अपहरण के 12 घंटे के भीतर हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को मिली सफलता : सभी चार आरोपी गिरफ्तार,भेजा गया न्यायिक रिमाण्ड पर !

अपहरण के 12 घंटे के भीतर हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को मिली सफलता : सभी चार आरोपी गिरफ्तार,भेजा गया न्यायिक रिमाण्ड पर !

November 27, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो, बिलासपुर

बिलासपुर/सकरी : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी चतरू बिंझवार पिता छेदी बिंझवार उम्र 56 साल निवासी चितावर थाना तखतपुर जिला बिलासपुर छ.ग. थाना उपस्थित आकर प्रथम सूचना पत्र दर्ज कराया था कि प्रार्थी अपनी जमीन का बंटवारा अपने पुत्र-पुत्री को बंटवारा देने के लिये तहसील तखतपुर में आवेदन प्रस्तुत किया गया है, यह बंटवारा प्रकरण न्यायालय में लंबित है।

संतोष बिरको प्रार्थी की पूर्व पत्नी को बेटा है। वर्तमान पत्नी आशा बाई के तरफ से तीन बच्चे है। बड़ी बेटी अंजना बाई की शादी हो चुकी है। उससे छोटा कार्तिक राम तथा सबसे छोटा चुरावन है। संतोष बिंझवार जमीन विवाद को लेकर प्रार्थी से विवाद कर चुका है। इसी जमीन विवाद को लेकर संतोष और शिव प्रसाद मारपीट करने के लिये लाठी लेकर घुमते रहते हैं। घटना दिनांक समय को प्रार्थी का बेटा कार्तिक बिरको अपनी मोटर सायकल से सामान खरीदने गिरधौना आया था, जो सामान खरीदकर वापस घर नहीं आया। इसी दौरान बीर जायसवाल प्रार्थी के बेटे चुरावन को फोन करके बताया कि कार्तिक बिरको को कुछ लोग मारपीट कर उसे मोटर सायकल में बैठाकर चितावर बस्ती की ओर लेकर जा रहे है। प्रार्थी अपने बेटे को खोजने गिरधौना तरफ आया तो देखा कि उसकी मोटर सायकल केशव के खेत के पास खड़ी थी। उसकी घड़ी भी वहीं पर गिरा हुआ था, वहीं पर खून के धब्बे थे। चितावर बस्ती तरफ अपने पुत्र कार्तिक बिरको को खोजते हुये गये, तब बस्ती के लोग बताये कि कार्तिक बिरको को संतोष बिरको, तीजराम बिरको, शिव प्रसाद बिरको, ओम प्रकाश बिरको मिलकर मारपीट किये हैं और उसे मोटर सायकल में बैठाकर कहीं ले गये है।

प्रार्थी की रिेपार्ट पर धारा सदर का अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया एवं कायमी की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दिया गया। जिस पर प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्री संतोष कुमार सिंह (भा.पु.से.) के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बिलासपुर श्री राजेन्द्र जायसवाल एवं सी.एस.पी. (सिविल लाईल) श्री संदीप पटेल के मार्गदर्शन में सकरी पुलिस टीम द्वारा तत्काल घटना स्थल रवाना होकर आरोपियों की पतासाजी कर घेराबंदी कर पकड़ा गया एवं अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर बताये कि इसके पिता चमरू बिरको की दो पत्नी है। पहली पत्नी का नाम लल्ला था, जिसकी मृत्यू हो गई है, यह उसका बेटा है। दूसरी मां के दो लड़के एवं एक लड़की है, जिसमें बड़े लड़के का नाम कार्तिक बिरको है तथा छोटे लड़के का नाम चुरावन बिरको है। इसके पिता चमरू बिरको इसे खेती में बंटवारा नहीं दिये है, बंटवारा मांगने पर विवाद करते है। तथा इसका सौतेला भाई कार्तिक बिरको भी इसे गाली-गलौज कर विवाद करता है और कोर्ट केस करने की धमकी देता है। इसके पिता चमरू बिरको इसके चाचा रामकुमार बिरको को भी बंटवारा नहीं दिया है। जिसके कारण इसके चाचा का लड़का तीजराम बिरको एवं ओमप्रकाश बिरको भी आये दिन इसके/अपने पिता से बटवारा मांगते हैं, जिससे वाद-विवाद होते रहता है।

