जशपुर कलेक्टर ने ली महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक

जशपुर कलेक्टर ने ली महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक

September 14, 2023 Off By Samdarshi News

कुपोषित बच्चों के कारणों का विश्लेषण करें, स्थिति समझकर समाधान करने के दिये निर्देश

बगीचा, सन्ना क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ताओं के शेष बची भर्ती प्रक्रिया को समय में पूर्ण करने के भी निर्देश दिए

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, जशपुर

कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आज महिला व बाल विकास विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के भर्ती प्रक्रिया की स्थिति की जानकारी ली एवं बगीचा, सन्ना क्षेत्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के शेष बचे भर्ती प्रक्रिया को समय में पूर्ण करने के निर्देश दिए । उन्होंने टॉप 5 पंचायत जहां कुपोषण की संख्या ज्यादा है की जानकारी ली एवं गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों की कुपोषित होने के कारण को जाना। सीडीपीओ एवं सुपरवाइजर ने नशापान, नाबालिग अवस्था में शादी करना, साफ सफाई में कमी, ऊपरी पोषण आहार खिलाने में ध्यान नहीं आदि कारणों को बताया। कलेक्टर ने गंभीरता से बच्चे वाइज, बच्चों एव गर्भवती महिलाओं का वास्तविक स्थिति का विश्लेषण करें, कुपोषण का कारण जाने जिससे स्थिति को समझ कर बेहतर समाधान किया जा सके।

कलेक्टर ने कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने, माता-पिता को जागरूक करने सरपंच सचिव एवं स्थानीय प्रतिनिधियों को बैठक में अनिवार्य रूप से आमंत्रित करने निर्देशित किया जिससे ग्रामीण जनों को आसानी से समझाया जा सके। उन्होंने पाठ क्षेत्रों में पहाड़ी कोरवा सहित अन्य समुदाय के कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए पहाड़ी कोरवा के युवाओं को शिक्षक की नियुक्ति दी गई है उनके सहयोग से पहाड़ी कोरबा के बच्चों के माता-पिता को समझाइए एवं प्रोत्साहित करने बेहतर समन्वय कर सुपोषण चौपाल लगाने निर्देशित किया किया। उन्होंने एसडीएमम एवं जनपद सीईओ से समन्वय स्थापित कर समय-समय पर बैठक आयोजित कर कुपोषण के संबंध में जागरूक करने निर्देशित किया। बैठक में कार्यक्रम अधिकारी महिला व बाल विकास विभाग श्रीमती रेणु प्रकाश, सीडीपीओ और सुपरवाईज़र्स शामिल हुए।

कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केंद्र में भोजन की गुणवत्ता, बच्चों की उपस्थिति, आंगनवाड़ी केंद्र के खुलने एवं बंद होने की व्यवस्था शत प्रतिशत करने कहा। कलेक्टर ने जिन बच्चों के हृदय में छेद है और उनके अभिभावक इलाज कराने में डर रहे हैं, उन्हें समझाइश देकर इलाज कराने हेतु प्रेरित करें जिन्हें चिरायु द्वारा इलाज कराया जाएगा।उन्होंने परियोजनावार आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने पानी व्यवस्था, शौचालय व्यवस्था, विद्युतीकरण एवं साफ-सफाई व्यवस्थाओं की जानकारी ली तथा जिन आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली पहुंचना संभव नहीं है ऐसे आंगनबाड़ी केंद्रों की सूची उपलब्ध कराने कहा जिससे सोलर लाइट की व्यवस्था किया जा सके। उन्होंने जो आंगनबाड़ी केंद्र जीर्ण, शीर्ण हो गए उन्हें मरम्मत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर डॉ. मित्तल ने जिले के सभी ब्लॉक में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र को नियमित समय पर खोलने तथा गुणवत्तापूर्ण भोजन व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी में बच्चों को गर्म भोजन के साथ अतिरिक्त पोषण आहार में अंडा, रेडी टू इट दिए जा रहे हैं। जशपुर जिले में कुपोषण को हटाना है उन्होंने कहा कि बच्चों के परिजनों को भी पोषण युक्त आहार की जानकारी दें और उसका पालन करने प्रेरित करें। साथ ही साथ सुपोषण अभियान के तहत सुपोषण चौपाल आयोजित करने के लिए कहा, ताकि आमजनों तक सीधी जानकारी पहुंचाई जा सके। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में सुपोषण चौपाल का आयोजन किया जाए, जिससे गांव के लोगों से परिचय सके और वे खान-पान के प्रति जागरूक हो सके।

कलेक्टर ने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुपरवाईजर को चिरायु टीम के माध्यम से अधिक से अधिक बच्चों को लाभ दिये जाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराते हुए चिन्हांिकत बच्चों का एनआरसी के माध्यम से लाभ देने के लिए कहा है। उन्होंने बच्चों के स्किन डिजीज, दंत रोग, कान इंफेक्शन सहित अन्य रोग के संबंध में चिरायु टीम को जानकारी देने कहा है जिससे उसका उपचार किया जा सके। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सहित विभाग द्वारा संचालित अन्य योजनाओं की जानकारी ली तथा योजना का लाभ अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को देने के निर्देश दिए हैं।