कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने बेमेतरा मे जनसभा को किया संबोधित, कहा – प्रदेश की अर्थव्यवस्था को किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, युवा ये लोग चलाते हैं
November 15, 2023समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, रायपुर
राहुल गांधी ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा – नमस्कार। मूड तो आप लोगों का बहुत अच्छा है! कुमारी शैलजा जी, भूपेश बघेल जी, दीपक बैज, रविन्द्र चौबे जी, मोहन मरकाम जी, प्रीतम सिंह जी। स्टेज पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, रूद्र गुरु जी, हमारे प्यारे कार्यकर्ता, भाईयो और बहनो, प्रेस के हमारे मित्रो, आप सबका यहाँ बहुत-बहुत स्वागत, नमस्कार।
हमारी जहाँ भी सरकार है- कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उधर मैंने और खरगे जी ने चीफ मिनिस्टर्स को एक बात साफ बता दी है, शुरुआत में ही हम कह देते हैं। बघेल जी से 5 साल पहले, चीफ मिनिस्टर बनने के एकदम बाद मैंने इनसे ये बात कही थी। मैंने कहा- देखिए, जितना पैसा बीजेपी के लोग अरबपतियों को और बड़े कॉन्ट्रैक्टर्स को देते हैं, उतना ही पैसा कांग्रेस पार्टी को किसान, मजदूर, युवा, माताओं, बहनों के बैंक अकाउंट में डालना होगा और मैंने कहा कि देखो- कैसे डालोगे, वो आपके ऊपर है। मगर हर रुपए की अकाउंटिंग होनी चाहिए। अगर वो अडानी को एक रुपया दें, तो छत्तीसगढ़ के गरीब लोगों के खाते में एक रुपया जाना चाहिए और ये मैंने सब चीफ मिनिस्टर्स से पहले दिन ही कह दिया था।
क्योंकि हम जानते हैं कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, युवा ये लोग चलाते हैं। अडानी जी की जेब में पैसा जाता है, अडानी जी उसको अमेरिका में खर्च करते हैं, बड़ी-बड़ी इमारतें खरीदते हैं, कोई कंपनी खरीद लेते हैं और हिंदुस्तान में रोजगार खत्म करते हैं, अगर किसान की जेब में पैसा जाता है, मजदूर की जेब में पैसा जाता है, माताओ-बहनों की जेब में पैसा जाता है, वो उस पैसे को गांव में, शहरों में, छोटे-छोटे कस्बों में जाकर खर्च करते हैं। तो सीधा पैसा गांव में, शहरों में घूमता है और उससे अर्थव्यवस्था खड़ी होती है।
कर्नाटक में हमारे चीफ मिनिस्टर ने कहा कि देखिए, राहुल जी, मैं चाहता हूँ कि महिलाओं को बस में जाने के लिए एक रुपया न देना पड़े। तो अगर आप कभी कर्नाटक जाएं, तो आपको दिखेगा कि कर्नाटक में महिलाएं, बस का टिकट नहीं खरीदती हैं, फ्री में यात्रा करती हैं।
तो हर प्रदेश में हम दो-तीन ऐसी योजना लाते हैं, जिससे सीधा पैसा आपके बैंक अकाउंट में जाए। छत्तीसगढ़ में शुरुआत में हमने निर्णय ले लिया था कि किसान को धान के लिए 2,500 रुपए प्रति क्विंटल गारंटी करके मिलेगा। बड़े उद्योगपति कहते हैं, बड़े-बड़े अफसर कहते हैं- ये आप पैसा ज़ाया कर रहे हो। किसान को दे रहे हो, मजदूर को दे रहे हो, इससे पैसा ज़ाय़ा होता है। उनको कोई समझ नहीं है। जब हम किसान को, मजदूर को पैसा देते हैं, छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है, छत्तीसगढ़ अपने पैरों पर खड़ा होता है। तो हमने कहा- 2,500 रुपए प्रति क्विंटल की गारंटी और हमने ये किया। आज धान का रेट क्या है- (जनता ने कहा- 2,800 रुपए प्रति क्विंटल)। आज 2,800 रुपए और आप लिख लीजिए, अगली बार मिलेंगे, तो लिख लीजिए, धान के लिए छत्तीसगढ़ के किसान को 3,200 रुपए मिलेगा। ये निर्णय ले लिया गया है। ये काम हो गया है।
