मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह कार्यक्रम : पांचवें दिन मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शकुन्तला दुल्हानी एवं विभाग के छात्र-छात्राओं ने कोपलवाणी संस्था का किया शैक्षणिक भ्रमण.

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दिव्यांग छात्र-छात्राएं भी सामान्य छात्र-छात्राओं के जैसे ही पढ़ते हैं, बस इसे समझने का माध्यम साइन लैंग्वेज होता है.

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

रायपुर : दुर्गा महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में आयोजित मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत आज पांचवे दिन मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ शकुन्तला दुल्हानी एवं विभाग के छात्र-छात्राओं ने कोपलवाणी संस्था का शैक्षणिक भ्रमण किया । यह संस्था दिव्यांग बच्चो के लिए कार्य करती है। संस्था के कॉलेज की प्राचार्य प्रीति उपाध्याय ने विद्यार्थियों को संस्था के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मानसिक स्वास्थ्य एवं उससे जुड़ी समस्याओं एवं उसके उपाय के बारे में विस्तार से बताया विद्यार्थियों को  दिव्यांग छात्र-छात्राओं के बारे में समझाया कि किस प्रकार से ये बच्चे यहां पर रहकर रचनात्मक कार्य एवं शिक्षा भी ग्रहण करते हैं। दुर्गा महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संस्था में अध्यनरत कॉलेज के छात्र राहुल गोप एवं विष्णु ने साइन लैंग्वेज सिखाई एवं बेसिक लेवल पर हम किस प्रकार साइन लैंग्वेज में किसी से बातचीत कर सकते हैं, इसके बारे में बहुत ही विस्तार से समझाया। राहुल गोप एवं विष्णु का यह कहना था कि यदि सामान्य व्यक्ति भी साइन लैंग्वेज सीख लेते हैं, तो उनके और हमारे बीच का जो अंतर है वह खत्म हो जाएगा और सामान्य लोग हमें अपने साथ अपने जैसे ही समझेंगे। वह सिर्फ इतना चाहते हैं कि उन्हें हम अपने जैसा समझे और उन्हें पूरी तरीके से अपनाए उन्होंने बताया कि उन्हें अच्छा नहीं लगता है जब सामान्य व्यक्ति उन्हें किसी प्रकार से चिढ़ाते हैं या उन पर दया करते हैं।

संस्था की शिक्षिका आसिया बानो जो खुद भी एक दिव्यांग है उन्होंने समझाया दिव्यांग छात्र-छात्राएं भी सामान्य छात्र-छात्राओं के जैसे ही पढ़ते हैं बस इसे समझने का माध्यम साइन लैंग्वेज होता है। दुर्गा कॉलेज के छात्र शुभम् कुमार जिन्हें साइन लैंग्वेज की बेसिक जानकारी थी, उन्होंने बच्चों को साइन लैंग्वेज सीखने में मदद की तथा दुर्गा कॉलेज के बच्चों का हौसला बढ़ाया कि वह भी साइन लैंग्वेज सीखे तथा स्पेशल बच्चों के लिए मनोवैज्ञानिक क्षेत्र में नई खोज एवं नई तकनीक का उपयोग करके बच्चों को और अच्छी तरीके से सीखने में मदद करें। उन्होंने बताया कि यह सभी विद्यार्थी अच्छे नंबरों से पास भी होते हैं। इस संस्था को रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से भी मान्यता प्राप्त है।

संस्था की अध्यक्ष पदमा मैम एवं कुंदन सिंह ठाकुर सर ने भी विद्यार्थियों को संस्था के बारे में जानकारी दी एवं इस मुद्दे को किस प्रकार से हम संवेदनशील रूप में ले सकते हैं इसके बारे में समझाया। कार्यक्रम के अंत में दुर्गा महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने संस्था के छात्र-छात्राओं के साथ गेम खेले, डांस किया एवं उन्हें कुछ उपहार भी प्रदान किए। इस मौके पर संस्थान के बाकी शिक्षकगण ने भी उपस्थित होकर बच्चों का हौसला बढ़ाया। दुर्गा महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने संस्था के छात्र-छात्राओं को वादा किया कि वह सभी साइन लैंग्वेज सीखेंगे एवं हमेशा उनका साथ देंगे एवं कोशिश करेंगे की समाज का भी इस तरफ सकारात्मक दृष्टिकोण बना सके। इस अवसर पर मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर शकुंतला दुलानी अपने छात्र-छात्राओं के साथ वहां पर उपस्थित थी।

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