किसानों, गरीबों का कल्याण कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं, कांग्रेस का प्रचार तंत्र पहले अपनी पार्टी की दुर्दशा देख ले – संजय श्रीवास्तव

किसानों, गरीबों का कल्याण कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं, कांग्रेस का प्रचार तंत्र पहले अपनी पार्टी की दुर्दशा देख ले – संजय श्रीवास्तव

December 27, 2023 Off By Samdarshi News

समदर्शी न्यूज़, रायपुर : छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने बोनस की राशि को लेकर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला के बयान को हताश निराश कांग्रेस का व्यर्थ ही खंभा नोंचना करार देते हुए कहा कि भाजपा की विष्णुदेव सरकार मोदी जी की गांरटी पूरी करती जा रही है तो कांग्रेस की पहले से ही भ्रष्ट मति पूरी तरह कुंद हो गई है। भाजपा ने 18 लाख आवासहीन परिवारों के लिए आवास मंजूर कर बजट का इंतजाम किया। अटलजी की जयंती पर किसानों को दो साल का बकाया बोनस दे दिया गया तो इसमें भी कांग्रेस को तकलीफ हो रही है। मोदी जी की गारंटी के तहत 3100 रुपये प्रति क्विंटल  की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीद रहे हैं तो इसमें भी कांग्रेस को कष्ट यह है कि लोकसभा चुनाव में वह शून्य में गोते लगाने वाली है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा की सरकार ने किसानों को उनका हक दिया है। कांग्रेस ने किसानों को धोखा देने का काम किया। उन्होंने कहा कि हर किसी के साथ फर्जीवाड़ा करना कांग्रेस की संस्कृति है। फर्जीवाड़े के अलावा कांग्रेस ने 5 साल में कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि हार के बाद कांग्रेस जनता का अपमान करती है। अब जनता की सरकार को ईवीएम की सरकार बताते कांग्रेस को लज्जा आनी चाहिए। सत्ता में रहते हुए जनता को लूटा, जनता का अपमान किया। जनता का उत्पीड़न किया। जनता ने कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ कर फेंक दिया तो अब जनादेश का अपमान करने पर उतर आए। कांग्रेस की यही रीति नीति है। कांग्रेस को सच स्वीकार करना चाहिए कि जनता ने उसे उसके कर्मों का फल दिया है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस संचार प्रमुख से कहा है कि वे यह ध्यान रखें कि सूरज छूने की कोशिश में पंछी के पर जल जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करने से पहले उन्हें देख लेना चाहिए कि कांग्रेस में भरोसे का एक भी नेता नहीं है। हम मोदी जी के नेतृत्व में देश भर में 400 सीटें और छत्तीसगढ़ में सभी 11 सीटें जीत रहे हैं। कांग्रेस का प्रचार तंत्र पहले अपनी पार्टी की दुर्दशा देख ले।