5 साल पहले मैंने ऐसे ही स्टेज से आपसे कहा था कि छत्तीसगढ़ के किसान का कर्जा माफ होगा। नरेन्द्र मोदी जी ने किसी स्टेट में या देश में किसान का कर्जा माफ नहीं किया। अरबपतियों का उन्होंने 14 लाख करोड़ रुपया कर्जा माफ किया, अडानी जैसे लोगों का। हमने दो घंटे के अंदर, कैबिनेट मीटिंग बैठी, बघेल जी, आपको याद होगा (छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को संबोधित करते हुए पूछा), मैंने आपसे कहा था- पहला निर्णय, चीफ मिनिस्टर का पहला सिग्नेचर किसान के कर्जा माफी की फाइल पर जाएगा और आपने अपना हस्ताक्षर उस फाइल पर किया और लाखों किसानों को फायदा हुआ, छत्तीसगढ़ का फाय़दा हुआ और मैं फिर से स्टेज से कह रहा हूँ- आपको फिर से सिग्नेचर करना पड़ेगा, फिर से कर्जा माफ करना पड़ेगा। बात वहां नहीं रुकी, हम किसान न्याय योजना लाए। 23 हजार करोड़ रुपए का 26 लाख किसानों को फायदा मिला। तो आज छत्तीसगढ़ का किसान, देश का सबसे मजबूत किसान है।
कुछ दिन पहले चीफ मिनिस्टर और हम धान काटने गए। मैंने वहां किसान से सवाल पूछा- आपके खेत का दाम क्या है? पहली बार मैंने देखा, किसान को अपने खेत का दाम ही नहीं मालूम। मैं हैरान हो गया, मैंने पूछा- भाई, ये कैसे हो सकता है? पहली बार मैंने देखा है कि किसान को अपने खेत का दाम ही नहीं मालूम। किसान मुझे जवाब देता है- राहुल जी, मैं इस खेत को कभी नहीं बेचूँगा। छत्तीसगढ़ की सरकार धान के लिए हमें 3,200 रुपए प्रति क्विंटल देने जा रही है, खेत कभी नहीं बिकेगा। आपने हमारा कर्जा माफ किया, पहले हम आत्महत्या की बात सोचते थे। उसी किसान ने मुझे बताया- राहुल जी, सपने में भी मैंने नहीं सोचा था कि मैं एक दिन गाड़ी खरीद लूँगा। राहुल जी, मैंने गाड़ी खरीद ली है।
मजदूरों को हर साल 10 हजार रुपए बैंक अकाउंट में सीधा कांग्रेस पार्टी देती है। क्योंकि हमने कहा कि अगर किसानों को पैसा दिया जा रहा है, तो मजदूरों को भी पैसा दिया जाएगा और आप जानते हो कि जो हमने कहा है, हमने करके दिखाया है।
माताएं-बहनें आई हैं, चुनाव के बाद सिलेंडर पर आपको 500 रुपए सब्सिडी मिलेगी और एक नई चीज़ निकाली है। छत्तीसगढ़ की सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय़ लिया है, पहली बार हिंदुस्तान में केजी से लेकर पीजी तक छत्तीसगढ़ में मुफ्त शिक्षा मिलेगी। जैसे कर्नाटक में हमारे चीफ मिनिस्टर ने कहा- महिलाएं बस में टिकट नहीं खरीदेंगी, फ्री में जाएंगी, वैसे ही छत्तीसगढ़ में हमने ऐतिहासिक निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ में केजी से लेकर पीजी तक मुफ्त में शिक्षा मिलेगी।
अब आप सोचिए, एक तरफ बीजेपी स्कूलों को प्राइवेटाइज करती जा रही है। कॉलेजेज़ को, यूनिवर्सिटीज़ को, अस्पतालों को, बड़े-बड़े उद्योगों को प्राइवेटाइज करती है। दूसरी तरफ, हम सरकारी स्कूल खोलते हैं और उनमें आपको फ्री में शिक्षा देने की बात करते हैं। सोचिए, छत्तीसगढ़ के गरीब लोगों का कितना पैसा बचेगा! आदिवासी भाईयो के लिए गारंटी करके 4 हजार रुपए हर तेंदुपत्ता की बोरी के लिए और इस बार हमने 4 हजार से 6 हजार बढ़ा दिया है और 4 हजार रुपए आदिवासियों को हर साल बोनस मिलेगा।
