प्रथम चरण 20 सीटों में बस्तर के 12 सीट भाजपा मुक्त है राजनांदगांव के 8 सीट में से 7 कांग्रेस के पास, प्रथम चरण के 20 सीटों में कांग्रेस 2018 की जीत के रिकॉर्ड को तोड़ेगी – धनंजय सिंह ठाकुर

October 13, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रथम चरण के 20 सीटों में कांग्रेस 2018 में मिली 19 सीट पर जीत के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए पूरा का पूरा 20 सीटों पर जीत दर्ज कराएगी। बस्तर के 12 सीट अभी भाजपा मुक्त है और राजनांदगांव के 8 सीट में 7 सीट पर कांग्रेस के पास है। इस बार रमन सिंह को भी राजनांदगांव की जनता घर बैठायेगी।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की विश्वास, विकास, सुरक्षा की नीति का नतीजा है कि आज बस्तर और राजनांदगांव का क्षेत्र नक्सलवाद से मुक्ति की ओर बढ़ा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार में बेहतर काम हुए हैं। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, मिलेट मिशन सहित कई योजनाओं के चलते बस्तर, राजनांदगांव, कुपोषण, एनीमिया से मुक्त होने की ओर बढ़ा है। बस्तर में बंद स्कूलों को खोला गया है। बस्तर में स्थानीय स्तर पर चतुर्थ एवं तृतीय श्रेणी की भर्तियां, बस्तर बटालियन भर्तियां, बस्तर विकास प्राधिकरण में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदारी दी है। पूर्व रमन सरकार में 1700 आदिवासी परिवार से छीनी गई 4400 एकड़ जमीन उनको लौटाया गया। तेंदूपत्ता का मानक दर 2500 रु प्रति बोरा से बढ़ाकर 4000 रु. प्रति बोरा दिया जा रहा है। 65 वनोपज समर्थन मूल्य में खरीदी हो रही है। वन अधिकार पट्टा, सामुदायिक पट्टा दिया गया है। जेल में बंद निर्दोष आदिवासियों की रिहाई की गई है, पेसा के नियम बनाकर उनके कानूनी अधिकार दिए गए हैं।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के नामांकन रैली में अमित शाह का शामिल होना, इस बात का प्रमाण है कि राजनांदगांव की जनता डॉ. रमन सिंह को घर बैठने का मन बना ली है। तीन बार के मुख्यमंत्री के नामांकन रैली केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आना पड़े, इससे समझ में आता है कि भाजपा प्रदेश में कितनी कमजोर हो गई है, रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगांव में भारी आक्रोश है, बगावत है।