कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव द्वारा चना व प्याज की उन्नत किस्म का किया गया वितरण, बीजोपचार एवं कतारबोनी के लिए दिया गया प्रशिक्षण

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समदर्शी न्यूज़ ब्यूरो,

राजनांदगांव, आदिवासी अंचल अंबागढ़ चौकी मे डीबीटी बायोटेक किसान हब परियोजना का संचालन किया जा रहा है। बायोटेक किसान हब परियोजना अंतर्गत जिले के अंबागढ़ चौकी विकासखंड के पांच गांव सोनसायटोला, भड़सेना, मांगाटोला, सेम्हरबांधा और कौडूटोला से 50 किसानों का चयन किया गया है। यह योजना मुख्य रूप से चार मॉडल फसल (अनाज, दलहन) प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, उद्यानिकी, पशुपालन मॉडल  पर आधारित है। डीबीटी बायोटेक किसान हब योजना के तहत कृषकों को अनाज वाली फसलों के साथ दलहनी फसलों को बढ़ावा देने के लिए चना (किस्म- आरवीजी 202), प्याज (किस्म- पुणे फुरसुंगी) बीज व जैव उर्वरक का वितरण एवं प्रदर्शन कृषकों के प्रक्षेत्र में किया जा रहा है। जिसे सीडड्रील मशीन द्वारा कतार बोनी अथवा कतारबद्ध तरीके से लगाए जाने एवं बुवाई के पूर्व बीज को जैव उर्वरक एजोस्पिरिलम, ट्राइकोडर्मा, पीएसबी कल्चर अथवा कार्बेंडाजिम रसायन से उपचारित करने हेतु प्रशिक्षण दिया गया।

जिससे बीजजनित रोगों से बचाव किया जा सकें। साथ ही चयनित ग्रामों के किसानों को एकीकृत कृषि प्रणाली जैसे फसल उत्पादन के साथ दलहनी, उद्यानिकी फसलों व बकरी पालन हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है। किसानों को प्रभावी ढंग से किसानी कार्य करने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण एवं तकनीकी जानकारी प्रदान की जा रही है। साथ ही किसानों को होने वाली समस्याओं के निराकरण हेतु उचित उपाय नैदानिक भ्रमण एवं प्रशिक्षण के माध्यम से किया जा रहा है। खेती को जैविक बनाने के लिए जैविक खाद जैसे वर्मी कंपोस्ट, गोबर खाद का उपयोग अधिक से अधिक किया जाए। इस योजना से किसानों में नई तकनीकों जैसे अनाज के साथ दलहनी व उद्यानिकी फसलों को अपनाने से कृषकों की आय में वृद्धि होगी। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र राजनांदगांव के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बीएस राजपूत, सर्वश्री प्रवीण बनवासी, तोरन निषाद, लखन लाल कोल्यारे, देव यादव, उदयराम साहू, प्रीतम, आनंद, टामेश्वर जैसे प्रगतिशील किसान उपस्थित थे।

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