस्तारी, सिंचाई एवं मच्छली पालन में किया जायेगा
समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर
अजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत सरकार के दिए गए निर्देशानुसार ग्राम डोभ में जी.आई.एस. कार्या का अवलोकन कर अमृत सरोवर अभियान के तहत तालाब का चयन किया गया और ग्राम पंचायत द्वारा जीर्णाद्धार कराए जाने का निर्णय लिया गया।
अमृत सरोवर हेतु जीर्णाद्धार कार्य के लिए दुलदुला विकास खण्ड के ग्राम पंचायत डोभ में एक तालाब का चयन किया गया। जो कि जिला मुख्यालय से 45 किलो मी. एवं जनपद पंचायत से लगभग 15 किलो मी. की दूरी पर स्थित है। सरोवर चयन हेतु स्थानीय लोगो से प्राप्त जानकारी के अनुसार तालाब का निर्माण लगभग 8 पूर्व कराया गया था। जीर्णाद्धार के पश्चात् इस सरोवर का प्रयोग मुख्य रूप से निस्तारी, सिंचाई एवं मच्छली पालन में किया जायेगा।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत ग्राम डोभ में अमृत सरोवर जीर्णाद्धार का कार्य वित्तीय वर्ष 2023-24 में 19.71 लाख स्वीकृत कराया गया। इस अमृत सरोवर जीर्णाद्धार कार्य में 150 श्रमिकों ने काम कर 2747 मानव दिवस अर्जीत किया जिसे ग्रामीणों को रोजगार प्राप्त हुआ है। सरोवर का क्षेत्रफल राजस्व रिकार्ड के अनुसार 1.88 एकड का है । सरोवर की क्षमता वृद्धि हेतु मिटटी खुदाई एवं बंड मे ंपिचिंग का कार्य लम्बाई 260.00 मी. में किया गया है। मिटटी खुदाई के पश्चात् जल धारण क्षमता पहले से बढ गई है, साथ ही जीर्णाद्धार करने से ऊपरी जल सतह में जल संधारण होने से भूमि जल स्तर में वृद्धि हुआ है जिससे तालाब के केचमेंट एरिया मे ंस्थित नल कुप एवं बोर के जल स्तर में भी सुधार हुआ है। इस के साथ ही किसान के पास सिंचाई की पर्याप्त व्यावस्था हुई है। भविष्य में इसके माध्यम से लोग अपने आय का स्रोत बढा सकेगें। इस तालाब कोम दुर्गा समूह को दिया गया है । जिसमें कुल 12 सदस्य है जिनके द्वारा मच्छली पालन किया जाये।
सरोवर में स्वतत्रंता दिवस एवं गणत्रंता दिवस के अवसर पर ध्वजा रोहण ग्राम पंचायत के सरपंच एवं वरिष्ठ नागरीक व ग्रामीणों की उपस्थित में कराया जायेगा। साथ ही इस अमृत सरोवर से 25 एकड भूमि सिंचाई होगी। मच्छली पालन से किसान के आय में वृद्धि होगी जो कि निर्मित अमृत सरोवर के सार्थकता को सिद्ध करता है।