अब देखिए, मैं आया, मैंने आपसे कहा- किसानों का कर्जा माफ होगा, कर्जा माफ हो गया। आपसे कहा था- 2,500 रुपए प्रति क्विंटल धान की गारंटी है। आज कितना मिल रहा है- (जनता ने कहा- 2,800 रुपए प्रति क्विंटल मिल रहा है) 2,800 रुपए मिल रहा है। आपको कहने की भी ज़रूरत नहीं पड़ी, हमने 2,800 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया और कुछ ही समय में वो 3,200 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगा। आपको कहने की ज़रुरत नहीं, वो हो जाएगा। तो ये हमारी गारंटी है।
मोदी जी कहते हैं- ‘मोदी जी की गारंटी’। देखिए, लोग हस रहे हैं (प्रधानमंत्री द्वारा अपनी पार्टी की गारंटी को ‘मोदी जी की गारंटी’ कहने पर लोगों को हसते हुए देखकर कहा)। ये देखिए, लोग हस रहे हैं। नहीं, भाईयो-बहनों वो सच बोल रहे हैं। मोदी जी की गारंटी का मतलब, अडानी की गारंटी। मोदी जी की गारंटी है, जो अडानी जी चाहेंगे, छत्तीसगढ़ में जो भी वो करना चाहेंगे, किसानों की जो भी जमीन उनको चाहिए, जो भी खदान उनको चाहिए, जो भी स्टोरेज की फैसिलिटी उनको चाहिए, जो भी कोयला की खदान उनको चाहिए, मोदी जी की गारंटी है, अडानी जी को वो दे देंगे औऱ ये सिर्फ भाईयो-बहनों छत्तीसगढ़ में नहीं है, ये पूरे देश में है।
जहाँ भी मोदी जी की सरकार बनती है, मोदी जी अडानी जी की गारंटी करके चले जाते हैं। कहते हैं- मेरी गारंटी है, अडानी जी, जो भी आपको चाहिए, नरेन्द्र मोदी, आपका मित्र आपके हवाले कर देगा। ये गारंटी है, नरेन्द्र मोदी जी की।
चलिए, गारंटी की बात करते हैं। भाईयो-बहनो, जिस दिन मैंने जाति जनगणना की बात शुरू की, जिस दिन मैंने कहा कि देश में जाति जनगणना होनी चाहिए, देश के ओबीसी वर्ग को पता लगना चाहिए, उनकी हिंद्स्तान में कितनी आबादी है और उनकी सरकार में कितनी भागीदारी है, उस दिन से नरेन्द्र मोदी जी ने नया भाषण देना शुरू कर दिया, नया भाषण! पहली बार मैंने सुना नरेन्द्र मोदी जी का ऐसा भाषण सुना।
पहले कहते थे- भाईयो और बहनो, मैं ओबीसी हूँ। याद है आपको? याद है? (जनता ने हां में जवाब दिया।) हर भाषण में, नरेन्द्र मोदी- ओबीसी; नरेन्द्र मोदी- ओबीसी; नरेन्द्र मोदी- ओबीसी। मैंने कहा- जाति गनगणना होनी चाहिए। नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं- भाईयो और बहनो, देश में कोई जाति नहीं है। देश में सिर्फ गरीब हैं। जब ओबीसी को हक देने की बात आई। जब जाति जनगणना की बात आई, तो नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं- हिंदुस्तान में कोई जाति ही नहीं है, सिर्फ गरीब हैं और जब चुनाव जीतने की बात आती है, तो 24 घंटे, नरेन्द्र मोदी- ओबीसी है, ओबीसी है, ओबीसी है, क्यों- क्योंकि वो ओबीसी को देश में भागीदारी नहीं देना चाहते, सीधी सी बात है।
आबादी कितनी है ओबीसी की कोई नहीं जानता। मैं आपको बताता हूँ, कम से कम 50 प्रतिशत इस देश की आबादी ओबीसी है। पता नहीं, 55 भी हो सकता है, 60 भी हो सकता है, नहीं जानता, मगर 50 से कम नहीं है। मतलब, जब हम किसानों को पैसा देते हैं, 50 प्रतिशत ओबीसी को जाता है। जब हम मजदूर को पैसा देते हैं, 50 प्रतिशत ओबीसी को जाता है। जब हम कर्जा माफ करते हैं, 50 प्रतिशत ओबीसी का कर्जा माफ होता है। मगर जब नरेन्द्र मोदी जी 14 लाख करोड़ रुपया हिंदुस्तान के सबसे बड़े अरबपतियों का कर्जा माफ करते हैं, उसमें से एक रुपया ओबीसी को नहीं मिलता। बात समझिए!
