छत्तीसगढ़ वन सेवा संयुक्त परीक्षा 2020 : शारीरिक मापदंड परीक्षण की निष्पक्षता पर भाजपा ने उठाया सवाल, संपूर्ण शारीरिक मापदंड परीक्षण पर ही जताया संदेह.

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सरकार भ्रष्टाचार करने के लिए किसी भी अत्याधुनिक तकनीक का नहीं कर रही है उपयोग,

समदर्शी न्यूज ब्यूरो, रायपुर

रायपुर : भाजपा पूर्व प्रवक्ता वह सरगुजा संभाग प्रभारी संजय श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार रोज-रोज भ्रष्टाचार के नए तरीके खोज लेती है, छत्तीसगढ़ वन सेवा संयुक्त परीक्षा 2020 के परिणाम आ गए हैं, उत्तीर्ण परीक्षार्थियों का आज 11 सितंबर को दस्तावेज सत्यापन है।

लेकिन असल गड़बड़ी कल 12 सितंबर को हो रहे शारीरिक मापदंड परीक्षण में हो रहा है, कुल 211 अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। पिछले वर्षों में 50-50 की संख्या में अभ्यर्थी शारीरिक मापदंड के लिए बुलाए जाते थे, जिससे उनका विधिवत फोटोग्राफी करके परीक्षण होता था, परंतु इस समय 211 चयनित अभ्यर्थी एक साथ बुलाए गए हैं।

शारीरिक दक्षता मापदंड के लिए पुरुष को चार घंटे में 26 किलोमीटर व महिलाओं को 4 घंटे में 16 किलोमीटर की दूरी तय करनी है, इस हेतु अरण्य भवन से प्रारंभ होकर श्री सत्य साईं हॉस्पिटल तक 11 पॉइंट बनाए गए हैं।

अगर सभी का शारीरिक मापदंड परीक्षण निष्पक्षता से करना हो तो रेडियो फ्रीक्वेंसी बैंड सभी विद्यार्थियों के पैर में बांधे जाने चाहिए व 50-50 की संख्या में शारीरिक मापदण्ड प्रशिक्षण प्रारंभ करना चाहिए व सभी की सभी 11 पॉइंट में वीडियोग्राफी होनी चाहिए तभी सारे परिणाम निष्पक्ष आएंगे। परंतु यह सरकार भ्रष्टाचार करने के लिए किसी भी अत्याधुनिक तकनीक का सहारा नहीं ले रही है, ताकि अपनी इच्छा अनुसार इसमें परिवर्तन कर सके। यह संपूर्ण शारीरिक मापदंड परीक्षण ही संदेह के घेरे में है।

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