इसी रंजिश के कारण यह तथा इसके चाचा का बेटा तीजराम बिरको एवं ओम प्रकाश बिरको तथा इसका साथी शिव प्रसाद बिरको चारों मिलकर दो दिन पूर्व कार्तिक बिरको की हत्या करने के लिये एक राय हुये थे। कल दोपहर करीब 11:00 से 12:00 बजे वह तथा तीजराम बिरको, ओमप्रकाश बिरको, शिव प्रसाद बिरको चारों मिलकर लाठी डंडा लेकर कार्तिक बिरको को जान से मारने के लिये खोजते हुये उसके प्लॉट (खेत) में गये थे, लेकिन वहां धान कटाई चलने से काफी मजदूर लोग थे, जिसके कारण उसे नहीं मार सके थे।

कल दिनांक 26 नवंबर 2023 के शाम करीब 06:00 बजे के आसपास तीज राम बिरको इसे बताया कि कार्तिक बिरको मोटर सायकल में चितावर से गिरधौना की ओर खेत के रास्ते से गया है, तो यह अपने घर से एक अकोल की लकड़ी का लाठी लेकर घर से गिरधौना के रास्ते में ओम प्रकाश बिरको के साथ पैदल पहुंचा और तीजराम बिरको अपनी डीलक्स मोटर सायकल में शिव प्रसाद बिरको के साथ आया। रास्ते में चारों लोग बैठकर मृतक कार्तिक बिरको के गिरधौना तरफ से लौटने का इंतजार कर रहे थे। थोड़ी देर में मृतक कार्तिक बिरको अपनी मोटर साकयल में गिरधौना तरफ से आया। इसे पार करके थोड़ा आगे बढ़ गया था, वहां पर तीजराम बिरको, शिवकुमार बिरको एवं ओमप्रकाश बिरको घेरकर खड़े थे। उन्हें देखकर डर कर मृतक कार्तिक बिरको वापस मेरी ओर लौटा। इसके पास पहुंचने पर यह अपने हाथ में रखे अकोल की लाठी से सिर में मारा, जो मृतक कार्तिक बिरको मोटर सायकल से गिर गया। उसके बाद वह लाठी से और तीजराम बिरको अपना बेल्ट निकालकर मृतक कार्तिक बिरको मारने लगे जिससे कार्तिक अधमरा हो गया। फिर उसे तीजराम बिरको की डीलक्स मोटर सायकल में बैठाकर बस्ती तरफ लेकर गये। मोटर साकयल को तीजराम चला रहा था। बीच में यह मृतक कार्तिक बिरको को घायल अवस्था में पकड़कर मोटर साकयल के पीछे बैठा था। मृतक कार्तिक बिरको की मोटर सायकल को जहां उसे मारे थे वहीं छोड़ दिये हैं। मृतक कार्तिक बिरको को लेकर महामाया मंदिर चितावर के पास ले गये और मोटर सायकल से उतारकर यह तथा तीजराम बिरको फिर से मारपीट किये और मारपीट कर हत्या करने के बाद दोनों लोग हाथ में उठाकर लाश को छिपाने की नीयत से नाला तालाब ग्राम चितावर में फेंक दिये हैं।   

सभी आरेापियों का पृथक-पृथक मेमोरेंडम कथन तैयार किया गया तथा मेमोरेंडम कथन अनुसार घटना में प्रयुक्त आलाजर्रब तथा मोटर सायकल को बरामद कर मुताबिक जप्ती पत्रक के गवाहों के समक्ष जप्त किया गया है। आरेापियों के मेमोरेंडम कथन के अनुसार ही मृतक के शव को बरामद कर शून्य पर देहाती नालशी पंजीबध्द कर पंचनामा कार्यवाही संपन्न कर मृतक के शव को पीएम हेतु भेजा गया है। प्रकरण में अपराध धारा 302, 201 भादवि जोड़ी गई है। आरेापियो के विरूध्द अपराध सबूत होना पाये जाने से गिरफ्तार  किया जाकर सभी आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।

इस प्रकरण की संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश मिश्रा, हायक निरीक्षक जीवन साहू, हायक निरीक्षक हेमंत आदित्य, हायक निरीक्षक उदयभान सिंह, आरक्षक पुनित नेताम, आरक्षक कलेश्वर यादव, आरक्षक संजय बंजारे, आरक्षक रूपेश कौशिक, आरक्षक पवन सिंह ठाकुर, आरक्षक पंकज यादव, आरक्षक राजकुमार श्याम, आरक्षक कृष्ण कुमार मार्को, आरक्षक प्रशांत महिलांगे, आरक्षक मालिक राम साहू एवं समस्त थाना स्टॉफ की विशेष भूमिका रही है।