किसानों का कर्जा माफ- 50 प्रतिशत ओबीसी का। बस में महिलाएं फ्री चलेंगी- 50 प्रतिशत ओबीसी। अरबपतियों का कर्जा माफ, ओबीसी को कुछ नहीं, दलित को कुछ नहीं, आदिवासी को कुछ नहीं और फिर आपसे कहते हैं- ओबीसी की सरकार चलाते हैं। अगर आप ओबीसी की सरकार चलाते हो, 50 प्रतिशत ओबीसी किसान हैं, कर्जा माफ करो। गैस सिलेंडर 500 रुपए करो, 50 प्रतिशत ओबीसी हैं, उनको फायदा होगा, आपने 1,200 रुपए का कर रखा है। हमारे स्टेट में हम 500 रुपए कर देते हैं। यहाँ पर 500 रुपए की सब्सिडी मिल रही है, आपको।
पार्लियामेंट हाउस में मैंने सवाल पूछा, मैंने वहाँ भाषण में कहा- भईया, एक बात बताओ, ओबीसी की आबादी 50 प्रतिशत, हिंदुस्तान की सरकार को 90 अफसर चलाते हैं, सेक्रेटरी टू गवर्नमेंट ऑफ इंडिया कहलाते हैं, पूरे बजट को बांटते हैं। छत्तीसगढ़ में पैसा आता है, वो 90 अफसर निर्णय लेते हैं। तमिलनाडु में जाता है, वो 90 अफसर फैसला लेते हैं। पैसा आपका है, जीएसटी में आपने दिया, यहीं से जाता है, निर्णय़ वो 90 अफसर लेते हैं। हिंदुस्तान शिक्षा में कितना पैसा डालेगा, वही 90 अफसर। स्वास्थ्य में कितना जाएगा- 90 अफसर। देश की रक्षा में कितना जाएगा- 90 अफसर। तो मैंने नरेन्द्र मोदी जी से पूछा- नरेन्द्र मोदी जी, देश की आबादी का 50 प्रतिशत ओबीसी है, 90 अफसरों में से ओबीसी कितने हैं? चुप हो गए। कहते हैं- इस देश में कोई जाति ही नहीं है। मैं बताता हूँ, आपको कितने हैं- भाईयो और बहनों, 90 में से केवल 3 अफसर ओबीसी के हैं।
आबादी आपकी 50 प्रतिशत, 90 में से आपके तीन और वो भी किसी कोने में बैठा रखे हैं। छोटी-छोटी पोस्ट दे रखी है। सरकार के कोने में बैठे हैं वो। अगर हिंदुस्तान की सरकार सौ रुपए खर्च करती है, तो ओबीसी अफसर 5 रुपए का निर्णय लेते हैं। आबादी आपकी 50 प्रतिशत और आप 5 प्रतिशत निर्णय लेते हो और नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं- ओबीसी की सरकार चल रही है। कर्जा माफ करते हैं, तो अरबपतियों का करते हैं, उसमें आपका एक आदमी नहीं है। आप 1,200 रुपए का सिलेंडर खरीदते हैं, बीमा योजना में आपकी जेब से पैसा निकलता है, अरबपतियों की जेब में जाता है, उधर ओबीसी एक नहीं है। बीमा योजना का पूरा का पूरा पैसा 16 कंपनियों को जाता है। दिखा दीजिए, उसमें ओबीसी कौन है। मैनेजमेंट की लिस्ट दिखा दीजिए मुझे, उसमें एक ओबीसी नहीं मिलेगा, आपको और 24 घंटा कहेंगे- ओबीसी, ओबीसी, ओबीसी। 