संविधान सभा से अब तक 75 वर्षों की संसदीय यात्रा, उपलब्धियां अनुभव, स्मृतियां व सीख पर चर्चा के विशेष सत्र में वर्तमान संसद भवन के आखिरी दिन की कार्यवाही में बोले अरुण साव – हमारा राज्य छत्तीसगढ़ अटल जी ने इसी संसद भवन से बनाया था यह सदैव स्मृति में रहेगा

संविधान सभा से अब तक 75 वर्षों की संसदीय यात्रा, उपलब्धियां अनुभव, स्मृतियां व सीख पर चर्चा के विशेष सत्र में वर्तमान संसद भवन के आखिरी दिन की कार्यवाही में बोले अरुण साव – हमारा राज्य छत्तीसगढ़ अटल जी ने इसी संसद भवन से बनाया था यह सदैव स्मृति में रहेगा

September 19, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अरुण साव ने लोकसभा के विशेष सत्र में कहा वर्तमान संसद भवन के आखिरी दिन की कार्यवाही में बोलने का अवसर मिलना मेरा  सौभाग्य है।  वर्तमान संसद भवन में आज विशेष सत्र का अंतिम दिन है इस ऐतिहासिक कक्ष में हम सब अंतिम बार हिस्सा ले रहे हैं।वास्तव में यह पल हम सबके लिए भावुक करने वाला है। हम जैसे लोगों के मन में ये भवन विशेष कृतज्ञता का भाव भरता है। आज का दिन स्वतंत्र भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित होगा। यह भवन हम ढाई करोड़ लोगों की आकांक्षा का गवाह रहा है भारत रत्न आदरणीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने हमे हमारा अलग छत्तीसगढ़ राज्य का उपहार दिया।

अरुण साव ने विशेष सत्र में संबोधित करते हुए कहा यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा उदाहरण है जब माननीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी  को यह पता था की अलग राज्य बनाने के बावजूद राज्य में सरकार विरोधी दल की बनेगी, तो भी उन्होंने  छत्तीसगढ़ के विकास के लिए यहां के लोगों के विकास के लिए, छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़  जनता के हित में  इस राज्य का निर्माण किया,उन्होंने बहुत बड़ा दिल दिखाते हुए हम सब छत्तीसगढ़ वासियों को बड़ा उपहार दिया, ये भवन हमारे अलग छत्तीसगढ़ राज्य के गठन का गवाह रहेगा।

अरुण साव ने कहा जब भारत में संविधान का निर्माण हुआ और जनता के द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से सरकार बनाने का निर्णय हुआ तब 200 वर्षों तक भारत में हुकूमत करने वाले देश इंग्लैंड के प्रधानमंत्री रहे चर्चिल ने मजाक उड़ाते हुए कहा था कि भारतीयों में शासन करने की योग्यता नहीं है लेकिन भारत की आजादी के 75 साल बाद भारत देश ने चर्चिल के पूर्वानुमानों  को  झूठलाया बल्कि हमने स्वाधीन भारत में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ विश्व में पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था होने का गौरव हासिल किया है।

पहली बार

आज दुनिया ये कह रही है कि 21वी सदी भारत की सदी है। चंद्रयान 3 को अगर दक्षिणी ध्रुव में पहली बार किसी ने स्थापित किया तो वह भारत है आजादी के इतिहास के बाद पहली बार एक आदिवासी परिवार की बेटी देश का मार्गदर्शन कर रही है।

इसी सदन में

धारा 370 को समाप्त करके सरदार पटेल के सपनों को नरेंद्र मोदी जी ने पूरा किया है।

एक भारत श्रेष्ठ भारत का सपना साकार होते हुए भी इसी भवन के माध्यम से देखा गया।

आज माननीय नरेंद्र मोदी जी की नेतृत्व में  देश गरीबी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड रहा है भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ है जिस प्रकार गरीबों को मुख्यधारा में लाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे है।

यह भवन गवाह है डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को साकार करने का

यह भवन गवाह पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद और गरीब कल्याण के  सपनों को साकार करने का। ये आधार इसी भवन से बना है। 2047 तक एक शक्तिशाली भारत, एक समृद्ध भारत ,एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की नीव इसी भवन में रखी गई।

देश की 140 करोड़ की जनता प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश की तरक्की और विकास में अपने आप को सहभागी बनाकर इस संकल्प के साथ आगे बढ़ गई है तेरा वैभव अमर रहे मां हम दिन चार रहें न रहे।