हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में प्रतिष्ठित न्यायविद् प्रोफेसर कार्यक्रम (एच-डीजेपी) का हुआ शुभारम्भ

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न्यायाधीश दीपक गुप्ता, एम आर शाह, के गोस्वामी और जी रघुराम एचएनएलयू के प्रतिष्ठित न्यायविद प्रोफेसर होंगे

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

2 अक्टूबर को गांधी जयंती के उपलक्ष्य में हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने प्रतिष्ठित न्यायविद प्रोफेसर कार्यक्रम (DISTINGUISHED JURISTS PROFESSOR)  (एच-डीजेपी) का शुभारम्भ किया है। इस ऐतिहासिक पहल का उद्देश्य लॉ यूनिवर्सिटी में पारंपरिक पाठ्यक्रम और शिक्षण अभ्यास में व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और मूल्य जोड़ने के लिए अपनी अनुभवात्मक शिक्षा को साझा करने के लिए एचएनएलयू के साथ बेंच, बार और एकेडेमिया से विधि के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को संयोजित करना है।

उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत आगामी समय में उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों के पूर्व न्यायाधीशों, प्रैक्टिस कर रहे वरिष्ठ वकीलों और प्रतिष्ठित शिक्षाविदों को उनके चयन के विषय या क्षेत्र हाइब्रिड मोड में छात्रों, रिसर्च स्कॉलर्स और प्राध्यापकों के साथ लघु और दीर्घ अवधि के लिए अकादमिक आदान प्रदान के लिए सम्मिलित किया जाएगा।

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए एचएनएलयू के कुलपति ने कहा  “इस कार्यक्रम (एच-डीजेपी) का लक्ष्य एक ऐसे इंटरैक्टिव मंच को बढ़ावा देना है जहां प्रतिष्ठित न्यायविदों, प्रतिष्ठित न्यायाधीशों और अनुभवी शिक्षाविदों से लेकर कुशल वकीलों तक सम्मानित हस्तियों का एक समूह ‘कोलैबैरेट’ कर सकें। इस प्रयास का उद्देश्य समसामयिक और व्यापक विधिक शिक्षा का मिश्रण प्रदान तथा साथ ही बहुआयामी विधिक क्षेत्रों में अत्याधुनिक अनुसंधान का नेतृत्व करना है।’

एचएनएलयू में एच-डीजेपी पहल को सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीशों जैसे माननीय श्री न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता, माननीय श्री न्यायमूर्ति एमआर शाह, माननीय श्री न्यायमूर्ति अरूप कुमार गोस्वामी, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश माननीय श्री न्यायमूर्ति जी रघुराम, उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीशों, उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीशों, वरिष्ठ वकीलों में भारत के विद्वान अटॉर्नी जनरल एडवोकेट आर वेंकटरामनी, छत्तीसगढ़ के महाधिवक्ता श्री सतीश चंद्र वर्मा, सीजी उच्च न्यायालय के वरिष्ठ वकील श्री किशोर भादुड़ी, तेलंगाना उच्च न्यायालय के वरिष्ठ वकील श्री एल. रवि चंदर, चेन्नई उच्च न्यायालय के वरिष्ठ वकील श्री पी.वी.एस.गिरिधर, लक्ष्मी कुमारन एंड संस के पार्टनर डॉ. मलाथी लक्ष्मीकुमारन जैसे विधि विशेषज्ञों  ने एक अभिनव एवं स्वागत योग्य कदम माना है।

प्रख्यात अकादमिक न्यायविदों  की सूची  प्रो. (डॉ.) एन.एल. मित्रा, पूर्व कुलपति, एनएलएसआईयू और एनएलयू जोधपुर, प्रो. (डॉ.) रणबीर सिंह, प्रो-चांसलर, आईआईएलएम विश्वविद्यालय, प्रो. (डॉ.) आर. वेंकट राव, कुलपति, आईआईयूएलईआर गोवा, प्रो. (डॉ.) परमजीत जसवाल, कुलपति, एसआरएम विश्वविद्यालय, प्रो. (डॉ.) जोस वर्गीस, संस्थापक कुलपति, एचएनएलयू रायपुर, प्रो. (डॉ.) पूनम सक्सेना, पूर्व कुलपति, एनएलयू जोधपुर, प्रो. (डॉ.) डेविड एम्ब्रोज़, पूर्व विभागाध्यक्ष, मद्रास विश्वविद्यालय, प्रो. (डॉ.) एमके रमेश, पूर्व प्रोफेसर, एनएलएसआईयू बैंगलोर में शामिल हैं ।

विदेश से अकादमिक न्यायविदों में – प्रोफेसर (डॉ.) श्रीविद्या राघवन, कानून के प्रोफेसर और भारत कार्यक्रम के निदेशक, टेक्सास ए एंड एम विश्वविद्यालय, प्रोफेसर (डॉ.) शुभा घोष, क्रैन्डल मेल्विन कानून के प्रोफेसर, निदेशक, सिरैक्यूज़ बौद्धिक संपदा कानून संस्थान और प्रोफेसर (डॉ.) आइरीन कैलबोली, टेक्सास ए एंड एम विश्वविद्यालय के कानून के रीजेंट प्रोफेसर शामिल हैं ।

विश्वविद्यालय आने वाले दिनों में एच-डीजेपी कार्यक्रम में अन्य प्रतिष्ठित न्यायविदों को सम्मिलित किया जायेगा । एचएनएलयू की परिकल्पना है कि यह अग्रणी पहल न केवल अपने छात्रों के शैक्षिक अनुभव को बढ़ाएगी बल्कि वैश्विक विधिक शिक्षा और न्यायशास्त्र के क्षेत्र  में भी भरपूर योगदान देगी।

हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी  भारत में कानूनी शिक्षा के क्षेत्र में अकादमिक उत्कृष्टता का प्रतीक रही है। लगातार नवीन कार्यक्रम प्रस्तुत करके और नए मानकों को बनाए रखते हुए, एचएनएलयू ने भारत और विदेशों में अपने लिए एक स्थान बनाया है ।

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