अंतर्विभागीय लीड एजेंसी (सड़क सुरक्षा) टीम द्वारा गंभीर सड़क दुर्घटना सड़क खण्ड का निरीक्षण :सड़क दुर्घटना के संभावित कारणों एवं सुरक्षा उपायों पर किया गया विचार विमर्श.

Advertisements
Advertisements

समदर्शी न्यूज़ – रायपुर.

रायपुर : दिनांक 10 दिसंबर 2023 को जिला जांजगीर-चांपा के पकरिया रोड चंडीदाई मंदिर के पास थाना मुलमुला क्षेत्र में कार और ट्रक के बीच हुई गंभीर सड़क दुर्घटना में 05 लोगों की मृत्यु हुई है। मृतकगण वैवाहिक कार्यक्रम में सम्मिलित होकर घर वापस लौट रहे थे।

इस गंभीर दुर्घटना सड़क खण्ड के निरीक्षण के दौरान अध्यक्ष-अंतर्विभागीय लीड एजेंसी (सड़क सुरक्षा) के साथ-साथ श्री के.पी.लहरे कार्यपालन यंत्री-लोक निर्माण विभाग, श्री यशवंत यादव, जिला परिवहन अधिकारी-श्री प्रदीप जोशी, यातायात प्रभारी एवं सड़क दुर्घटना क्षेत्र थाना मुलमुला जिला जांजगीर-चांपा के अधिकारी/कर्मचारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

सड़क दुर्घटना का विवरण –

दिनांक 10 दिसंबर 2023 को जिला जांजगीर-चांपा निवासी ओम प्रकाश सोनी अपने सुपुत्र शुभम सोनी की शादी की सभी रस्में गांव बलौदाबाजार में निभाकर, नव दंपती परिवार के साथ कार/चारपहिया वाहन क्रमांक G.G-11  AT- 6012 से वापस जांजगीर-चांपा घर लौट रहे थे। वापसी के समय थाना मुलमुला अंतर्गत ग्राम पकरिया जंगल के पास कार GG-11  AT- 6012 और तेजगति से विपरीत दिशा से आ रही ट्रक क्रमांक G.G-04  T- 4539 के बीच गंभीर सड़क दुर्घटना हुई। आरोपी ट्रक चालक रवि सागर सारथी पिता अरूण सारथी उम्र – 23 वर्ष साकिन लक्खीपारा वार्ड नं.-16 अकलतरा निवासी मौके से फरार हो गया था, जिसे बाद में गिरफ्तार किया गया।

इस गंभीर सड़क दुर्घटना में कार में सवार (1.) श्री सरजू सोनी पिता रामधर सोनी उम्र- 66 वर्ष, (2.) ओम प्रकाश सोनी पिता हीरा राम सोनी उम्र- 50 वर्ष, (3.) श्री शुभम सोनी पिता ओमप्रकाश सोनी उम्र- 25 वर्ष, (4.) नेहा सोनी पिता गुलजारी सोनी उम्र – 22 वर्ष, (5.) श्रीमती रेवती पति सरजू सोनी पांच व्यक्तियों (02 महिला एवं 03 पुरूष) की मृत्यु गंभीर चोटों के कारण हुई। 

दुर्घटनाजन्य सड़क खण्ड के अवलोकन के दौरान परिलक्षित मुख्य बिन्दु/दुर्घटना के संभावित कारण –

1. दुर्घटना स्थल का रोड़ घुमावदार है, जो लगभग 200 मीटर का है। इस मार्ग के दोनों तरफ घने वृक्ष है, मार्ग के मोड़ में स्थित वृक्षों की शाखाओं एवं झाडियों से दृश्यता बाधित होती है। विशेषकर सामने से आने वाले गाड़ी की दृश्यता कम होती है।

2. सड़क दुर्घटना के पूर्व प्रातः 09 : 46 बजे कार चालक ने अपने रिश्तेदार से फोन पर चर्चा कर सूचित किया था कि नवदम्पती को लेकर घर पहुंचने के लिये पामगढ़ क्रास कर लिये है, इसके तत्काल पश्चात् दुर्घटना हुई थी। घटना स्थल से किसी अन्य व्यक्ति (पंकज कुमार सोनी निवासी पामगढ़ जिला जांजगीर-चांपा, मोबाईल नं.- 9098055950) द्वारा सूचना डॉयल 112 को दिये जाने पर कॉल टेकर ने थाना मुलमुला को सूचित किया। इसके उपरांत थाने से प्रातः 10:04 बजे संबंधितों के परिवारजनों को दुर्घटना की सूचना दी गई। वाहन चलाते समय मोबाईल से बात करने के कारण वाहन चालक का ध्यान विकेन्द्रित होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