8-8 हजार करोड़ रुपए के हवाई जहाज में उड़ते हैं, हर रोज नए कपड़े पहनते हैं, ओबीसी शब्द को लेकर वो चुने गए और अब जब समय आता है, ओबीसी को हक देने का समय आता है, तो कहते हैं- भईया, ओबीसी तो है ही नहीं। जाति तो हिंदुस्तान में एक ही है- गरीब, ओबीसी तो है ही नहीं। ओबीसी हैं और हम पता लगाएंगे, कितना है- 10 प्रतिशत है, 20 है, 30 है, 40 है, 50 है, 60 है और मैं आपको स्टेज से बता रहा हूँ, जितने हैं, उतनी भागीदारी आपको मिलेगी। कर्जा माफ होगा, तो किसानों का होगा, अरबपतियों का नहीं होगा। नरेन्द्र मोदी करें, न करें, छत्तीसगढ़ में सरकार आएगी, जाति का सर्वे यहाँ हो जाएगा। दिल्ली में हमारी सरकार आएगी, पहला सिग्नेचर जाति जनगणना पर होगा। ऐतिहासिक निर्णय होगा, भाईयो और बहनो, देश बदल जाएगा। जिस दिन इस देश के ओबीसी को, देश के दलित को, देश के आदिवासी को अपनी सच्ची आबादी पता लग गई, अपनी सच्ची शक्ति पता लग गई, उस दिन ये देश हमेशा के लिए बदल जाएगा, क्रांतिकारी निर्णय है ये। आजादी के बाद सबसे बड़ा क्रांतिकारी निर्णय ये होगा। ये कांग्रेस पार्टी आपके लिए, आपके साथ मिलकर कदम से कदम मिलाकर ये निर्णय लेने जा रही है। कोई शक्ति इसको नहीं रोक सकती, अब।
यहाँ पर चुनाव है, याद रखिए, नरेन्द्र मोदी जी की गारंटी, अरबपतियों का कर्जा माफ, 1,200 रुपए का गैस सिलेंडर, किसान जो कर्जे में डूबे हुए हैं, बेरोजगार युवा, ये इनकी गारंटी है, अडानी की गारंटी है। नरेन्द्र मोदी जी के बिल्कुल पीछे, अडानी जी जैसे लोगों की शक्ति है, इसलिए उनका चेहरा 24 घंटा टीवी पर आता है।
भाईयो और बहनों, ये जो टीवी है, ये किसानों का नहीं है, मजदूरों का नहीं है, बेरोजगार युवाओं का नहीं है, हमारी माताओ- बहनो का नहीं है। अगर इनका होता, तो हमारे चेहरे इस टीवी पर 24 घंटे आपको दिखते। 24 घंटा कांग्रेस पार्टी के नेताओं का, खरगे जी का, राहुल गांधी का चेहरा आपको दिखता। नरेन्द्र मोदी जी का चेहरा इसलिए दिखता है क्योंकि नरेन्द्र मोदी जी की गारंटी, अडानी की गारंटी है।
तो यहाँ कांग्रेस पार्टी को जिताइए, कमजोर लोगों की, किसानों की, मजदूरों की मदद कीजिए और जो आज तक हुआ है, उससे भी ज्यादा आपके लिए कांग्रेस पार्टी करने जा रही है।
सबसे बड़ी चीज़ मैं बोलना भूल गया। मैंने कर्नाटक में महिलाओं को फ्री में बस टिकट की बात की मगर छत्तीसगढ़ की बात नहीं बोली। 15,000 रुपए सालाना हर महिला के बैंक अकाउंट में छत्तीसगढ़ की सरकार डालेगी। फिर से दोहरा देता हूँ- 15,000 रुपए हर साल हर महिला के बैंक अकाउंट में कांग्रेस पार्टी की सरकार डालेगी।