3. वाहन चालन के समय थकान, झपकी या मोबाईल फोन के उपयोग से ध्यान भंग होना। वाहन चालक मृतक वर के पिता थे, गत 2-3 दिनों से दिन-रात शादी के तैयारियों में अत्यधिक व्यस्त रहे। अनिद्रा/थकान से झपकी संभावित।

4. दुर्घटनाग्रस्त वाहनों की अत्यधिक गति से सामने से आने वाले वाहन की स्थिति का सही आंकलन नहीं हो पाना एवं नियंत्रण खोना।

5. कार के चालक एवं अन्य सवार महिला/पुरूषों द्वारा सीट बेल्ट नहीं लगाया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्वे के अनुसार सीट बेल्ट लगाने से वाहन दुर्घटनाओं में मृत्यु की संभावना 42% प्रतिशत तक कम हो जाती है।

6. घटना स्थल में चर्चा के दौरान ज्ञात हुआ कि ट्रक चालक द्वारा सामने से आती हुई कार को रांग साईड में आते देख कर अपने ट्रक वाहन को रांग साईड में ले गया, जिससे दुर्घटना में गंभीरता बढ़ गई। अगर ट्रक चालक अपने वाहन को अपने साईड में रखता या सड़क से बाई दिशा में उतार लेता तो दुर्घटना की गंभीरता कम हो सकती थी।

7. इस मार्ग में गुजरने वाले वाहनों के अवलोकन पर परिलक्षित हुआ कि घुमावदार टू लेन सड़क में मोड़ में तेजी से आने वाली गाडियां सामान्यतः लेन चेंज करती है।

8. मार्ग में मोड़ की चेतावनी से संबंधित किसी प्रकार के संकेतक नहीं है। सड़क सुरक्षा संकेतकों का अभाव है। रात्रि में प्रकाश की व्यवस्था नहीं है। रोड़ स्टड्स एवं रंबल स्ट्रीप, चेवरॉन नहीं है। दुर्घटनाजन्य सड़क खण्ड में वाहनों की गति सामान्यतः अधिक परिलक्षित हुई।

भविष्य में संभावित दुर्घटनाओं के नियंत्रण हेतु आवश्यक उपाय –

1. मार्ग में निरीक्षण के दौरान आने जाने वाले ट्रॉफिक वाहनों की गति अधिक पाई गई है, अस्तु गति सीमा संकेतों/बोर्ड के साथ ट्रॉफिक कामिंग के उपाय यथा रंबल स्ट्रीप के साथ केट्सआई एवं अन्य सड़क सुरक्षा उपाय आवश्यक है। घुमावदार मोड़ समाप्त कर सड़क सीधी/चौड़ी करने से दुर्घटना की संभावना कम होगी। इस संबंध में उपस्थित कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग ने यथाशीघ्र कार्यवाही हेतु आश्वस्त किया।

2. भविष्य में गति के नियंत्रण के लिये समय-समय पर इस दुर्घटनाजन्य सड़क-खण्ड में मोटरयान अधिनियम के उल्लंघन में प्रभावी कार्यवाही परिवहन एवं पुलिस विभाग द्वारा नियमित रूप से किया जाना आवश्यक है। निरीक्षण दल में शामिल पुलिस/परिवहन विभाग के प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा मार्ग से गुजरने वाले वाहनों की सैम्पल चेकिंग में अनेक खामियां परिलक्षित हुई।

3. पूर्व में भी उपरोक्तानुसार कारणों के अतिरिक्त जिले में मालवाहक वाहनों में यात्री परिवहन की अनेक सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, अतएव मालवाहन वाहनों में यात्री परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण नागरिकों की सुरक्षा के लिये आवश्यक है ।

4. मोड़ में रेट्रोरिफ्लेक्टिव स्ट्रड्स, चेवरॉन, केटआई, रोड मार्किग, दुर्घटनाजन्य क्षेत्र चेतावनी बोर्ड तथा घटना स्थल के पास दोनों तरफ सांकेतिक बोर्ड, रंबल स्ट्रीप लगाया जाना आवश्यक है।

5. जिले में विभिन्न सामाजिक आयोजनों में सहभागिता विशेषकर रात्रिकालीन कार्यक्रमों के दौरान वाहन चालकों की समुचित निद्रा एंव आराम हेतु तथा माल वाहक व पिक-अप वाहनों में सवारी नहीं बैठाने के लिये व्यापक जन जागरूकता अभियान के साथ प्रभावी प्रवर्तन आवश्यक।

Advertisements
Advertisements
error: Content is protected !!